Pranav Urja

Pranav Urja ENHANCING LIFE WITH YOGA AND SPIRITUALITY. Vision
To promote knowledge and experience about traditional Yoga and Natural Therapies.

To promote ecologically sustainable models of living supported by a cow shelter and natural farming that promotes practices of village development & forest restoration.

🌷🌿🌷:::::::::एक-एक भिंडी को प्यार से धोते पोंछते हुये काट रहे थे। अचानक एक भिंडी के ऊपरी हिस्से में छेद दिख गया, सोचा भिं...
07/06/2025

🌷🌿🌷:::::::::एक-एक भिंडी को प्यार से धोते पोंछते हुये काट रहे थे। अचानक एक भिंडी के ऊपरी हिस्से में छेद दिख गया, सोचा भिंडी खराब हो गई, फेंक दे.... लेकिन नहीं, ऊपर से थोड़ा काटा, कटे हुये हिस्से को फेंक दिया। फिर ध्यान से बची भिंडी को देखा, शायद कुछ और हिस्सा खराब था, थोड़ा और काटा और फेंक दिया । फिर तसल्ली की, बाक़ी भिंडी ठीक है कि नहीं... तसल्ली होने पर काट के सब्ज़ी बनाने के लिये रखी भिंडी में मिला दिया।"

वाह क्या बात है...! पच्चीस पैसे की भिंडी को भी हम कितने ख्याल से, ध्यान से सुधारते हैं । प्यार से काटते हैं, जितना हिस्सा सड़ा है उतना ही काट के अलग करते हैं, बाक़ी अच्छे हिस्से को स्वीकार कर लेते हैं। ये क़ाबिले तारीफ है!..लेकिन अफसोस ! इंसानों के लिये कठोर हो जाते हैं, एक ग़लती दिखी नहीं कि उसके पूरे व्यक्तित्व को काट के फेंक देते हैं । उसके बरसों के अच्छे कार्यों को दरकिनार कर देते हैं। महज अपने ईगो को संतुष्ट करने के लिए उससे हर नाता तोड़ देते हैं। क्या आदमी की कीमत पच्चीस पैसे की एक भिंडी से भी कम हो गई है!!

विचार अवश्य करें कि यह मनुष्य शरीर बड़े भाग्य से मिला है।इस जीवन को नेक कार्यो से, प्रेमभावना से, मनुष्य की मानवता से सफल बनाया जा सकता है::::::::::🌷🌿🌷

Samagra Yoga & Healing RetreatOrganized by: Pranav Urja, Anahat Yoga, and Raj Kamal FoundationLocation: Binsar Forest Re...
07/06/2025

Samagra Yoga & Healing Retreat
Organized by: Pranav Urja, Anahat Yoga, and Raj Kamal Foundation
Location: Binsar Forest Retreat, Almora, Uttarakhand
Dates: June 28 – July 2, 2025 (5 Days & 4 Nights)
Program Highlights:
• Sattvic Diet: Pure and nutritious meals will be provided.
• Spiritual Environment: The retreat will be conducted in a peaceful and spiritually enriching location.
• Specialized Practices: Includes unique sessions such as Navel Yoga, Chakra Meditation, etc.
• Therapeutic Techniques: Training in Reflexology, Naturopathy, Neurotherapy, Zero Volt Therapy, and other healing techniques.
• Health Benefits: Strengthens the immune system, improves digestion, balances weight, boosts energy levels, and enhances concentration.
• Emotional & Spiritual Growth: Promotes emotional stability, self-awareness, and inner peace.
Travel Details:
• Depart from Delhi on the night of June 27 via Ranikhet Express, arriving at Kathgodam on the morning of June 28.
• From Kathgodam, a 4-hour taxi ride will take you to Binsar Forest Retreat.
• Return journey on the night of July 2 from Kathgodam, reaching Delhi on the morning of July 3.
• Your fee covers all expenses from Delhi Railway Station to the retreat and back.
Fee:
• ₹39,500/- per person (Double Sharing Basis)
Bank Details:
• Bank: ICICI Bank
• Account No.: 003701508381
• IFSC Code: ICIC0001946
• Account Holder Name: Sunil Kumar Varshney
Contact:
• Pranav Urja:
Yogacharya Sunil:
+91 9899188862
* Anahata Yoga
Yogacharya Nitin :
+91 98202 62082

23/05/2025

*शरीर को यदि सही वातावरण मिल जाए तो शरीर का प्राकृतिक गुण है वह अपने आप को स्वयं ठीक कर लेता है।*

इसी आधार आप अपने शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक समस्याओं के सही समाधान के लिए फोन पर सीधे सुनील योगाचार्य जी से बात कर सकते हैं।

सुनील योगाचार्य जी, *योग विद्या के जानकार होने के साथ साथ एक कुशल नेचुरोपैथ व न्यूरोथैरेपीस्ट हैं।*

*24 मई शनिवार शाम 5 से 6 बजे तक कॉल करें*
011 69135250

26/04/2025
जब व्यक्ति के शरीर व मन में अधिक परेशानी(बीमारी) आती है तो कुछ लोग एलोपैथ से इलाज करते तो कुछ लोग आयुर्वेद या नेचुरोपैथी...
23/04/2025

जब व्यक्ति के शरीर व मन में अधिक परेशानी(बीमारी) आती है तो कुछ लोग एलोपैथ से इलाज करते तो कुछ लोग आयुर्वेद या नेचुरोपैथी हॉस्पिटल जाते हैं वहां जब तक रहते हैं निश्चित हमें लाभ मिलता है पर वापस उसी जीवन शैली में आ जाते जो पहले थी तो फिर से समस्या दुबारा आ जाती है।
हमने इस पर गहराई से काम किया और जीवन शैली में ऐसी सरल चिकित्साओं को जोड़ दिया जिनको 3 से 6 महीने अपनाने पर हमारी 90 प्रतिशत बीमारियां शरीर स्वयं ठीक कर लेता है।
आइए किसी भी हमारी रिट्रीट में, जिसमें ना केवल अपना स्वास्थ्य बल्कि पूरे परिवार के जीवन में बदलाव ला सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए
वाट्सअप करें
9899188862

जब व्यक्ति के शरीर व मन में अधिक परेशानी(बीमारी) आती है तो कुछ लोग एलोपैथ से इलाज करते तो कुछ लोग आयुर्वेद या नेचुरोपैथी...
16/04/2025

जब व्यक्ति के शरीर व मन में अधिक परेशानी(बीमारी) आती है तो कुछ लोग एलोपैथ से इलाज करते तो कुछ लोग आयुर्वेद या नेचुरोपैथी हॉस्पिटल जाते हैं वहां जब तक रहते हैं निश्चित हमें लाभ मिलता है पर वापस उसी जीवन शैली में आ जाते जो पहले थी तो फिर से समस्या दुबारा आ जाती है। हमने इस पर गहराई से काम किया और जीवन शैली में ऐसी सरल चिकित्साओं को जोड़ दिया जिनको 3 से 6 महीने अपनाने पर हमारी 90 प्रतिशत बीमारियां शरीर स्वयं ठीक कर लेता है। आइए किसी भी हमारी रिट्रीट में, जिसमें ना केवल अपना स्वास्थ्य बल्कि पूरे परिवार के जीवन में बदलाव ला सकते हैं। 🌟💫🌱💚

आओ चलें एक मस्ती की यात्रा पर जहाँ:–@ घूमेंगे @ नाचेंगे @ हेल्दी खायेंगे @ फोटो खींचेंगे @ रील बनाएंगे @ खेल खेलेंगे @ ग...
11/04/2025

आओ चलें एक मस्ती की यात्रा पर जहाँ:–
@ घूमेंगे @ नाचेंगे @ हेल्दी खायेंगे @ फोटो खींचेंगे @ रील बनाएंगे @ खेल खेलेंगे @ गायेंगे @ सुनेंगे और सुनाएंगे @ एक नई जीवन शैली समझेंगे। @ समझ आ गई तो जीवन में उतारेंगे!
@ आपका ही नहीं बल्कि पूरे परिवार का जीवन बदल जायेगा।
please WhatsApp me
098991 88862

09/04/2025

प्रतिदिन की तरह आज भी मैंने शाम को ऑफिस से घर लौटने पर पोर्च में बाइक खड़ी की। बारामदे में कुर्सी पर बैठे पापा जी आज भी एकटक मुझे ही देख रहे थे। मेरे एक हाथ में बैग था और दूसरा हाथ खाली।

मैं वहीं बारामदे में उनके पास ही खाली पड़ी कुर्सी पर बैठ गया और पूछा, “कैसे हो? सब ठीक तो है ना?”

हां बेटा।

और तुम?

अच्छा हूं।

पिछले दो वर्षों से, जब से मां का देहांत हुआ है, यही क्रम चल रहा था।

शाम को जब ऑफिस से लौटता तो पापा जी मुझे दालान में रखी कुर्सी पर बैठे मिलते, लगता जैसे वे मेरी ही प्रतीक्षा कर रहे हों। मुझे वे एक मासूम बच्चे की तरह गेट खुलने की ही प्रतीक्षा करते हुए मिलते। इसके बाद वे बाहर घूमने चले जाते और मैं अपने कामों में व्यस्त हो जाता।

आज न जाने क्यों मुझे लगा कि पापा जी मेरे हाथों की ओर भी देखते हैं। क्या देखते हैं, मेरी समझ में न आया।

अपनी टीचर की नौकरी और घर-गृहस्थी में व्यस्त दीदी श्रुति हर बार की अपेक्षा इस बार रक्षाबंधन पर एक दिन रुकने का प्रोग्राम बना कर आई थीं।

मेरी पत्नी सुनंदा दोनों बच्चों को लेकर दोपहर में दीदी से राखी बंधवाकर अपने भाई को राखी बांधने मायके चली गई। घर पर बस पापा जी, मैं और दीदी ही थे। पापा जी तो रात में खाना खा कर जल्दी सो गए थे। मैं और दीदी बिस्तरों पर बैठ कर देर रात तक बातें करते रहे।

दीदी बताने लगीं कि कैसे जब पापा जी शाम को ड्यूटी से वापस आते थे तो हम लोगों के खाने के लिए रोज कुछ न कुछ जरूर लाते थे। हम दरवाजे पर बैठकर उनका बेसब्री से इंतजार करते थे। घर में आते ही उनके हाथों को ललचाई नजरों से देखते हुए उनके पैरों से लिपट जाया करते थे।

कभी-कभी पापा जी खाने की चीज़ अपने बैग में छिपा लेते थे, तो हम मायूस होकर मुंह लटका कर बैठ जाते। मुस्कुराते हुए पापा जी जब बैग में से खाने की चीज निकालते तो हमारे चेहरे खिल उठते थे।

तब समय एवं परिस्थिति के हिसाब से उस बैग में रोज कुछ न कुछ नया होता हमारे खाने के लिए। फिर मां हम दोनों भाई-बहनों को बराबर में बिठाकर बड़े प्यार से खिलातीं। कुछ बचता तो मां-पापा भी खाते, वरना हम बच्चों के खिले चेहरे और मन देखकर ही वे दोनों तृप्त हो जाते थे।

कभी किसी वजह से पापा जी को आने में देर हो जाती या उनके हाथ खाली होते, तो लगता जैसे पूरा घर उदास हो गया हो।

दीदी तो बस दो साल ही बड़ी थीं। उनकी बातें सुनते हुए मेरे मन में पापा जी का उस दिन खाली हाथों की ओर देखना कौंध गया।

अगले ही क्षण मेरी आँखों से झर-झर आंसू बहने लगे, मन हुआ कि फूट-फूट कर रो लूं।

मां के जाने के बाद घर में कुछ विशेष बनता न था। पत्नी सुनंदा के कामकाजी होने के कारण उसे किचन में जाने का समय कम ही मिल पाता था। इसलिए मेरी शादी के बाद भी जब तक मां रहीं, पापा जी और हमें खाने-पीने की विशेष चीज़ों की कमी न रही।

हे भगवान, मुझसे इतना बड़ा अपराध कैसे हो गया? क्यों मैं यह भूल गया कि बच्चे और बुजुर्ग एक समान होते हैं? पिछले वर्षों की व्यस्तताओं ने मुझे और सुनंदा को बच्चों और बुजुर्गों की छोटी-छोटी इच्छाओं के बारे में सोचने का मौका ही न दिया।

वैसे तो अब घर में खाने-पीने की सब चीजें आसानी से मिल जाती हैं, फिर भी बच्चों के साथ-साथ बुजुर्गों को भी लगता है कि कोई बाहर से आता है तो कुछ खास जरूर लाएगा।

मैंने यह बात दीदी को बताई तो उनके भी आंसू बहने लगे।

मन ही मन मैंने कुछ तय कर लिया था।

अगले दिन जब मैं ऑफिस से लौटा तो पापा जी यथावत उसी जगह, उसी मुद्रा में बैठे मिले।

मैंने गाड़ी की डिग्गी से एक हाथ से बैग और दूसरे हाथ से गरम जलेबी का लिफाफा निकाल कर पापा जी की ओर बढ़ा दिया।

बैग के अलावा दूसरे हाथ में लिफाफा देखकर पापा जी की आंखों में चमक आ गई।

लिफाफा उनके हाथ में देकर मैं उनके पास रखी कुर्सी पर बैठ गया। उन्होंने उत्सुकता से लिफाफा खोला और जलेबी देख कर बालसुलभ मुस्कुराहट उनके चेहरे पर फैल गई।

मेरी आंखें फिर भीग आयीं।

सीख:
रिश्तों की मिठास बनाए रखने के लिए सिर्फ त्यौहार नहीं, रोज़ के छोटे-छोटे लम्हों में भी अपनापन जताना जरूरी होता है। बुजुर्गों की भावनाएं भी बच्चों जैसी ही होती हैं — बस चुपचाप बोलती हैं।

अगर ये कहानी आपके दिल को छू गई हो, तो इसे ज़रूर साझा करें। 💛

*सामग्र योग एवं चिकित्सा यात्रा* *आयोजक: प्रणव ऊर्जा, अनाहत योगा और राज कमल फाउंडेशन*• स्थान: व्यास आश्रम, भूपतवाला, हरि...
08/04/2025

*सामग्र योग एवं चिकित्सा यात्रा*
*आयोजक: प्रणव ऊर्जा, अनाहत योगा और राज कमल फाउंडेशन*

• स्थान: व्यास आश्रम, भूपतवाला, हरिद्वार, उत्तराखंड

• तिथि: 12 से 17 मई 2025 (6 दिन, 5 रात)

कार्यक्रम की विशेषताएं:

• *सात्विक आहार:* शुद्ध और पौष्टिक भोजन परोसा जाएगा।

• *आध्यात्मिक वातावरण:* शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक वातावरण में आयोजित किया जाएगा।

• *विशिष्ट अभ्यास:* जीरो वोल्ट थेरेपी, नाड़ी शोधन, चक्र ध्यान आदि जैसे विशेष अभ्यास शामिल होंगे।

• *चिकित्सीय तकनीकें*: रिफ्लेक्सोलॉजी, मुद्रा विज्ञान, डिटॉक्स आदि जैसी चिकित्सीय तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

• *स्वास्थ्य लाभ*: प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होगी, पाचन तंत्र सुधरेगा, वजन संतुलित होगा, ऊर्जा स्तर बढ़ेगा, एकाग्रता में सुधार होगा।

• *भावनात्मक और आध्यात्मिक विकास*: भावनात्मक संतुलन, आत्म-जागरूकता और आंतरिक शांति में वृद्धि होगी।

फीस:
• प्रति व्यक्ति: ₹10,000/-

बैंक विवरण:
• बैंक: आईसीआईसीआई बैंक
• खाता संख्या: 003701508381
• आईएफएससी कोड: ICIC0001946
• खाताधारक का नाम: Sunil Kumar Varshney
संपर्क:

• प्रणव ऊर्जा:
योगाचार्य सुनील : 9899188862
• अनाहत योग:
योगाचार्य नितिन विरखरे : 9820262082
• राज कमल फाउंडेशन: सी.ए. जे.के. जैन :- 9810865003,
हरीश कुमार - 9810100720

https://www.youtube.com/live/NpjsWvmqdoQ?si=EC5tgMFoXMXqQhbiआप अधिक जानकारी के लिए,आगामी कैंप में जुड़ने के लिए,वाट्सअप ...
06/04/2025

https://www.youtube.com/live/NpjsWvmqdoQ?si=EC5tgMFoXMXqQhbi
आप अधिक जानकारी के लिए,
आगामी कैंप में जुड़ने के लिए,
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PMC Hindi के show Back to Nature में हम आप तक लेकर आते हैं World Renowned Naturopaths और Health Experts, जो हमारे साथ Health Issues और Lifestyle Medicine पर ...

🌿 Life is a Series of Adjustment and Re-Adjustment 🌿In yoga, as in life, balance is not about perfection—it's about cons...
30/03/2025

🌿 Life is a Series of Adjustment and Re-Adjustment 🌿

In yoga, as in life, balance is not about perfection—it's about constant fine-tuning. Every breath, every movement, every challenge is an opportunity to realign, readjust, and grow.

✨ Whether you're seeking flexibility in your body or in your mindset, yoga is your guide to harmony.
✨ Let go of rigidity, embrace change, and flow with ease.

Join us on this journey of transformation with Pranav Urja. 🧘‍♀️✨

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