Aayurvedic Aarogya Chikitsha Kendra

Aayurvedic Aarogya Chikitsha Kendra We have the Business of Aayurvedic Medicines and all FMCG Products... करिये योग रहिये निरोग राष्ट्र हित में स्वदेशी अपनाएँ

09/08/2025

!!!---: *करी पत्ता* :---!!!
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करी पत्ता एक अत्यंत उपयोगी और औषधीय पौधा है, जिसका वैज्ञानिक नाम मुरैना कोएनिगी है। हिंदी में इसे मीठा नीम भी कहते हैं। इसके लाभ, उपयोग और पोषण संबंधी मुख्य बातें नीचे दी गई हैं: योग साधना आयुर्वेद चिकित्सा और नुस्खा

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*भारत रत्न राजीव दीक्षित जी*

🌿 *करी पत्ते के स्वास्थ्य लाभ:*

1. पाचन के लिए उपयोगी - करी पत्ता पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और अपच, कब्ज, गैस जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है।

*योग साधना और चिकित्सा*

2. मधुमेह में लाभकारी - रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। रोज सुबह खाली पेट करी पत्ता चबाना फायदेमंद होता है।

*आयुर्वेद और हमारा जीवन*

3. बालों के लिए लाभकारी - बालों का झड़ना रोकता है, सफेद होना कम करता है और रूसी से बचाता है। इसे तेल में उबालकर बालों में लगाया जाता है।

*ज्ञानवर्धक सुझाव - आयुर्वेद के स्वास्थ्य सूत्र*

4. लिवर की सुरक्षा करता है - लिवर को डिटॉक्सीफाई करता है और उसकी कार्यक्षमता बढ़ाता है। योग दर्शन

5. कोलेस्ट्रॉल कम करता है - शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करता है और हृदय को स्वस्थ रखता है।

6. प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत करता है - इसके एंटीऑक्सीडेंट तत्व शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाते हैं।

*वैदिक संस्कृत*

7. दृष्टि के लिए - विटामिन A से भरपूर होने के कारण, यह आँखों के लिए भी अच्छा है।

*चाणक्य नीति के अनमोल विचार*

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🥗 *कैसे इस्तेमाल करें:*

*भोजन (दाल, सब्जी आदि) में मसाले के रूप में*
*चटनी या काढ़ा बनाकर*
*सुबह खाली पेट 5-7 पत्ते चबाएँ*
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*करी पत्ते का पाउडर बनाकर गर्म पानी में पिएँ*

*🖤बालों के लिए, करी पत्ते को तेल में उबालकर इस्तेमाल करें*

रोमांचक, आश्चर्यजनक, मज़ेदार और ज्ञानवर्धक तथ्य

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मनोरंजक, आश्चर्यजनक, मज़ेदार और ज्ञानवर्धक तथ्य

*पोषण*:

करी पत्ते में निम्नलिखित पोषक तत्व होते हैं:

विटामिन A, B, C और E

कैल्शियम

लौह

फाइबर

फॉस्फोरस

प्रोटीन

एंटीऑक्सीडेंट

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06/08/2025

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दो स्पेशल नुक्से...

(♦️) नंबर ONE

▪️आधी लोकी का रस

▪️आधा खीरा का रस

▪️एक सेब का रस

▪️3-4 पत्त्ते तुलसी के

▪️2 चमच्च गिलोय रस

▪️2 चमच्च अलोएवेरा रस

सबको मिक्स करके सुबह खाली पेट पियें।

Cholesterol, fatty liver, uric acid का रामबाण इलाज

(♦️) नंबर TWO

हाई BP, हाई कोलेस्ट्रॉल , हाई ट्राइग्लिसराइड और हृदय रोग में लौकी के जूस से 'बाई पास सर्जरी' से बचना

छिलका सहित लंबी वाली लौकी (घिया) ले कर कद्दूकस कर लें, या टुकड़ों में काट लें, इसके बाद इसे सिलबट्टे या ग्राइंडर से पीस लें, पीसते समय इसमें 7 तुलसी, 5 पुदिने की पत्तियां मिला लें, इस पिसे हुए पेस्ट को साफ कपडे से छान लें, ये रस 125 ml होना चाहिए, इस रस में 125 ml साफ पानी मिला कर 250 ml बना लें, अब इसमें 4 पिसी काली मिर्च और एक ग्राम सेंधा नमक मिला लें,

ये दवा की मात्रा तैयार हो गयी।

♦️सेवन विधि ♦️

हाई BP, बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड और डाइबिटीज़ के मरीज को ये पूरी खुराक सुबह खाली पेट पी लेनी है, इसके 20 मिनट बाद तक कुछ भी खाना-पीना नही है।

हृदय रोगी को पूरी 250 ml की 3 खुराक बनानी हैं,

दिन में 3 बार सुबह दोपहर शाम

भोजन के आधा घंटे बाद एक मात्रा लेनी है। पहले 3 -4 दिन इस दवा को पीने से पेट में कुछ गड़गड़ाहट होगी, पतले दस्त हो सकते हैं, उनसे घबराना नही है, 3 -4 दिनों में पेट के सभी विकार मल के साथ बाहर निकल कर पेट स्वस्थ हो जाएगा।

इस उपचार को दो से तीन महीने आवश्यकता अनुसार लेने से हृदय रोगी ठीक हो जाते हैं, बाई पास सर्जरी की शायद ज़रूरत नही रहती, ये अनुभूत उपचार है, कभी असफल नही होता है

▪️आयुर्वेद अपनाएं स्वस्थ जीवन पाएं...

06/08/2025

*👉पेट की चर्बी कम करने के 10 असरदार घरेलू उपाय*

शुरुआत में आप वज़न बढ़ने पर ध्यान नहीं देते, लेकिन जब वज़न ज़रूरत से ज़्यादा बढ़ जाता है, तो उसे कम करने के लिए आपको पसीना बहाना पड़ता है। इन घरेलू उपायों की मदद से आप तेज़ी से वज़न कम कर सकते हैं।

*1. प्याज, अदरक, लहसुन, टमाटर, दालचीनी जैसे खाद्य पदार्थ शरीर की चर्बी कम करने में मदद करते हैं।*

*2. जितना हो सके अपने आहार में नमक की मात्रा कम करें*। क्योंकि नमक में मौजूद सोडियम शरीर में पानी की मात्रा बढ़ाता है और मोटापा बढ़ाता है।

*3. रात को सोने से पहले ग्रीन टी पीने से शरीर की पाचन क्रिया बेहतर होती है। जिससे आपको वज़न कम करने में मदद मिलती है।*

*4. जितना हो सके अपने आहार में चीनी की मात्रा कम करें।* *आप चीनी की जगह गुड़ या शहद का इस्तेमाल ज़रूर कर सकते हैं।*

*5. अगर आप नियमित रूप से अपने आहार में दही शामिल करते हैं, तो यह आपको पतला होने में मदद कर सकता है।* पेट की चर्बी कम करने के लिए, *रोज़ सुबह एक कच्चा लहसुन खाने* से पेट की चर्बी कम करने में मदद मिलेगी।

*6. अगर आप पर्याप्त नींद नहीं लेंगे, तो आपका वज़न बढ़ेगा। अच्छी नींद लेने से पाचन क्रिया बेहतर होगी और अतिरिक्त चर्बी नहीं बढ़ेगी। *सुबह खाली पेट गर्म पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से वज़न कम करने में मदद मिलेगी।*

*7. योग करने से वज़न कम होता है। नौकासन योग पेट की चर्बी कम करने के लिए सबसे अच्छा है।*

*8. अगर आप वज़न कम करना चाहते हैं, तो सुबह जल्दी टहलने की आदत डालें।* *इससे पेट की चर्बी कम करने में मदद मिलेगी।*

*9. रात में देर से खाना खाने से पेट की चर्बी बढ़ती है।_ इसलिए सोने से 2 घंटे पहले खाना खाएँ।*

*10. रात के खाने में हल्का भोजन करें। तैलीय, मसालेदार भोजन न करें।*

*सोने से पहले शतपावली करना न भूलें। इससे पेट की चर्बी कम करने में मदद मिलेगी।*

04/08/2025

Celebrating my 4th year on Facebook. Thank you for your continuing support. I could never have made it without you. 🙏🤗🎉

05/06/2025

गुड मॉर्निंग ऑल ऑफ यू

किडनी कि पथरी को दो घंटे में बाहर निकलना शुरू आजमाएं ये अचूक उपाय*

यदि आप किडनी कि पथरी से परेशान हैं या पथरी कि शुरुआत है यदी पथरी न हुई है तो भी आप इस घरेलू नुस्खे को अपनाएं
आपकों पथरी आघे घंटे में ही धीरे धीरे पथरी निकलना शुरू हो जाती है पच्चीस एम एम कि पथरी भी गलकर निकल जाती है
चमत्कारी उपाय हे बिना पेसे का नुस्खा है एक बार आप भी आजमाएं बहुत से लोगों को फायदा हुआ है आपको भी होंगा गर्मी के समय खरबुजा बाजार में उपलब्ध है हम खाने के लिए घर पर लाते हैं बस खरबुजा खानें के बाद जो छिलका निकलता है हम उसे फेंक देते हैं बस यही हम गलती करते हैं खरबुजे के छिलके एक तपेली में डालकर दो गिलास पानी डालकर गरम कीजिये एक गिलास रहने पर छानकर पी लें इसके पिने के आघे घंटे बाद ही आपकी पथरी गलने कि प्रतिक्रिया शुरू हो जाती है ओर पेशाब के रास्ते बाहर निकलना शुरू हो जाती है हे न मुफ्त का इलाज एक बार आजमाएं ओर रिजल्ट का विडियो भेजें
ताकि किसी दुसरे का भी भला हो सके

इस पोस्ट को अधिक से अधिक फारवर्ड करते रहे ताकि अनेकानेक पथरी पेसेंट का भला हो सके

03/06/2025

Good morning all of you

भोजन द्वारा स्वास्थ्य*

*1 केला*
ब्लडप्रैशर नियंत्रित करता है, हड्डियों को मजबूत बनाता है, हृदय की सुरक्षा करता है, अतिसार में लाभदायक है, खाँसी में हितकारी है।

*2 जामुन*
कैंसर की रोकथाम करता है, हृदय की सुरक्षा करता है, कब्ज को मिटाता है, स्मरण शक्ति बढाता है, रक्त शर्करा नियंत्रित करता है, डायबिटीज में अति लाभदायक।

*3 सेवफ़ल*
हृदय की सुरक्षा करता है, दस्त उपचार से रोकता है, कब्ज में फ़ायदेमंद है, फ़ेफ़ड़ों की शक्ति बढाता है।

*4 चुकंदर*
शरीर का वजन घटाता है, ब्लडप्रैशर नियंत्रित करता है, अस्थिक्षरण रोकता है, कैंसर के विरुद्ध लडता है, हृदय की सुरक्षा करता है।

*5 पत्ता गोभी*
बवासीर में हितकारी है, हृदय रोगों में लाभदायक है, कब्ज को मिटाता है, वजन घटाने में सहायक है, कैंसर में फ़ायदेमंद है।

*6 नींबू*
त्वचा को मुलायम बनाता है, कैंसर अवरोधक है, हृदय की सुरक्षा करता है, ब्लड प्रैशर नियंत्रित करता है, स्कर्वी रोगनाशक है।

*7 अंगूर*
रक्तप्रवाह वर्धक है, हृदय की सुरक्षा करता है, कैंसर से लडता है, गुर्दे की पथरी नष्ट करता है, नेत्र ज्योतिवर्धक है।

*8 आम*
कैंसर से बचाव करता है, थायराईड रोग में हितकारी है, पाचन शक्ति बढाता है, याददाश्त कमजोरी में हितकर।

*9 अलसी के बीज*
मानसिक शक्तिवर्धक है, रोग प्रतिरोध शक्ति को बढ़ते हैं, डायबिटीज में उपकारी है, हृदय की सुरक्षा करता है, डायजैशन को ठीक करते हैं।

*10 संतरा*
हृदय की सुरक्षा करता है, रोग प्रतिरोध शक्ति बढ़ाता है, श्वसन विकारों में लाभकारी है, कैंसर में हितकारी है।

*11 टमाटर*
कोलेस्टरोल कम करता है, प्रोस्टेट ग्रंथि सुधार में उपकारी है, कैंसर से बचाव करता है, हृदय की सुरक्षा करता है।

*12 पानी*
गुर्दे की पथरी का नाशक है, वजन घटाने में सहायक है, कैंसर के विरुद्ध लड़ता है, त्वचा की चमक बढाता है।

*13 अखरोट*
मूड उन्नत करने में सहायक है, मैमोरी पावर बढाता है, कैंसर से लड सकता है, हृदय रोगों से बचाव करता है, कोलेस्टरोल घटाता है।

*14 तरबूज*
स्ट्रोक रोकने में उपयोगी है, प्रोस्टेट-स्वास्थ्य में हितकारी है, रक्तचाप घटाता है, वजन कम करने में सहायक है।

*15 अंकुरित गेहूँ*
बडी आँत के कैंसर से लडता है, कब्ज प्रतिकारक है, स्ट्रोक से रक्षा करता है, कोलेस्टरोल कम करता है, पाचन शक्ति को सुधारता है।

*16 चावल*
किडनी स्टोन में हितकारी है, डायबिटीज में लाभदायक है, स्ट्रोक से बचाव करता है, कैंसर से लडता है, हृदय की सुरक्षा करता है।

*17 आलू बुखारा*
हृदय रोगों से बचाव करता है, बुढापा जल्द आने से रोकता है, याददाश्त को बढाता है, कोलेस्टरोल घटाता है, कब्ज प्रतिरोधक है।

*18 पाइनैप्पल*
अतिसार (दस्त) रोकता है, वार्ट्स (मस्से) ठीक करता है, सर्दी, ठंड से बचाव करता है, अस्थिक्षरण को रोकता है, पाचन क्रिया सुधारता है।

*19 जौ, जई*
कोलेस्टरोल घटाता है, कैंसर से लडता है, डायबिटीज में उपकारी है, कब्ज प्रतिकारक् है, त्वचा की शाईनिंग बढ़ाता है।

*20 अंजीर*
रक्तचाप नियंत्रित करता है, स्ट्रोक्स से बचाता है, कोलेस्टरोल कम करता है, कैंसर से लडता है, वजन घटाने में सहायक है।

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01/06/2025

Good morning all of you
Have a great day

आज हम एक कॉमन प्रॉब्लम जो कि 50 पर्सेंट महिलाओं के साथ होती है इसके बारे में विस्तार से बताएंगे

WHITE DISHCHARGE

♦️ *श्वेत प्रदर (सफ़ेद पानी)* ♦️

ल्यूकोरिया या प्रदर रोग महिलाओं में होने वाला एक गंभीर रोग है. इस रोग में महिला की योनी से सफ़ेद रंग का स्राव निकलता रहता है जो महिला को शारीरिक एवं मानसिक रूप से कमजोर बना देता है..

सफ़ेद पानी की समस्या से पीड़ित महिला गर्भ धारण करने में सक्षम नहीं हो पाती एवं साथ ही उसके शरीर से धातुओं का क्षय होता रहता है जो उसे शारीरिक रूप से बेहद कमजोर बना देतें है..

♦️आयुर्वेदानुसार श्वेत प्रदर ♦️

संहिताओं में इसका वर्णन श्लेष्मिक प्रदर या श्लेष्मजा योनी नाम से मिलता है. सामान्य अवस्था में महिला के प्रजनन अंगो एवं भग प्रदेश आदि से प्राय: सफ़ेद रंग का एवं गंधहिन पानी जैसा स्राव निकलता रहता है, जो उस भाग को गीला बनाये रखता है.. इस स्राव की मात्रा उतनी ही होती है जितने में वह अंग गीला रहे | मानसिक विकार जैसे काम, क्रोध एवं वासना आदि के कारण यह मात्रा बढ़ भी जाती जो एक समय पश्चात सामान्य हो जाती है.. कभी कभार दुर्बलता, कुपोषण, आहार विहार एवं व्याधियों के कारण यह मात्रा अधिक हो जाती है जो लम्बे समय तक परेशान करती है | इसी अवस्था को श्वेत प्रदर कहते है..

आयुर्वेद चिकत्सानुसार महिलाओं में सफ़ेद पानी की समस्या को 5 प्रकार की माना है..

भगज श्वेत प्रदर
योनिज
ग्रीवीय एवं
ग्रभास्यज श्वेत प्रदर

श्वेत प्रदर (सफ़ेद पानी) के कारण

पांडू रोग / खून की कमी

मानसिक विकार जैसे क्रोध, भय एवं चिंता आदि

अधिक सम्भोग

अपच एवं अजीर्ण

कब्ज

मूत्राशय में सुजन

अतृप्त कामवासन

भावनात्मक कष्ट आदि

श्वेत प्रदर की पहचान या लक्षण

योनिमार्ग से सफ़ेद जलीय चिपचिपे पदार्थ का बाहर निकलना.

योनी में खुजली एवं जलन.
जांघों में भारीपन
शारीरिक दुर्बलता
आलस्य
भोजन का ठीक प्रकार से पाचन न होना
कब्ज हो जाना
सिर दर्द
चक्कर आना
भोजन में अरुचि होना आदि लक्षण सफ़ेद पानी की समस्या होने पर दिखाई देते है

♦️श्वेत प्रदर के कारगर घरेलु इलाज.♦️

श्वेत प्रदर नाशक त्रिफला योग

♦️सामग्री ♦️

आंवले का बक्कल, हरड का बक्कल, एवं बहेड़ा इन तीनो को 1 -1 तोला(10 ग्राम) एवं जल आधा kg

♦️विधि ♦️

सबसे पहले इन तीनो द्रव्यों को कूटपीस कर दरदरा कर लें | अब रात्रि के समय इन्हें एक मिट्टी के बर्तन में रखकर ऊपर से पानी डाल दें..रात्रि भर अच्छी तरह भीगने के बाद सुबह इसे आंच पर चढ़ा कर काढ़ा तैयार कर लें यह योग सभी प्रकार के प्रदर रोग में उपयोगी है..

इसके उपयोग से पुराने से पुराना प्रदर रोग ठीक हो जाता है | साथ ही वेदना आदि में भी आराम मिलता है..

♦️उपयोग की विधि ♦️

इस काढ़े का उपयोग योनी में एनिमा देने के लिए किया जाता है | योनी में ड्यूस एवं पिच्चु को धारण करना चाहिए एवं साथ ही योनिमार्ग को इस काढ़े से धोना चाहिए | लगातार कुछ दिनों के प्रयोग से शीघ्र ही श्वेत प्रदर की समस्या नष्ट हो जाती है |

आयुर्वेद में त्रिफला क्वाथ से योनी प्रक्षालन को उपयुक्त चिकित्सा माना गया है..

गुलर योग

सामग्री
गुलर के पक्के फल का 50 ग्राम चूर्ण और 100 ग्राम मिश्री |

♦️विधि ♦️

गुलर के फलों को को टुकड़े टुकड़े करके सुखा लें | जब एक दम सुख जाए तब कूट पीसकर कर कपड़छन चूर्ण कर लें | इस चूर्ण में मिश्री मिलाकर अच्छी तरह ढक कर रखें |

♦️उपयोग एवं गुण ♦️

10 ग्राम तक की मात्रा में इस चूर्ण को खाकर ऊपर से गाय या बकरी का दूध ग्रहण करना चाहिए | अगर रक्त प्रदर की समस्या हो तो अशोकारिष्ट के साथ सेवन करना चाहिए | हमेशा ठन्डे जल के साथ ही इसका सेवन करना चाहिए | दिन में दो बार सुबह एवं शाम लिया जा सकता है | इसके उपयोग से सभी प्रकार के प्रदर रोग ठीक हो जाता है |

♦️श्वेत प्रदर (सफ़ेद पानी) के घरेलु नुस्खें..♦️

मुलहठी एवं चीनी 10 ग्राम एवं 20 ग्राम प्रत्येक को दोनों को पीसकर चूर्ण बना लें | आधा चम्मच चूर्ण सुबह और आधा चम्मच शाम को दूध के साथ सेवन करें.

सूखे हुए चमेली के पते 4 ग्राम और सफ़ेद फिटकरी 2 ग्राम दोनों को खूब महीन पिसलें | इसमें से 2 ग्राम चूर्ण शक्कर में मिलाकर रात के समय फांककर ऊपर से दूध पी लें | इसके प्रयोग से श्वेत प्रदर ठीक हो जाता है |

पके हुए केले के अन्दर फिटकरी का चूर्ण भरकर इसे दोपहर के समय खूब चबा चबा कर खाएं | इसके सेवन से सफ़ेद पानी की समस्या से राहत मिलती है |

पेट पर ठन्डे पानी का कपडा रोज 10 मिनट रखना चाहिए |

अशोक के पेड़ की छाल को 50 ग्राम की मात्रा में लें | इसे 1 किलो पानी में पकाएं जब पानी आधा रहे तब इसे आंच से निचे उतार कर छान कर दूध में मिलाकर सेवन करना श्वेत प्रदर के रोग में फायदेमंद रहता है |

अनार के छिलकों को ठन्डे पानी के साथ सेवन करने से फायदा मिलता है |

मूली का सेवन भी फायदेमंद रहता है | मूली के पतों का रस निकाल कर सेवन करने से भी लाभ मिलता है |

गुलाब के फुल की पत्तियों को मिश्री के साथ सेवन करने से लाभ मिलता है

धन्यवाद

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10/03/2025

*अचानक हाई बीपी? 6 काम जल्दी करो; आपको लगातार गोलियाँ लेने की ज़रूरत नहीं है...*

उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) या उच्च रक्तचाप की बढ़ती समस्या बीस की उम्र के बाद परेशान करती है। जब रक्तचाप 90/140 से ऊपर पहुंच जाता है तो धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ जाता है। सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं बल्कि युवा भी इसके शिकार हो रहे हैं। उच्च रक्तचाप का कोई विशेष लक्षण नहीं होता है। लेकिन इस बीमारी को साइलेंट किलर के नाम से जाना जाता है। यह बीमारी धीरे-धीरे दिल और किडनी को नुकसान पहुंचाती है। इससे ब्रेन हेमरेज, ब्रेन स्ट्रोक और दिल का दौरा जैसी जानलेवा स्थितियाँ पैदा होती हैं।

उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए जीवनशैली और आहार में बदलाव जरूरी है। इससे ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है.


*मूग दाल का सूप...*
हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखने के लिए मूंग दाल का सूप एक बेहतरीन विकल्प है. मूंग दाल का सूप बनाने के लिए हरा धनिया, जीरा और एक चुटकी हल्दी मिलाएं, यह रक्तचाप को कम करने में मदद करता है।

*शहद पानी...*
ब्लड प्रेशर कम करने के लिए नमक का पानी फायदेमंद होता है। एक कप गर्म पानी लें, इसमें 1 चम्मच शहद और 5 से 10 बूंदें एप्पल साइडर विनेगर की मिलाएं और सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने और उच्च रक्तचाप को नियंत्रण में रखने में मदद करता है।

*संतरे का रस और नारियल पानी...*
अगर ब्लड प्रेशर हमेशा हाई रहता है तो एक गिलास संतरे का जूस और नारियल पानी पिएं। दिन में कम से कम 2 से 3 बार आधा कप पानी पियें।

*खीरा...*
खीरे में पानी की मात्रा अधिक होती है। खीरे का रायता सेहत के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी फायदेमंद है।

*कलिंगाड...*
डॉक्टरों का कहना है कि कलिंगा में एक चुटकी इलायची और एक चुटकी धनिया पाउडर मिलाने से आपको राहत मिल सकती है। इससे ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखने में मदद मिलती है.

*आड़ू फल (अडू)...*
एक कप ताजे आड़ू के रस में एक चम्मच धनिया और एक चुटकी इलायची पाउडर मिलाने से रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इस फल का जूस दिन में 2 से 3 बार पियें।

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15/02/2025

Good evening all of you

Good morning
25/01/2025

Good morning

24/01/2025

Good evening all

शुद्धतम शुद्ध, सेंधा नमक..

*जानिये इसके 20 अद्भुत गुण..*
*और अगर सन्तुष्ट हैं तो केमिकलयुक्त समुद्री नमक को तिलांजलि दें...* *अन्यथा डॉक्टरों के चक्कर लगाने से फुर्सत नहीं मिलेगी और हम सब मकड़जाल में फंसते जायेंगे।*

"सेंधा नमक" को सबसे "शुद्ध नमक" माना जाता है, क्योंकि इसमें मिलावट और रसायन नहीं होते हैं।

बहुत कम लोग जानते हैं कि यह नमक सिर्फ एक मसाला नहीं है बल्कि इसमें सारे तत्व शामिल है जो एक शरीर की जरुरत होते हैं....
जैसे कि लोहा, कैल्शियम, पोटेशियम, जिन्क और भी बहुत कुछ सेंधा नमक में मौजूद होता हैं।

इसे आप खाने में मिलाकर खा सकते हैं या फिर बाजार में सप्लीमेंट्स, पाउडर और पिल्स मौजूद होती है जिसे आप ले सकते है।
लेकिन आप इसे बिना डॉक्टर के सुझाव के लें, तो फिर बिना देरी किए आइए सेंधा नमक के सेहत से जुड़े फायदो के बारे में जानते हैं। जिनके बारे में शायद ही आप जानते होंगे...

(1). सेंधा नमक खराब पाचन के उपचार में काफी प्रभावी होता है। ये एक औषधि की तरह काम करता है जिससे पाचन में सुधार आता है। ये आपके भूख और गैस में भी राहत देता हैं।

(2). रोजाना सेंधा नमक खाने से आपके शरीर के खोए हुए इलेक्ट्रोलाइट्स को फिर से भरता है और पीएच स्तर को नियंत्रित रखता है। ये रक्त परिसंचरण को उत्तेजित करता है और शरीर में मौजूदा गंदगी और टॉक्सिक मिनरल्स को बहार निकाल देता है।

(3). ये आपके रक्तचाप के स्तर का संतुलन बनाए रखता है।

(4). सेंधा नमक कई दाद और कीड़े के काटे हुए और गाठिया के दर्द से रोगों के उपचारो से निजात दिलाता है। ये हर भारतीय घरों में पाया जाता हैं।

(5). आप शायद इस तथ्य को जानकर चौंक जाएं कि सेंधा नमक वजन कम करने में मदद करता हैं। ये शरीर के फैट सेल्स को कम कर देता है।

(6). जब सेंधा नमक नींबू के रस के साथ लिया जाता है तो पेट के कीड़ो से आराम मिलता है और उल्टियों को भी रोकता है।

(7). महंगे सी-सॉल्ट बाथ खरीदने की बजाय आप बिना रुपये खर्च किए खुद भी बना सकते है अपना सी सॉल्ट बाथ, इसे बनाने के लिए अपने नहाने वाले पानी में एक चम्मच सेंधा नमक मिला लें और फिर उस पानी को नहाने के लिए इस्तेमाल करे। इस पानी से नहाने से आपको राहत मिलेगा, ये गले की मांसपेशियों को शांत करता है, आपके शरीर को डिटॉक्सीफाय करता है। इसके साथ ही आपके रक्त चाप को नियंत्रित रखता है।

(8). अगर अक्सर आपके मांसपेंशियों में ऐंठन होती है तो सेंधा नमक आपको राहत पहुंचा सकता है। इसके लिए एक गिलास पानी में थोड़ा सा सेंधा नमक मिला कर पिएं।

(9). जो लोग साइनस और सांस की समस्या से पीड़ित है उन्हें रोजाना सेंधा नमक का सेवन करना चाहिए। सेंधा नमक से गार्गिल करने से गले में सूजन, दर्द, सूखी खांसी और टॉन्सिल से राहत मिलती है। जो लोग ब्रोंकाइटिस, दमा या सांस की अन्य समस्याओं के शिकार है वो सेंधा नमक की भाप ले सकते हैं।

(10). सेंधा नमक जरुरी मिनर्लस प्रदान करता है और आपके इम्यून सिस्टम को सुधारता हैं। इसके अलावा ये संचार, श्वसन और तंत्रिका तंत्र को एक हद तक सुधारता है।

(11). सेंधा नमक आपके दातों को सफेद करता और मुंह के फ्रेशनर के तौर पर इस्तेमाल होता है। आप खराश के लिए इस नमक से गार्गल भी कर सकते है।

(12). सेंधा नमक प्रभावी ढंग से पाचन और लार के रस को स्वस्थ बनाए रखता है। आप सामान्य नमक की बजाय अपने खाने में सेंधा नमक का इस्तेमाल कर सकते है।

(13). नमक को और प्रभावी बनाने के लिए आप तांबे के बर्तन में स्टोर कर सकते है जब तक वो लाल ना हो जाए।

(14). सेंधा नमक हड्डियों और टिश्यूज़ को मजबूत बनाता है

(15). सेंधा नमक को खूबसूरती बढ़ाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। इसके इस्तेमाल से आपके शरीर की मृत त्वचा से छुटकारा मिलता है।

(16). आप अपने शरीर को पोषण पहुंचाने के लिए भी सेंधा नमक का इस्तेमाल कर सकतो हो

(17). चेहरे को साफ करने के अलावा सेंधा नमक आपके त्वचा के टीशूज को मजबूत बनाता है और आपको जवां दिखाने में मदद करता है।

(18). सेंधा नमक को आप पैरों के स्क्रब के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते है। इसके लिए बस आपको आधी बाल्टी गुनगुने पानी में 2 चम्मच सेंधा नमक मिलाना है और उसमें अपने पैरों को ड़ाल दें। इस पानी में अपना पसंदीदा कोई सा भी तेल ड़ाल सकते हैं।

(19). इसके अलावा आप अपने क्लींनजर की जगह सेंधा नमक का इस्तेमाल कर सकते है जिसमें क्लीनजर के गुण समाए हुए है। सेंधा नमक जमी गंदगी और अतिरिक्त तेल बहार निकाल देते है। क्लींनजर बनाने के लिए आप अपने क्लींनजर में सेंधा नमक को मिला लें और साफ करने के बाद अपने चेहरे को धो लें।

(20). अगर आपके नाखून पीले पड़ गए हैं या फिर उसके रंग में बदलाव आ गया है तो आप सेंधा नमक की मदद से अपने खोए हुए रंग को पा सकते है। इससे आपके नाखूनों की खोई हुई चमक भी वापस आ जाएगी।

17/01/2025

*आपको बीमार पड़ने से बचाएंगी ये चीजें, जरूर जान लीजिए*

*शरीर लगातार विभिन्न प्रकार की बीमारियों के वाहक जीवाणुओं के हमले झेलता रहता है। ये हमले नाकाम तभी हो सकते हैं जब हमारे शरीर का किला यानी हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो। इस किले को मजबूत करना कोई ज्यादा मुश्किल नहीं है। आइए देखते हैं कैसे*

*जल*
यह प्राकृतिक औषधि है। प्रचुर मात्रा में शुद्ध जल के सेवन से शरीर में जमा कई तरह के विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। पानी या तो सामान्य तापमान पर हो या फिर थोड़ा कुनकुना। फ्रिज के पानी के सेवन से बचें।

*रसदार फल*
संतरा, मौसमी आदि रसदार फलों में भरपूर मात्रा में खनिज लवण तथा विटामिन सी होता है। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में ये महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आप चाहें तो पूरे फल खाएँ और चाहें तो इनका रस निकालकर सेवन करें। हां, रस में शकर या नमक न मिलाएं।

*गिरीदार फल*
सर्दी के मौसम में गिरीदार फलों का सेवन फायदेमंद होता है। इन्हें रात भर भिगोकर रखने व सुबह चाय या दूध के साथ, खाने से आधे घंटे पहले लेने से बहुत लाभ होता है।

*अंकुरित अनाज*
अंकुरित अनाज (जैसे मूंग, मोठ, चना आदि) तथा भीगी हुई दालों का भरपूर मात्रा में सेवन करें। अनाज को अंकुरित करने से उनमें उपस्थित पोषक तत्वों की क्षमता बढ़ जाती है। ये पचाने में आसान, पौष्टिक और स्वादिष्ट होते हैं।

*सलाद*
भोजन के साथ सलाद का उपयोग अधिक से अधिक करें। भोजन का पाचन पूर्ण रूप से हो, इसके लिए सलाद का सेवन जरूरी होता है। ककड़ी, टमाटर, मूली, गाजर, पत्तागोभी, प्याज, चुकंदर आदि को सलाद में शामिल करें। इनमें प्राकृतिक रूप से मौजूद नमक हमारे लिए पर्याप्त होता है। ऊपर से नमक न डालें।

*चोकर सहित अनाज*
गेहूं, ज्वार, बाजरा, मक्का जैसे अनाज का सेवन चोकर सहित करें। इससे कब्ज नहीं होगी तथा प्रतिरोध क्षमता चुस्त-दुरुस्त रहेगी।

*तुलसी*
तुलसी का धार्मिक महत्व अपनी जगह है मगर इसके साथ ही यह एंटीबायोटिक, दर्द निवारक और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी फायदेमंद है। रोज सुबह तुलसी के 3-5 पत्तों का सेवन करें।

*योग*
योग व प्राणायाम शरीर को स्वस्थ और रोगमुक्त रखने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। किसी जानकार से इन्हें सीखकर प्रतिदिन घर पर इनका अभ्यास किया जाना चाहिए।

*हंसना जरूरी है*
हंसने से रक्त संचार सुचारु होता है व हमारा शरीर अधिक मात्रा में ऑक्सीजन ग्रहण करता है। तनावमुक्त होकर हँसने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने में मदद मिलती है।

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