21/06/2025
राहु और ज्योतिष ।
कुंडली में हम राहु को मोह माया , भोग , विलास , छल कपट , राजनीति, हद से ज्यादा चलाकि, अचानक से बनने वाले काम । इत्यादि से देखते हैं क्योंकि राहु एक पापी ग्रह होता है इसलिए यह ग्रह इंसान को पाप क्यों ढक लेता है और आपसे वह हर तरीके से पाप करवाते हैं ग्रह प्रभाव कभी नहीं बदलता चाहे कुछ भी हो जाए अगर। शनि पापी ग्रहों का राजा हैं तो राहु उसका सेनापति क्योंकि राहु हमेशा मंगल, गुरु , सूर्य ,चंद्रमा से दुश्मनी ही निकलता है इसलिए अगर ऐसे ग्रहों के साथ बैठ जाएं या दृष्टि पड़ जाए तो इंसान की जिंदगी तबाह कर देता है । राहु अक्सर इंसान को जब भी मंगल गुरु सूर्य चंद्रमा की महादशा अंतर्दशा आती है तो उसके हर काम में असफलता ही रहता है । कष्ट ही देता है और किए जा रहे । हर प्रयास में इंसान को पीछे की ओर धकेलने का काम करता है क्योंकि राहु नहीं चाहता इंसान उसकी महादशा अंतर्दशा जैसे सूर्य चंद्रमा मंगल गुरु में सफल हो । राहु को रात का अंधेरा बहुत पसंद आता है हो भी क्यों ना दिन में सूर्य और रात में चंद्रमा उसका साथ नहीं देता बस यह होता है । जिस दिन चंद्रमा नहीं निकलता या जिस दिन ग्रहण होता है । उस दिन राहु की ताकत सबसे ज्यादा होती हैं अगर हम राहु के मित्रों की बात करें तो इसके मित्र शनि, बुध,केतु, शुक्र इसको बहुत फायदा करते हैं और यह अपनी ऐसे मित्रों की सहायता भी बहुत करता है अगर हम किसी तरीके से राहु को कंट्रोल कर ले जाएं । तो शनि जैसे ग्रह अपने आप कंट्रोल हो जाते हैं बस शर्त यह है शनि और राहु एक दूसरे को देख रहे हो या साथ में बैठे हो या महादशा , अंतर्दशा में एक दूसरे के साथ हो
काम ना बन रहा हो तो एकबार अवश्य सिद्ध उपाय प्राप्त करे ।