Asalam Qureshi Hakim

Asalam Qureshi Hakim all ayurvedic medicine

05/09/2025

#शीघ्रपतन_की_समस्या #प्राचीन_आयुर्वेदीय_साहित्य #बाजीकरणक_की_शक्ति_अतुल्य #उपरोक्त_परिणाम #जड़ी_का_कमाल_पहली_खुराक_से ीन_नहीं_मानेंगे #अनुभूत_प्रयोग #भैषज्य_रत्नावली #बाजीकरण #मर्कटी_की_जड़

 #जड़ी_का_कमाल_पहली_खुराक_से आजमाया हुआ सत्य  #अनुभूत_प्रयोग काले रंग के बीजों वाली  #मर्कटी_की_जड़ का एक टुकड़ा (दो सें...
15/08/2025

#जड़ी_का_कमाल_पहली_खुराक_से आजमाया हुआ सत्य #अनुभूत_प्रयोग काले रंग के बीजों वाली #मर्कटी_की_जड़ का एक टुकड़ा (दो सेंटीमीटर का) लेकर संभोग करने से डेढ़ घंटे पहले मुंह में डालकर पान में खाई जाने वाली सुपारी की तरह धीरे-धीरे चबाते हुए रसास्वादन करें तदुपरांत स्त्री सुख का आनंद लें ।

ीन_नहीं_मानेंगे

कीमती रसायन सेवन करने से भी जो लाभ नहीं मिलता वह इस साधारण से दिखने वाले योग से होता है और वह भी पहली खुराक से ही ।

हम इस जड़ी की जड़ का प्रेशर देकर ज्यूस निकालकर रेक्टिफाइड स्पिरिट में सुरक्षित रख लेते हैं और वर्ष भर प्रयोग में लाते हैं । ऐसा करने के पीछे रीजन यह है कि जड़ी वर्ष भर जब नहीं मिलती तो यह विधि ज्यादा उपयोगी है ।

आप सीधे प्रयोग में लाइए और चमत्कार देखिए ।

आजमाया हुआ स्वयं का सिद्ध प्रयोग है । #शीघ्रपतन_की_समस्या का बेजोड़ उपाय है ।

वर्तमान का युवा और प्रौढ़ दोनों इस समस्या का शिकार हैं । यह दोनों के लिए समान रूप से श्रेष्ठ लाभ देने वाला उपाय है ।

आज तीसरे दिन मुलाकात हुई उस शख्स से जिले इस जड़ी की मूल का टुकड़ा चबाकर चूसने की सलाह दी गई थी उन महाशय ने जो वयां किया वह इस प्रकार है ------

शाम को स्त्री सहवास के समय प्रथम बार करीब नौ-दस मिनट का समय लगा जबकि दूसरी बार समय की अवधि करीब चालीस मिनट तक हो गई ।

दूसरा लाभ यह हुआ कि सुबह के समय पाखाना खुलकर हुआ ।

#उपरोक्त_परिणाम मात्र एक दिवस जड़ी का सेवन करने से मिले।

कुछ दिन यानी एक सप्ताह से लेकर तीन सप्ताह तक सेवन करने से #बाजीकरणक_की_शक्ति_अतुल्य हो जाती है ।

*यह योग कोई नया नहीं है इसकी महिमा #प्राचीन_आयुर्वेदीय_साहित्य में पहले से ही वर्णित है । आप चाहे तो #भैषज्य_रत्नावली का #बाजीकरण अध्याय देख सकते हैं ।*

01/08/2025

01/08/2025

कामदेव चूर्ण तैयार
* *
ये एक ऐसी दवा है हर प्रकार की सेक्स समस्या पे काम करता है इसको मैं 4 साल पहले बनाता था 1 साल से बनाना बन्द कर दिया था किसी कारण वस बंग भस्म नहीं बना पा रहा था इसका रिजल्ट बहुत जबरदस्त है अब लोग इसको मांग रहे हैं
ये चूर्ण पारे वाली बंग भस्म ,लोह भस्म,शालब मिश्री, सालम पंजा,अकरकरा ईरानी ,शाकाकुल मिश्री , शुद्ध कोच बीज,सफेद मूसली,और अन्य पावरफुल जड़ीबूटी से मिलकर बना है जिनकी शादी 3 महीने बाकी है वो इसको जरूर इस्तेमाल करें
ये दवा जिनके शरीर में वीर्य की कमी है एक बार सी करने के बाद दुबारा मन नहीं करता या हमेशा जिनको सर्दी लगी रहती है वीर्य निकलने के बाद पूरा बदन दर्द होने लगता है पूरे शरीर की नसें मांसपेशियां कमजोर हो गई है जिनका वीर्य निकलते समय उनको कुछ पता ही नहीं चलता करंट नहीं लगता वीर्य बहु ही धीमी गति से निकलता है सी करते समय लिंग ढीला हो जाता है और ज्यादा हस्तमैथुन करने की वजह से नसें लिंग की या पूरे शरीर की कमजोर हो गई है और लिंग पतला छोटा लगने लगा है पहले जैसा नहीं है तो इसके साथ मालिश किया जाता है बहुत जबरदस्त लाभ करता है🍃🍀🌱🌿🎋☘️🌳

29/07/2025

*समस्त रोगों की जड़ है रात्रि भोजन*

किसी भी चिड़िया को डायबिटीज नहीं होती।
किसी भी बन्दर को हार्ट अटैक नहीं आता ।
कोई भी जानवर न तो आयोडीन नमक खाता है और न ब्रश करता है, फिर भी किसी को थायराइड नहीं होता और न दांत खराब होता है ।

बन्दर शरीर संरचना में मनुष्य के सबसे नजदीक है, बस बंदर और आप में यही फर्क है कि बंदर के पूँछ है आप के नहीं है, बाकी सब कुछ समान है।

तो फिर बंदर को कभी भी हार्ट अटैक, डायबिटीज , high BP , क्यों नहीं होता है?

एक पुरानी कहावत है बंदर कभी बीमार नहीं होता और यदि बीमार होगा तो जिंदा नहीं बचेगा मर जाएगा!
बंदर बीमार क्यों नहीं होता?

हमारे एक मित्र बताते हैं कि एक बहुत बड़े , प्रोफेसर हैं, मेडिकल कॉलेज में काम करते हैं । उन्होंने एक बड़ा गहरा रिसर्च किया कि बंदर को बीमार बनाओ। तो उन्होने तरह - तरह के virus और वैक्टीरिया बंदर के शरीर में डालना शुरू किया, कभी इंजेक्शन के माध्यम से कभी किसी और माध्यम से । वो कहते है, मैं 15 साल असफल रहा , लेकिन बंदर को कुछ नहीं हुआ ।

*मित्र ने प्रोफेसर से कहा कि आप यह कैसे कह सकते है कि बंदर को कुछ नहीं हो सकता ? तब उन्होंने एक दिन यह रहस्य की बात बताई वो आपको भी बता देता हूँ कि बंदर का जो RH factor है वह सबसे आदर्श है । कोई डॉक्टर जब आपका RH factor नापता है, तो वह बंदर के ही RH Factor से तुलना करता है , वह डॉक्टर आपको बताता नहीं यह अलग बात है*।

उसका कारण यह है कि, उसे कोई बीमारी आ ही नहीं सकती । उसके ब्लड में कभी कॉलेस्टेरॉल नहीं बढ़ता , कभी ट्रायग्लेसराइड नहीं बढ़ती , न ही उसे कभी डायबिटीज होती है । शुगर को कितनी भी बाहर से उसके शरीर में इंट्रोडयूस करो, वो टिकती नहीं । तो वह प्रोफेसर साहब कहते हैं कि यही चक्कर है , कि *बंदर सबेरे सबेरे ही भरपेट खाता है। जो आदमी नहीं खा पाता है , इसीलिए उसको सारी बीमारियां होती है ।*

*सूर्य निकलते ही सारी चिड़िया , सारे जानवर खाना खाते हैं ।*
जब से मनुष्य इस ब्रेकफास्ट , लंच , डिनर के चक्कर में फंसा तबसे मनुष्य ज्यादा बीमार रहने लगा है ।

प्रोफेसर रवींद्रनाथ शानवाग ने अपने सभी मरींजों से कहा कि *सुबह सुबह भरपेट खाओ* । उनके मरीज बताते है कि, *जबसे उन्हांने सुबह भरपेट खाना शुरू किया तबसे उन्हें डायबिटीज यानि शुगर कम हो गयी, किसी का कॉलेस्टेरॉल कम हो गया, किसी के घुटनों का दर्द कम हो गया , किसी का कमर का दर्द कम हो गया गैस बनाना बंद हो गई, पेट मे जलन होना बंद हो गया ,नींद अच्छी आने लगी* ….. वगैरह ..वगैरह ।
और यह बात बागभट्ट जी ने 3500 साल पहले कहा, कि सुबह का किया हुआ भोजन सबसे अच्छा है ।

*सुबह सूरज निकलने से ढाई घंटे तक यानि 9.30 बजे तक, ज्यादा से ज्यादा 10 बजे तक आपका भरपेट भोजन हो जाना चाहिए* । और ये भोजन तभी होगा जब आप नाश्ता बंद करेंगे । यह नाश्ता का प्रचलन हिंदुस्तानी नहीं है , यह अंग्रेजो की देन है , और रात्रि का भोजन सूर्य अस्त होने से आधा घंटा पहले कर लें । तभी बीमारियों से बचेंगे । सुबह सूर्य निकलने से ढाई घंटे तक हमारी जठराग्नि बहुत तीव्र होती है । हमारी जठराग्नि का सम्बन्ध सूर्य से है ।हमारी जठराग्नि सबसे अधिक तीव्र स्नान के बाद होती है । स्नान के बाद पित्त बढ़ता है , इसलिए सुबह स्नान करके भोजन कर लें । तथा एक भोजन से दूसरे भोजन के बीच ४ से ८ घंटे का अंतराल रखें बीच में कुछ न खाएं, और दिन डूबने के बाद बिल्कुल न खायें।।
चूंकि यह पक्षियों और जंगली जानवरों की दिनचर्या में सम्मिलित है, अत: वे अमूमन बीमार नहीं होते।।

*स्वस्थ रहे, स्वस्थ रखे*
आयुर्वेद अपनाए निरोग जीवन जिए।*

19/07/2025

दो दो गिलास पी जाएंगे अगर इस तरीके से दूध बनाकर देंगे। दूध मसाला पाउडर

♦️सामग्री♦️

बादाम - 250 ग्राम
पिस्ता - 150 ग्राम
काजू - 150 ग्राम
अखरोट - 50 ग्राम
सूखी अदरक पाउडर - 50 ग्राम
इलायची (हरी) - 20 ग्राम
केसर - 1 ग्राम (10-15 रेशे)
दालचीनी पाउडर - 20 ग्राम
जायफल पाउडर - 10 ग्राम
काली मिर्च पाउडर - 20 ग्राम
सफेद मिर्च पाउडर - 20 ग्राम
खसखस - 50 ग्राम

चीनी या मिश्री - 200 ग्राम (स्वादानुसार)

♦️विधि♦️

सूखे मेवे भून लें - बादाम, पिस्ता, काजू, अखरोट और खसखस ​​को धीमी आंच पर हल्का भून लें ताकि नमी निकल जाए और ठंडा होने दें।

पाउडर बना लें - सभी भुने हुए मेवों को मिक्सर में दरदरा पीस लें। अब इसमें इलायची, दालचीनी, जायफल, काली मिर्च, सफेद मिर्च और सोंठ पाउडर डालकर बारीक पीस लें। आखिर में केसर और गोंद कतीरा डालकर फिर से पीस लें।

स्टोर करें - तैयार मसाला पाउडर को एयरटाइट कंटेनर में भरकर रख लें, यह 3-4 महीने तक ताजा रहेगा।

कैसे इस्तेमाल करें - 1 कप गर्म दूध में 1-2 चम्मच मिल्क मसाला पाउडर डालकर मिक्स करके पी लें। इसे हलवा, खीर, कुल्फी या लड्डू में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

♦️फायदे ♦️

हड्डियां मजबूत करता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, कमजोरी दूर होती है सर्दी-खांसी से बचाता है, दिमाग तेज करता है और शरीर को ऊर्जा देता है। अब घर पर हेल्दी और टेस्टी मिल्क मसाला पाउडर बनाएं और पूरे परिवार की सेहत का ख्याल रखें।

अगर आपको किसी बीमारी का इलाज करवाना हो तो आप बीमारी के बारे में बताकर या परेशानी के बारे मे बता कर आयुर्वेदिक औषधियां मंगवा सकते हैं।..

किसी भी जानकारी के लिए या ट्रीटमेंट के लिए आप पहले हमें अपनी प्रॉब्लम व्हाट्सप्प कर दीजिये समय मिलते ही आपको जवाब दिया जायेगा..

19/07/2025

*शेयर करें*

कब्ज , पाचनतंत्र की कमजोरी,भूख न लगना
☘️🍀🍃🎋🌾🥬🌿🫒
*रश्मि आशीष झा आयुर्वेदाचार्य / वेलनेस कोच ((उत्तर प्रदेश))*
🌿🥬🌾🎋🍃🫒🍀☘️
इन सभी के लिए बेहतरीन नुस्खा ये नुस्खा गैस ,बदहजमी,खट्टी डकारे आना खाना खाते ही पेट दर्द होना खाना हजम न होना आपकी आंतो में जमी गंदगी बाहर निकालेगा पेट को तमाम बीमारियों से छुटकारा दिलाएगा ये नुस्खा मैने कई बार आजमाया है कई लोगो पे बहुत बेहतरी रिजल्ट है इसका
हरण 100 ग्राम
बहेड़ा 100 ग्राम
आमला 100 ग्राम
छोटी काली हरण 100 ग्राम इसको हल्का सा घी डालकर भून लेना है
गुलाब 100 ग्राम
हल्दी 100 ग्राम
काला नमक 100 ग्राम
वायविडंग 100 ग्राम
शुद्ध की हुई सोंठ 100 ग्राम
सौंफ 100 ग्राम
भुना जीरा 100 ग्राम
सेंधा नमक 100 ग्राम
सनाय पत्ती 50 ग्राम
पुदीना 100 ग्राम
नमक को छोड़कर सभी को बारीक पीस लेना है और इसमें 1 3 भावना नींबू के रस की 1 भावना एलोवेरा के ताजे रस की देना है जब सूख जाए तो इसमें नमक मिला दीजिए और जिनको सुखी खुजली होती हुआ वो इसमें 100 ग्राम शुद्ध की हुई गंधक डाल लें
सुबह साम खाने के बाद आधे से 1 चम्मच पाउडर गुनगुने पानी से इस्तेमाल करें कोई भी ताकत की दवा खाने से पहले इस नुस्खे को 10 से 15 दिन इस्तेमाल कर लें आपकी आंतो में जमी हुई गंदगी को बाहर निकाल देगा ये नुस्खा इसको कभी कभी इस्तेमाल कर सकते हैं 2 से 3 महीने इस्तेमाल करने से आपके पेट की चर्बी भी धीरे धीरे कम हो जाती है
☘️🫒🍀🍃🎋🌾🥬🌿
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