नेता नहीं बेटा
भारतीय राष्ट्रवादी मोर्चा (पार्टी) के अध्यक्ष कौन हैं आइए जाने संक्षेप में:
देश को अंग्रेजी दासता से मुक्त कराने के लिए हमारे पूर्वजों ने बलिदान देते समय एक ऐसे भारत का सपना देखते हुए शहादत दे रहे थे जिसमें देश के हर नागरिक को समान अधिकार हो ,रोजगार हो हर धर्म और हर समुदाय को को समाज में बराबरी का सम्मान मिले तथा सभी नागरिक को सत्ता की हिस्सेदारी मिले उनके अंदर राष्ट्रवादी सोंच के साथ साथ आपसी सद्भाव हो लेकिन आजादी के 70 साल बाद भी आम नागरिक के जीवन में वह खुशी न आ सकी जो सोंच हमारे बलदानी पुर्वजों की थी ।देश का दुर्भाग्य ही है हमारे देश का किसान ,मजदूर और नवजवान जो इस देश की प्रगति का सबसे बड़ा अंग है वह बेहतर की आश मे सत्ता की चालों से बेखबर राजनीति की गन्दी चालो मे फंस कर और पतन की ओर चला गया और देश भ्रष्टाचार की दलदल मे डूबता चला गया । किसानो मजदूरों और नवजवानों की स्थिति दयनीय होती गई और राजनीतिक उनकी भावनाओं से खेलते हुए उनका इस्तेमाल सत्ता सुख के लिए करते गए । आपसी सद्भाव समाप्त होकर बैमनस्यता में बदल गया हम जातियोंमें बट गए भाषा और प्रान्तों में लड़ने लगे भारत की एकता और अखन्डता तार तार हो रही है और राजनेता मजा ले रहा किसान मजदूर और नवजवान तड़प रहा है भूख और बेरोजगारी के साथ साथ मूल भूत आवश्यकताएं भूल कर हम उन्मादी बन गए हम भूल गए कि हम उन राम कृष्ण की सन्तान हैं । जो त्याग बलदान और प्रेम के बल पर सारे विश्व मे भारत को अद्वितीय स्थान दिलाया और हम क्या कर रहे है उनके आदर्शों को भूल कर उनके नाम से नफरत के बीज बो रहे है । इन सभी बातो और देश के वर्तमान हालात को देख कर एक राष्ट्रवादी सोच को रखने वाले हर नागरिक व्यथित होगा और यही व्यथित मन कुछ करने का जज्बा पैदा करता है । ऐसा ही कुछ जज्बा हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री प्राँजल तिवारी जी को राष्ट्रवादी मोर्चा बनाने को बाध्य कर गया ।श्री प्राँजल जी के पिता श्री नंदकिशोर तिवारी एक रिटायर्ड वायुसेना अधिकारी थे जिनके सस्कारों ने प्राँजल जी को राष्ट्र भक्ति एवं माता श्रीमती मधू तिवारी से समाज से्वा की भावना मिली और तामिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री और जनता के बीच अम्मा जी के नाम से लोकप्रिय #स्व. #जय #ललिता के सानिध्य मे राजनीति की बारिकियों को समझा । यही नहीं स्नातक की शिक्षा के साथ जनर्लिस्ट कोर्स के साथ साथ माँस कम्युनिकेशन की भी तैयारी करके समाज व राष्ट्र के प्रति अपने उत्तरदायित्वों को समझते हुए राजनीति में कदम रखा । श्री प्राँजल जी आम जन मानस की भावनाओं को समझने के लिए भारत वर्ष के सभी प्रान्तों में जाकर आम आदमी की समस्याओं को नजदीक जाकर देखा और समझा । उन्होंने किसानों और मजदूरों के साथ नवजवानों के हर संघर्ष में हिस्सा लेकर उनके दर्द का हिस्सा बन कर अपना दर्द समझा और एक संकल्प लिया कि देश में सत्ता परिवर्तन नहीं व्यवस्था परिवर्तन के लिए संघर्ष करूंगा । और भारतीय राष्ट्रवादी मोर्चा पार्टी का गठन करके आपके सामने है एक नयी क्राँति की मशाल लेकर उन्होंने सत्ता संघर्ष से दूर रह कर एक सामाजिक सोंच के साथ सभी राजनीतिक दलों से ब्यवस्था परिवर्तन की इस पहल पर सहयोग माँगने हेतु हर राष्ट्रीय नेता से मिलने का काम किया लेकिन सत्ता मोह में जकड़े राजनीतिको को यह ब्यवस्था परिवर्तन शायद रास नहीं आ रहा इसलिए उनका आपेक्षित सहयोग नहीं मिला तब श्री प्राँजल तिवारी जी अकेले ही इस लड़ाई को मैदान पर उतर पड़े । श्री प्राँजल जी ने अपने साथियों के साथ सभी बिकल्पो पर बिचार करके बनाई भारतीय राष्ट्रवादी मोर्चा पार्टी और शुरुआत की एक नये भारत के निर्माण का जो होगा अखन्ड और साधन संपन्न भारत । - भारतीय राष्ट्रवादी मोर्चा पार्टी
दिनांक 15-04-2017 को लखनऊ में PTS टीम के कोर सदस्यों ने एक कार्यक्रम आयोजित कर संगठन को भारतीय राष्ट्रवादी मोर्चा का रूप दिया ।
प्रांजल तिवारी जी इस संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे ।
कार्यक्रम का संचालन चरण सिंह जी ने किया ।
इस अवसर पर निर्णय लिया गया कि देशभक्ति पर आधारित यह संगठन समाजवाद के प्रणेता डा. राम मनोहर लोहिया की विचारधारा को लेकर युवा समाजवादी तैयार करेगा। वक्ताओं ने जोर दिया कि समाजवादी विचारधारा पर काम युद्धस्तर पर किया जाए। उनका कहना था कि लगभग सभी दल अपनी विचारधारा से भटक गए हैं। समाजवादियों के पथ से भटकने से संघियों ने देश की सत्ता हथिया ली जो देश और समाज के लिए घातक है देश में भाईचारा और साम्प्रदायिक सौहार्द स्थापित करने के लिए समाजवादी को संघर्ष की जरूरत है।
साथियों, आप सभी के सहयोग से हम लोगों ने 10 फरवरी को लखनऊ में समाजवाद का झंडा बुलंद किया था। यह सब आपके सभी के जज्बे, मेहनत व जुझारूपन का ही परिणाम है कि मात्र दो महीने में हमारी टीम ने बड़े स्तर पर लोकप्रियता हासिल की है। देश व समाज के लिए काम करते रहें। जिस तरह से देश व प्रदेश में भावनात्मक मुद्दों के सहारे अराजकता का माहौल बनाया जा रहा है। किसान-मजदूर की समस्या को समझने को कोई तैयार नहीं। बेरोजगार युवाओं को बरगलाकर फिरकापरस्त ताकतों ने उन्हें पथ से भटका दिया है। तथाकथित राष्ट्रवाद के नाम पर जिस तरह से माहौल खराब किया जा रहा है। ऐसे में मैं चाहता हूं कि हमारी टीम आगे बढ़कर वैचारिक और सांगठनिक स्तर पर देश व प्रदेश में ऐसा साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए कि यह टीम देश में एक मिसाल बन जाए।
जैसा कि 10 फरवरी को समाजवादी पार्टी के सभागार में हमारी टीम को वैचारिक और सांगठनिक रूप से एक अलग पहचान बनाने की की बात की गई थी। मैं चाहता हूं कि व्यवस्था परिवर्तन को लेकर हम लोग बड़ा आंदोलन छेड़ें। जिसमें दबे-कुचले, किसान-मजदूर और बेरोजगार युवाओं की आवाज बुलंद की जाए। टीम का मुखिया होने के नाते मैं चाहता हूं कि हमारी टीम किसी की पिछलग्गू न होकर व्यवस्था परिवर्तन में अग्रणी भूमिका निभाए।
हमारे संघर्ष में एक प्रस्ताव आया था कि हमारी टीम से विभिन्न संगठनों के अलावा दूसरे अन्य संगठनों को मिलाकर एक मोर्चा बनाए जाए व्यवस्था परिवर्तन के लिए छेड़े जा रहे आंदोलन का नेतृत्व करे। निश्चित रूप से हमारी टीम में एक से बढ़कर एक वैचारिक व सांगठनिक रूप से मजबूत नेतृत्व है। यह नेतृत्व वैचारिक रूप से भटकी राजनीति को उसके मूल रूप में लाने के लिए बड़े स्तर पर संघर्ष करे। ऐसे में मैं चाहता हूं कि यहां पर मौजूद सभी साथी बारी-बारी से आज के हालात में हमारी टीम के भविष्य और मोर्चा के गठन को लेकर अपने-अपने विचार व्यक्त करें।
भारतीय राष्ट्रवादी मोर्चा पार्टी देश में राष्ट्रवाद की स्थापना करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।
आपका अपना
नेता नहीं बेटा - प्रांजल तिवारी (राष्ट्रीय अध्यक्ष)
भारतीय राष्ट्रवादी मोर्चा पार्टी