
05/07/2025
एक शांत शाम थी। सूरज ढल रहा था, और आसमान गुलाबी और नारंगी रंगों से भर गया था। एक नन्ही सी बच्ची अपने पापा के पास बैठी थी, आँखों में मासूमियत और दिल में ढेर सारा प्यार।
बेटी ने धीरे से पूछा,
“पापा, आपको पता है मेरी फेवरेट कलर कौन-सी है?”
पापा ने मुस्कुराते हुए कहा,
“पिंक और ग्रीन।”
बेटी हँसते हुए बोली,
“नहीं पापा! अब पिंक और पर्पल।”
पापा थोड़ा हैरान हुए।
“अरे! तुमने पहले ग्रीन बताया था, तो मुझे लगा वही है अब भी।”
बेटी ने सिर हिलाया,
“हाँ, पहले थी। अब पर्पल अच्छा लगता है पिंक के साथ।”
पापा ने प्यार से पूछा,
“तो क्या मैं तुम्हारे लिए पर्पल कलर का टेडी लाऊं?”
बेटी ने झट से मुस्कुरा कर कहा,
“हाँ!”
पापा ने फिर कहा,
“क्योंकि तुम्हारे पास पहले से पिंक वाला है, और अब फेवरेट पर्पल भी चाहिए ना?”
लेकिन जो जवाब उस नन्हीं बच्ची ने दिया — उसने पापा का दिल छू लिया।
“नहीं पापा,” वो बोली मासूमियत से,
“टेडी तो सारे कलर के अच्छे होते हैं। बस मुझे दो चाहिए थे — बस इतने ही।”
पापा कुछ पल चुप रह गए। एक छोटी सी बात में इतनी बड़ी सीख थी, कि शब्द भी कम लगने लगे।
🌸 सीख:
प्यार में अक्सर हम वजह ढूँढते रहते हैं — लेकिन बच्चों की दुनिया में प्यार सादा होता है, बिना शर्तों और बिना सवालों के। कभी-कभी हमें बस एक और टेडी चाहिए होता है — क्योंकि दो दिल को पूरा कर देते हैं।