18/01/2025
कल चार बड़ी खबरें थी,
देश का मान बढ़ाने वाली।
लेकिन इन चारों पर ही मीडिया में
दिनभर कोई चर्चा नहीं सिर्फ तैमूर के अब्बा के लिए विधवा विलाप मचाया हुआ था...
1) ISRO का SPADEX मिशन सफल...
2)नेट अंडर्सन का हिंडनबर्ग की गठरी बांधकर भागना...
3)FB,META के मालिक मार्क जुकरबर्ग का झूठ फैलाने के मामले में अश्वनी वैष्णव जी द्वारा लताड़े जाने के बाद भारत से माफ़ी माँगना...
4)1998 में परमाणु परीक्षण के बाद
प्रतिबंधित 3 कंपनीयों का 27 वर्ष बाद उसे वापस लेना
और उल्टे पोर्कीस्तान और चीन के 11 कम्पनीयों पर प्रतिबन्ध ठोकना...
कल का दिन भारत के लिए
अत्यत्न महत्वपूर्ण रहा।
चाहे इसरो का spadex मिशन हो ,
हिन्डरबर्ग की दुकान बंद होना या
फिर जुकेरबर्ग का भारत से मांफी मांगना।
इन सबमे सबसे महत्वपूर्ण खबर
भाभा एटॉमिक रिसर्च सेण्टर ,
इंदिरा गाँधी एटॉमिक रिसर्च सेण्टर और
इंडियन रेयर अर्थ जैसे महत्वपूर्ण संस्थानों से अमेरिकी प्रतिबंध का खत्म होना रहा है।
लेकिन कल यह सब खबरे सेकंडरी रही।
सारे असल और महत्वपूर्ण खबरें तैमूर के भांड अब्बा और अम्मी के चक्कर में ICU में डाल दिया मीडिया ने...
इसे बोलते हैं इकोसिस्टम...
मीडिया के दलालों को मोटा माल देकर
चरसी गाँधी के "INDIAN STATE" से लड़ने
वाले बयान पर भी पर्दा डाल दिया और देश की
जनता को उसके सरकार की उपलब्धि भी नहीं मालूम पड़े,
ये खेल भी खेल लिया...