Dr.Farhan Ahmad

Dr.Farhan Ahmad Dr. Farhan Ahmad | Surgery | Health Tips, Ayurveda & Surgery at Shadiabad’s Lifeline Hospital | Uttar Pradesh

पीठ दर्द से परेशान हैं?  यह आजकल आम समस्या हो गई है, लेकिन इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। यहां कुछ मुख्य कारण बता रहे है...
19/09/2025

पीठ दर्द से परेशान हैं? यह आजकल आम समस्या हो गई है, लेकिन इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। यहां कुछ मुख्य कारण बता रहे हैं:

मसल्स स्ट्रेन: भारी सामान उठाना या अचानक झुकना से मांसपेशियां खिंच जाती हैं।

खराब पोस्चर: लंबे समय तक कंप्यूटर पर झुककर काम करना या गलत तरीके से बैठना।

डिस्क प्रॉब्लम: स्पाइनल डिस्क में सूजन या फटना, जो नसों पर दबाव डालता है।

आर्थराइटिस: जोड़ों की सूजन से पीठ में दर्द।

तनाव और मोटापा: स्ट्रेस से मसल्स टाइट हो जाते हैं, और ज्यादा वजन स्पाइन पर बोझ।

चोट या उम्र: गिरना या बढ़ती उम्र से हड्डियां कमजोर होना।

इनसे बचने के लिए व्यायाम करें, सही पोस्चर अपनाएं और डॉक्टर से चेकअप करवाएं। स्वस्थ रहें!  #पीठदर्द

हमारे गुर्दे (किडनी) शरीर के महत्वपूर्ण अंग हैं जो खून को साफ करते हैं, अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालते हैं, ब्लड प्रेश...
18/09/2025

हमारे गुर्दे (किडनी) शरीर के महत्वपूर्ण अंग हैं जो खून को साफ करते हैं, अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालते हैं, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखते हैं और हार्मोन बनाते हैं। स्वस्थ गुर्दे का मतलब है स्वस्थ जीवन! लेकिन अगर गुर्दे खराब हो जाएं, तो क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) जैसी समस्या हो सकती है, जो धीरे-धीरे बढ़ती है और अंतिम चरण में डायलिसिस या ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ सकती है।
महत्व क्यों?
गुर्दे शरीर से टॉक्सिन्स निकालते हैं, जिससे इम्यूनिटी मजबूत रहती है।
वे पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का बैलेंस बनाए रखते हैं, जो हृदय और हड्डियों के लिए जरूरी है।
डायबिटीज, हाई BP और मोटापा गुर्दों को नुकसान पहुंचाते हैं – इनसे बचाव जरूरी!
लक्षणों को जल्दी पहचानें:
थकान और कमजोरी महसूस होना।
पैरों, एड़ियों या चेहरे पर सूजन।
पेशाब में बदलाव: ज्यादा/कम आना, झागदार या खून मिश्रित।
कमर या पेट में दर्द।
भूख न लगना, उल्टी या खुजली।
जल्दी जांच (क्रिएटिनिन टेस्ट, यूरिन टेस्ट) से 90% मामलों में बीमारी को रोका जा सकता है! स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: पानी ज्यादा पिएं, नमक कम खाएं, व्यायाम करें और नियमित चेकअप करवाएं।
#स्वास्थ्यटिप्स

स्वर्णप्राशन अवश्य पिलायें।   17 सितम्बर 10 AM
17/09/2025

स्वर्णप्राशन अवश्य पिलायें।
17 सितम्बर 10 AM

आयुर्वेद के अनुसार, धनिया के पानी से डिटॉक्स करते समय नमक का सेवन सीमित करना चाहिए क्योंकि धनिया अतिरिक्त तरल पदार्थों औ...
17/09/2025

आयुर्वेद के अनुसार, धनिया के पानी से डिटॉक्स करते समय नमक का सेवन सीमित करना चाहिए क्योंकि धनिया अतिरिक्त तरल पदार्थों और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के लिए मूत्रवर्धक के रूप में कार्य करता है, जबकि अत्यधिक नमक जल प्रतिधारण का कारण बन सकता है और पाचन अग्नि या अग्नि में असंतुलन पैदा कर सकता है।

आयुर्वेद में धनिया के पानी और नमक के प्रभाव
धनिया का पानी
हल्का डिटॉक्स: यह एक ठंडा और शुद्ध करने वाला उपाय है जो विषाक्त पदार्थों (अमा) को बाहर निकालने में मदद करता है, खासकर यकृत और मूत्र मार्ग से।
मूत्रवर्धक क्रिया: यह पेशाब को बढ़ावा देकर द्रव प्रतिधारण को कम करने में मदद करता है, जो गुर्दे के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
पित्त संतुलन: धनिया की शीतलन ऊर्जा, या शीत वीर्य, पित्त दोष को शांत करने के लिए आदर्श है, जो गर्मी और चयापचय को नियंत्रित करता है और डिटॉक्स के दौरान बढ़ सकता है।
अत्यधिक नमक
जल प्रतिधारण: एक प्रमुख आयुर्वेदिक सिद्धांत यह है कि नमक का भारी और नम होने का गुण सूजन और द्रव प्रतिधारण का कारण बनकर डिटॉक्स प्रक्रिया का प्रतिकार कर सकता है।
पित्त को बढ़ाता है: नमक को गर्म माना जाता है और अधिक मात्रा में लेने पर यह पित्त दोष को बढ़ा सकता है, जिससे सूजन, त्वचा में जलन या उच्च रक्तचाप हो सकता है—जो धनिये के ठंडे प्रभाव के विपरीत है।
अग्नि को कमजोर करता है: जहाँ थोड़ी मात्रा में नमक पाचन को उत्तेजित कर सकता है, वहीं अत्यधिक सेवन, विशेष रूप से भारी भोजन के साथ, पाचन अग्नि को कमजोर कर सकता है और अधिक विषाक्त पदार्थों के संचय का कारण बन सकता है।

विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस (10 सितंबर) पर बातचीत शुरू करें! इस साल की थीम है "Changing the Narrative on Su***de" – आत्म...
10/09/2025

विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस (10 सितंबर) पर बातचीत शुरू करें! इस साल की थीम है "Changing the Narrative on Su***de" – आत्महत्या के बारे में सोच और चर्चा बदलें। मानसिक स्वास्थ्य कोई कमजोरी नहीं, बल्कि ताकत है। अगर आप या कोई अपना उदास, अकेला महसूस कर रहा है, तो मदद मांगें। छोटी सी बात जान बचा सकती है। याद रखें, आप अकेले नहीं हैं! #विश्वआत्महत्यारोकथामदिवस #मानसिकस्वास्थ्य ***dePreventionDay

  (Tinospora cordifolia) is an Ayurvedic herb with promising health benefits backed by research. Always consult a doctor...
08/09/2025

(Tinospora cordifolia) is an Ayurvedic herb with promising health benefits backed by research. Always consult a doctor before use—potential liver risks with overuse.

# # # 1. Boosts Immunity
Stimulates immune cells to fight infections; lab/animal studies show enhanced cytokine production.

# # # 2. Manages Blood Sugar
Improves insulin sensitivity; human trials on diabetics show reduced glucose levels.

# # # 3. Antioxidant Effects
Neutralizes free radicals and boosts protective enzymes; protects liver/kidneys in animal studies.

# # # 4. Reduces Inflammation
Inhibits inflammatory pathways; eases arthritis in rats and aids wound healing.

# # # 5. Eases Allergies
Relieves hay fever symptoms like sneezing; 83% relief in a 75-person study via antihistamine effects.

# # # 6. Supports Heart Health
Lowers cholesterol and protects against damage; reduces infarct size in animal heart studies.

Take as juice/powder/tea; monitor for side effects. More human research needed! 🌿

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