
13/12/2023
It's a remarkable experience , and now I'm seating in a relaxed mood, and word are popping in my head..
बस फ़िर इन शब्दों का ताना बाना सा बुन कर कुछ लिख रहा हूँ , और सांझा कर रहा हूँ ....
*तीन दिन*
*ये कैसे हुआ , जैसे कोई सपना हो ..*
*कैसे ख़बर पहुंची कैसे बुलाया गया ...*
*बेख़बर थे हम कैसे उठाया गया ...*
*किसने दी हिम्मत , कैसे पहुंचाया गया ...*
*अज़ीब सा लगता है ना ...*
*कुछ तो राज़ होगा इसमें ..*
*वरना ऐसी कृपा ना होनी थी ....*
*कौन और कैसे गोद में लिये नन्ने से शिवाय को घंटों बात करता है ...*
*कैसे शिकन तक ना आना चेहरे पर ...*
*मंद मंद मुस्करा कर टांगे लटकाए गुरु जी कैसे घंटों बैठ कर निहारा करते है ...*
*अज़ीब सी रहमत लगती है ...*
*सब लोग हम से लगते थे , पवित्र से , साफ दिल , कुछ कुछ मैं उनके जैसा ...*
*कुछ कुछ वो मेरे जैसे ....*
*कैसे चुना होगा शिव ने हमको करोड़ों की तादात से ...*
*कुछ तो राज़ होगा हमारी इस पहचान से ....*
*कुछ भी कहो , जो भी कहो , ये तीन दिन ...*
*सपना सा लगता है ....*
*कोई कृपा ही लगती है ...*
*कोई कृपा ही लगती है ...*