27/08/2025
स्वास्तिक को गणेश जी की लघु यानी की छोटी प्रतीकात्मक प्रतिमा कहा जाता है स्वास्तिक और गणेश जी का गहरा संबंध माना जाता है इसीलिए हर शुभ कार्य से पहले स्वास्तिक का निर्माण घर के दोनों तरफ जरूर करना चाहिए ताकि गणेश जी की स्थापना हमारे घर के वास्तु दोष को दूर करें हर कार्य को निर्विघ्न पूर्ण करें स्वास्तिक के चार भुजाएं गणेश जी के चार हाथों का प्रतीक है बीच का बिंदु या केंद्र गणेश जी का सर और उनकी दिव्यता को दर्शाता है स्वास्तिक के साथ अक्सर ऊपर नीचे चार बिंदु बनाए जाते हैं जिन्हें गणेश जी के नेत्र दांत आभा से जोड़ा जाता है हर घर में आज से गणपति जी की स्थापना हो रही है गणपति उत्सव मनाया जाएगा आप अगर बहुत कुछ नहीं करते हैं तो अपने मुख्य द्वार पर गणेश जी के रूप में स्वास्तिक की स्थापना जरूर करें यह आपके हर कार्य को निर्विघ्न पूर्ण करेगा ओम गन गणपतए नमः का जप 108 बार जरूर करें और 11,21 ,43 दूर्वा आप गणेश जी को समर्पित जरूर करें यह जीवन में वृद्धि को सुनिश्चित करता है