जैन सम्प्रदाय के राष्ट्रीय संत जिन्होंने स्वयं जैन कुल में जन्म नहीं लिया उन्ही राष्ट्रीय संत गुरुदेव श्री पन्नालाल जी म. सा. ने चिकित्सा, शिक्षा एवं समाज सुधार के क्षेत्र में अपनी अद्वितीय कल्पना शक्ति से इस क्षेत्र में नानक छात्रावास गुलाबपुरा, प्राज्ञ मिर्गी रोग निवारण केंद्र गुलाबपुरा, स्वाध्याय संघ गुलाबपुरा, प्राज्ञ महाविद्यालय बिजयनगर, प्राज्ञ पब्लिक स्कूल, बिजयनगर , शिक्षा दीक्षा समिति आदि कई संस्थाओं का निर्माण करवाया | नानक वंश की इन्हीं परम्पराओं का निर्वाह करते हुए, आचार्य प्रवर् सोहनलाल जी महाराज सा .के आशीर्वाद से बिजयनगर में तत्कालीन राजस्व मण्डल के अध्यक्ष श्री रणजीत सिंह जी कुमठ सा के प्रयासों से 14 बीघा भूमि श्री प्राज्ञ कुन्दन वल्लभ चिकित्सालय एवं रिसर्च सेंटर के रूप में एक पंजिकृत सोसाइटी को आवंटित की गईं |यह चिकित्सालय आचार्य श्री सोहनलाल जी म. सा का निर्वाण स्थल भी है|
प्राज्ञ समुदाय के संत श्री कुंदन लाल जी म. सा, श्री वल्लभ मुनि जी म. सा. के नाम से श्री प्राज्ञ कुंदन वल्लभ चिकित्सालय एवं अनुसन्धान केंद्र की स्थापना सन1999 में हुई एक रजिस्टर्ड सोसायटी रजिस्ट्रेशन न. 16/अजमेर/1999/2000 के अंतर्गत हुआ इस सोसायटी का नियमित ् रूप त्रेमासिक आवश्यक बैठक की जाती है तथा ३ वर्ष में पदाधिकारियों का विधिवत चुनाव किया जाता है| वर्तमान आचार्य शासन गौरव, युग मनीषी, प्राज्ञ मूर्ति, आगम मर्मज्ञ , परम श्रधेय आचार्य सुदर्शन लाल जी म. सा. एवं देश भर से प्राज्ञ परिवारों के सदस्यों के साथ साथ धार्मिक एवं सामाजिक भावनाओं से ओतप्रोत हस्तियो के सामूहिक सहयोग से यह लाभनिर्पक्ष न्यूनतम शुल्क पर श्री प्राज्ञ कुंदन वल्लभ चिकित्सालय के रूप में प्रफुल्लित हो रहा है| चिकित्सालय ने ० बिस्तर व् अंशकालीन चिकित्सक से अपनी यात्रा प्रारम्भ की जो वर्तमान में दानदाताओ, भामाशाहों व् समर्पित कार्यकर्ताओं के सामूहिक प्रयास से , यह चिकित्सालय मल्टी स्पेसिलिटी हॉस्पिटल का रूप ले चूका है|और बिजयनगर के आसपास के ३ लाख से अधिक ग्रामीण वासियों का अपनी उच्चतम सेवाओं से लाभान्वित करा है |वर्तमान में रोगियों के लिए 50 शेयया व् सभी विभागों में पूर्णकालीन अनुभवी चिकित्सक, अत्याधुनिक तकनीक उपकरण के साथ अपनी सेवाए प्रदान कर रहे है | सभी सुविधाओं से लेस न्यूनतम शुल्क पर सेवा भाव से यह अस्पताल क्षेत्र के लोगो को उच्च कोटि की चिकित्सा सुविधा मुहेया करवा रहा है | भविष्य में यह अस्पताल 100 रोगी शेय्या का होने जा रहा है |
अस्पताल परिसर में ही चिकित्सको को आवासीय सुविधा प्रदान करने हेतु ८ कवाटर का निर्माण पूर्ण हो गया है | परिसर में ही रोगियों और परिजनों की सुविधा हेतु केन्टीन व् भोजनशाला का निर्माण कार्य प्रगति पर है| उचित मूल्य पर विश्वसनीय दवाओं के वितरण हेतु फार्मेशी स्थापित कर दिया गया है|
इस क्षेत्र का एक मात्र ISO प्रमाणित अस्पताल है जहाँ 24X7 घंटे आपातकालीन सेवा, एम्बुलेंस सेवा, प्रसूति सेवाएँ, लेबोरेटरी , एवं एक्सरे सेवाएँ निरंतर दी जा रही है | इस अस्पताल को दिया जाने वाला सहयोग आयकर की धरा 80 G एवं 1 0 (23 c ) (V I ) में कर मुक्त है| अस्पताल प्रांगण में ही पैरामेडिकल एण्ड नर्सिंग कॉलेज , जो दिल्ली इंस्टिट्यूट ऑफ़ पैरामेडिकल साइंस, दिल्ली के सहयोग से प्रारम्भ कर दिया है| नर्सिंग कॉलेज के लिए भवन व् हॉस्टल प्रस्तावित है