प्राचीन शिवसंतोषी मंदिर शम्भूनाथ महादेव

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प्राचीन शिवसंतोषी मंदिर शम्भूनाथ महादेव Business Promotions Advertising Social Networking Educational Counseling Media Reporter Health Care Insurance Advisor
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आप सभी को आजमगढ़ के पुराने मंदिर के संशोधन के लिए तत्पर होने की अपील की जाती है। यह प्राचीन मंदिर हमारी संस्कृति और धार्मिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे समय के साथ अस्तित्व संकट से गुजरना पड़ रहा है। हमें आपके सहयोग की जरूरत है ताकि हम इस पुराने मंदिर को नयी जीवन दे सकें।

मंदिर की मरम्मत और संशोधन के लिए आवश्यक धनसंचय के लिए हम आप सभी से एक छोटे से योगदान का अनुरोध कर रहे हैं। यदि आप इस महत्वपूर्ण कार्य में योगदान करना चाहेंगे, तो कृपया नीचे दिए गए लिंक का उपयोग करें और अपनी योगदान दर्ज करें।

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आपका छोटा सा योगदान भी हमारे संकटमय परिस्थितियों को सुधारने में मदद करेगा और हमें पुराने मंदिर को नवीनतम और आकर्षक बनाने की संभावना प्रदान करेगा। यह आपकी धार्मिक आस्था के प्रतीक के रूप में आपकी सहायता का एक महत्वपूर्ण योगदान होगा।

आपके सहयोग के लिए हम आपका ह्रदय से आभारी हैं। इस उद्यम में सफलता की कामना करते हुए हम सभी का एक साथ मिलकर प्रयास करेंगे।

धन्यवाद।

धर्म अडिग है। मज़हब बह गया। हर हर महादेव। पंचवक्त्र मंदिर मण्डी हिमाचल। पिछले 36 घंटों में 9 बार बादल फटने और 13 बार लैं...
15/07/2023

धर्म अडिग है। मज़हब बह गया। हर हर महादेव। पंचवक्त्र मंदिर मण्डी हिमाचल। पिछले 36 घंटों में 9 बार बादल फटने और 13 बार लैंडस्लाइड होने के बावजूद हिमाचल के मंडी ज़िले का ये मंदिर 300 साल लगभग पहले जिसका जीर्णोद्धार राजा सिद्धसेन ने 1684-1727 में करवाया था लेकिन इस के बनने का समय अज्ञात है। पंचवक्त्र शिव मंदिर जस का तस खड़ा है।

ये शिव जी का चमत्कार है या नहीं ये तो शिव जी ही जानें, लेकिन एक बात ये समझ में आई कि जब से दुनिया में प्रॉपर सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू हुई और इमारतें आधुनिक सिविल इंजीनियरिंग के अनुसार बनाई जाने लगीं तबसे कोई इमारत 100 साल से ज़्यादा नहीं टिकती, ज़्यादातर इमारतों सौ साल के पहले ही जर्जर और ध्वस्त हो जाती हैं, लेकिन हमारे पूर्वज जो आधुनिक सिविल इंजीनियरिंग का सी नहीं जानते थे उनकी बनाई इमारतें बड़ी से बड़ी आपदा में भी खड़ी हैं, जबकि आधुनिक इमारतें तास के पत्तों की तरह बह रही हैं।जबकि मन्दिर का लकड़ी का दरवाज़ा भी सही सलामत है।

आधुनिक इंजीनियरिंग से बने पुल, बांध, फोरलेन सब टुटकर व्यास मे समा गए परंतु यह मंदिर लगभग कई सालों से सैकड़ों बार व्यास के प्रचंड वेग को सहता हुआ आज भी शान से खड़ा है..........

।। हर हर महादेव ।।
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प्राचीन शिव संतोषी मंदिरआप सभी को आजमगढ़ के पुराने मंदिर के संशोधन के लिए तत्पर होने की अपील की जाती है। यह प्राचीन मंदि...
03/07/2023

प्राचीन शिव संतोषी मंदिर
आप सभी को आजमगढ़ के पुराने मंदिर के संशोधन के लिए तत्पर होने की अपील की जाती है। यह प्राचीन मंदिर हमारी संस्कृति और धार्मिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे समय के साथ अस्तित्व संकट से गुजरना पड़ रहा है। हमें आपके सहयोग की जरूरत है ताकि हम इस पुराने मंदिर को नयी जीवन दे सकें।

मंदिर की मरम्मत और संशोधन के लिए आवश्यक धनसंचय के लिए हम आप सभी से एक छोटे से योगदान का अनुरोध कर रहे हैं। यदि आप इस महत्वपूर्ण कार्य में योगदान करना चाहेंगे, तो कृपया नीचे दिए गए लिंक का उपयोग करें और अपनी योगदान दर्ज करें।

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आपका छोटा सा योगदान भी हमारे संकटमय परिस्थितियों को सुधारने में मदद करेगा और हमें पुराने मंदिर को नवीनतम और आकर्षक बनाने की संभावना प्रदान करेगा। यह आपकी धार्मिक आस्था के प्रतीक के रूप में आपकी सहायता का एक महत्वपूर्ण योगदान होगा।

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