02/08/2025
#चिकित्सक 😍
मोहल्ले का किराने वाला अपने हर छोटे से छोटे सामान के पैसे लेता है डॉक्टर साहब से, पर जब भी डॉक्टर साहब उसे मिल जायें घूमते हुए तो उनसे चिकित्सकीय सलाह फ्री में लेता है।
चिकित्सक के बच्चों के ट्यूशन टीचर पढ़ाने की पूरी फीस लेते हैं चिकित्सक से परन्तु उन्हे जब भी किसी चिकित्सकीय सलाह की आवश्यक्ता होती है उस चिकित्सक से तो वो उन्हे उनसे फ्री में प्राप्त करता है
चिकित्सक के घर में , कार्यक्षेत्र में काम करने वाले सहयोगी कर्मचारी अपने काम के पूरे पैसे लेते हैं चिकित्सक से, परन्तु उन्हे जब भी किसी चिकित्सकीय सलाह की आवश्यक्ता होती है तो वो भी उसे फ्री में ही प्राप्त करते हैं चिकित्सक से
चिकित्सक का दूध वाला दूध में मिलावट भी करेगा और पूरा चार्ज भी लेगा दूध का, पर डॉक्टर साहब जब दूध लेने आयेंगे तो एक दवाई का परचा फ्री में उनसे लिखवा ही लेगा
कोई भी मित्र हो, परिवारीजन हो ,नाते रिश्तेदार या सम्बन्धी
सब चिकित्सक से उसके चिकित्सकीय ज्ञान का लाभ लेते हैं
और मुझे पूरा यकीन है कि कोई भी अच्छा चिकित्सक उनसे किसी भी फोन परामर्श का पैसा नहीं लेता होगा
हर कोई परिचित चिकित्सक से फीस छोडने की उम्मीद रखता है परन्तु जब चिकित्सक उनके सेवा क्षेत्र में पहुँचता है तो उससे पूरा पैसा यहाँ तक कि ज्यादा ही लिया जाता है
इतना सब होने के बाद भी आपातकालीन परिस्थिति में काम आने के बाद भी चिकित्सक ही लुटेरा कहलाता है
कोई अन्य सेवा क्षेत्र बता दीजिये
जहाँ सेवा क्षेत्र का व्यक्ति आपको फ्री में सेवा दे देता हो आपके परिचय देने पर ???
मैने कई समाज सेवकों को चिकित्सकों के खिलाफ आन्दोलन करते देखा है
जबकि उन्हे भी जब किसी चिकित्सकीय परामर्श की आवश्यक्ता होती है तो वो उस परामर्श को अपने मित्र परिचित चिकित्सकों से ही फ्री में प्राप्त करते हैं
शराब के ठेके चलाने वाले लोग ,
खराब सड़कें बनाने वाले ठेकेदार ,
करोडों की योजनाओं का घोटाला करके धन डकार जाने वाले नेता अधिकारी , लाखों रुपए की फीस डकार जाने वाले प्राइवेट स्कूल संचालक
इस समाज में सम्मान पाते मैने देखे हैं ,
लोग उनके साथ सेल्फी लेकर पोस्ट करते हैं सम्मान पाने के लिए परन्तु जो चिकित्सक आपकी जान बचा रहा है सीधे सीधे उसे आप कैसे अपमानित कर लेते हो ???
अजब गजब समाज है
शराब तम्बाकू से अपने शरीर को सडा कर जब व्यक्ति अस्पताल या क्लिनिक जाता है और अगर उसके साथ कोई अनहोनी हो जाती है तो परिजन शराब के ठेके या तम्बाकू बेचने वाले खोखे को तोडने की बजाय चिकित्सक के अस्पताल या क्लिनिक को तोडते हैं
एक परिवारी जन नहीं कहता कि शराब के ठेकेदार ने या तम्बाकू बेचने वाली कम्पनी ने मार दिया हमारा परिवारजन
बल्कि वो कहते हैं कि डॉक्टर की लापरवाही से मर गया
खराब सडक पर दुर्घटना होने के बाद जब घायल मरीज अस्पताल में मरता है , तो अगले दिन अखबार में यह खबर नहीं छपती कि खराब सडक बनाने वाले ठेकेदार की वजह से उस व्यक्ति की जान गयी, बल्कि अखबार में यह खबर छपती है कि " चिकित्सक की लापरवाही से गयी मरीज की जान "
लोग इतनी आसानी से मुह चला देते हैं
कि चिकित्सक ने मरीज मार डाला
मानो वो चिकित्सक घर से कोटा बना कर चलता हो कि उसे आज इतने मरीज मारने हैं
जिस समाज में शराब के ठेके, जुआघर , कैसिनो , बार , मिलावटी फास्ट फूड की दुकानें बिना डरे चलती हों उस समाज में अस्पताल आज डर के साये में चलते हैं
कब कौन मरीज कौन सा आरोप लगा दे
क्यों कि जिसे सही किया है वो मरीज तो सही होने का विडियो नहीं डालेगा पर जो खराब हुआ है वो पक्का वीडियो बनाकर डालेगा कि फलाना अलाना डॉक्टर चोर है
ध्यान रखिये गुरु से ज्ञान और चिकित्सक से चिकित्सा आप जबरदस्ती और गुण्डई से प्राप्त नहीं कर सकते
जो समाज गुरु का और चिकित्सक का अनादर करता है
वो समाज आपातकाल में भटकता हुआ घूमता है
चिकित्सक बिना किसी जातीय , धार्मिक , क्षेत्रवाद , राजनीतिक,अमीर गरीब, भाषा भेदभाव के
अपने मरीज को देखता है
उसके बाद भी इस समाज में चिकित्सक पर ही आरोप लगते हैं कि वो लापरवाह है
इस समाज में पुल गिरते हैं , ट्रेन दुर्घटनाएं होती हैं, अभी एक हवाई जहाज गिर गया जिसमें सेकडों लोग मारे गये पर कोई आन्दोलन नहीं हुआ
परन्तु अभी एक मरीज के साथ कोई अनहोनी हो जाये बस फिर देखो न जाने कहाँ से जिम्मेदार नागरिक निकल निकल कर आयेंगे अस्पताल को तोड़ने
अभी मैं विमान दुर्घटना वाला वीडियो देख रहा था जिसमें लोग विमान दुर्घटना के और जले हुए शवों के वीडियो बना रहे थे , सिर्फ चिकित्सक ही थे जो वीडियो नहीं बना रहे थे
बल्कि उनमें से एक चिकित्सक ने भागते हुए जले हुए नग्न शव को ढकने के लिए कपडा डाला
सोच कर देखिये कि चिकित्सकीय स्टाफ कितना संवेदन शील होता है, जिन परिजनों के सडे गले शरीरों से उनके परिजन तक हाथ नहीं लगाते उन शरीरों के मल मूत्र को चिकित्सकीय स्टाफ साफ करता है , और यह उनका प्रतिदिन का कर्तव्य है
सहेज कर रखिये इस चिकित्सकीय सिस्टम को
विदेश में रहने वाले अपने परिचितों से पूछ लेना
कि जो चिकित्सकीय सुविधायें आपको भारत में इतनी आसानी से मिल जाती हैं उन्हे पाने के लिए विदेशों में कितनी जद्दो-जहद करनी पडती है।