15/07/2025
**”जब मैं ऐसे क्षेत्रों और वार्डों में जाता हूँ, तो हालात देखकर दिल तड़प उठता है।
सोचता हूँ — ये नगर परिषद क्षेत्र है, जिसे बने 10 साल से ज़्यादा हो चुके हैं,
फिर भी यहाँ विकास की एक भी किरण क्यों नहीं पहुँची?
जगह-जगह गंदगी, टूटी सड़कें, नालियों का बुरा हाल और मूलभूत सुविधाओं का अभाव।
ऐसे हालात देखकर मन क्षुब्ध हो उठता है और कभी-कभी गुस्से में मुँह से अपशब्द भी निकल जाते हैं।
खैर, जो लोग अपने लोगों की तकलीफ नहीं समझते, उनके लिए सख्त शब्द भी ज़रूरी हैं।
अब वक्त आ गया है — हमें बोलना होगा, जागना होगा, और एकजुट होना होगा।
जब तक हम सवाल नहीं पूछेंगे, कोई जवाब नहीं देगा।
जब तक हम आवाज़ नहीं उठाएँगे, कोई बदलाव नहीं आएगा।
आज मैं वार्ड संख्या 21 की यह हकीकत आपके सामने रख रहा हूँ।
आप भी जुड़िए, अपनी आवाज़ उठाइए, क्योंकि यह सिर्फ मेरा नहीं, हम सभी का मामला है।”**