
23/08/2025
बच्चे का नींद में पेशाब करने में बच्चे की कोई गलती नहीं ह तथा इसका पूर्णतया निदान संभव है
जो बच्चे नींद में पिसाब करते ह उनमे 5 साल तक कोई इलाज की जरूरत नही होती है केवल टॉयलेट ट्रेनिंग की जरूरत होती ह 5 साल से बडे बच्चे समझदार हो जाते ह तथा अपने आप को दूसरे बच्चों से कंपेयर करने लग जाते ह तथा बिस्तर में पेशाब करने से उनमे हीन भावना आने लगती ह इसलिए बच्चा अगर 6-7साल का ह और रात में बिस्तर गीला करता ह तो उसका इलाज कराना चाहिए ताकि बच्चे के दिमाग़ पे असर ना क़रे
ये समस्या 6-7 साल के 5-10%% बच्चों में होती ह
ये समस्या जिन बच्चों में मोटापा होता ह ,नींद में खर्राटे करते ह या फिर जिनके माता पिता को भी बचपन में ये समस्या रही हो उनमे ज़्यादा होता ह
इसके इलाज के लिए बच्चे को हेल्थी खाना देना होता ह कब्जी नहीं रहनी चाहिए बच्चा डेली समय पर सोच जाना चाहिये,सोते समय हमेसा पेशाब करने की आदत डालनी होती ह
शाम के समय चाय कॉफी चॉकलेट व अन्य ज़्यादा पेशाब बनने वाले पे पदार्थ नहीं देने होते ह
तथा इसमें बच्चे को समझाना होता ह डराना नहीं चाहिए ईसके बाद भी यदि समस्या का निदान नहीं होता ह तो इलाज के लिये यूरोलॉजिस्ट डा से परामर्श करना चाहिए