04/10/2024
*नौ औषधियों के पेड़ पौधे जिन्हें नवदुर्गा कहा गया है—*
(1) *प्रथम शैलपुत्री (हरड़)* : कई प्रकार के रोगों में काम आने वाली औषधि हरड़ हिमावती है जो देवी शैलपुत्री का ही एक रूप है *यह आयुर्वेद की प्रधान औषधि है* यह पथया, हरीतिका, अमृता, हेमवती, कायस्थ, चेतकी और श्रेयसी सात प्रकार की होती है।
(2) *ब्रह्मचारिणी (ब्राह्मी)* : ब्राह्मी आयु व याददाश्त बढ़ाकर रक्तविकारों को दूर कर स्वर को मधुर बनाती है इसलिए इसे सरस्वती भी कहा जाता है।
(3) *चंद्रघंटा (चंदुसूर)* : यह एक ऎसा पौधा है *जो धनिए के समान है* यह औषधि मोटापा दूर करने में लाभप्रद है इसलिए इसे चर्महंती भी कहते हैं।
(4) *कूष्मांडा (पेठा)* : इस औषधि से पेठा मिठाई बनती है इसलिए इस रूप को पेठा कहते हैं *इसे कुम्हड़ा भी कहते हैं* जो रक्त विकार दूर कर पेट को साफ करने में सहायक है *मानसिक रोगों में यह अमृत समान है* आज कल सैक्रीन से बनने वाला पेठा नहीं खाये घर में बनाये।
(5) *स्कंदमाता (अलसी)* : देवी स्कंदमाता औषधि के रूप में अलसी में विद्यमान हैं यह वात, पित्त व कफ रोगों की नाशक औषधि है *इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होने से इसे सभी को भोजन के पश्चात काले नमक से भूंजकर प्रतिदिन सुबह शाम लेना चाहिए* यह खून भी साफ करता है।
(6) *कात्यायनी (मोइया)* : देवी कात्यायनी को आयुर्वेद में कई नामों से जाना जाता है *जैसे* अम्बा, अम्बालिका व अम्बिका *इसके अलावा इन्हें मोइया भी कहते हैं* यह औषधि कफ, पित्त व गले के रोगों का नाश करती है।
(7) *कालरात्रि (नागदौन)* : यह देवी नागदौन औषधि के रूप में जानी जाती हैं *यह सभी प्रकार के रोगों में लाभकारी और मन एवं मस्तिष्क के विकारों को दूर करने वाली औषधि है* यह पाइल्स के लिये भी रामबाण औषधि है इसे स्थानीय भाषा जबलपुर में दूधी कहा जाता है।
(8) *महागौरी (तुलसी)* : तुलसी सात प्रकार की होती है सफेद तुलसी, काली तुलसी, मरूता, दवना, कुढेरक, अर्जक और षटपत्र *ये रक्त को साफ कर हृदय रोगों का नाश करती है* एकादशी को छोड़कर प्रतिदिन सुबह ग्रहण करना चाहिए।
(9) *सिद्धिदात्री (शतावरी)* : दुर्गा का नौवां रूप सिद्धिदात्री है *जिसे नारायणी शतावरी कहते है* यह बल, बुद्धि एवं विवेक के लिए उपयोगी है *विशेषकर प्रसूताओं* (जिन माताओं को ऑपरेशन के पश्चात अथवा कम दूध आता है) *उनके लिए यह रामबाण औषधि है* प्रसूताओं को इसका सेवन करना चाहिए।
*आइए हम सभी इस नवरात्रि के पावन अवसर पर इन प्राकृतिक आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन कर स्वयं को स्वस्थ्य बनाएं एवं जन जन तक इसे पहुंचाएं*।👏🏻👏🏽👏🏿
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