Umar Farooque Azam

Umar Farooque Azam Ufa Azam

With my friend Dr. Sachin Pawar        Umar Farooque Azam Ufa Azam
23/11/2025

With my friend Dr. Sachin Pawar


Umar Farooque Azam
Ufa Azam

Dosti mei farq nahi hota, bas yaari hoti hai. #Ufa Azam
23/11/2025

Dosti mei farq nahi hota, bas yaari hoti hai.
#
Ufa Azam

मा० लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला जी को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।  ईश्वर से आपके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु जीवन ...
23/11/2025

मा० लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला जी को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
ईश्वर से आपके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु जीवन की कामना करता हूँ।

22/11/2025

Sri Lanka ek Buddhist country hote huye bhi wahan Muslim, Hindu, Christian sab poori azaadi se rehte hai.
Isi tarah agar Bharat ko ‘Hindu Rashtra’ kaha jaaye, to iska matlab sab dharmo ke logo ko barkarar haq aur suraksha ke saath rehna hota hai.
Hindu Rashtra’ ek sanskritik pehchaan hai, na ki kisi dharm vishesh ka dabav.

 #वफ़ादारी का असली मतलबकुत्ते की वफ़ादारी एक वैज्ञानिक सत्य हैवह अपने मालिक से बिना किसी स्वार्थ के प्यार, संरक्षण और नि...
22/11/2025

#वफ़ादारी का असली मतलब
कुत्ते की वफ़ादारी एक वैज्ञानिक सत्य है
वह अपने मालिक से बिना किसी स्वार्थ के प्यार, संरक्षण और निष्ठा दिखाता है।

लेकिन इंसान अक्सर ज़रूरत पड़ने पर ही याद करता है।
Details here🖊️
कुत्ते को इंसान का सबसे वफादार साथी कहा जाता है, और यह बात कई बार सच साबित हुई है। हाल ही में एक ऐसी ही दर्दनाक लेकिन प्रेरणादायक घटना सामने आई, जिसमें एक कुत्ते ने अपने मालिक की जान बचाने के लिए बाघ से मुकाबला किया। उसने अपनी जान की परवाह न करते हुए मालिक को बचाया, लेकिन अंत में खुद मौत के मुंह में समा गया। यह कहानी न केवल वफादारी की अनोखी मिसाल है, बल्कि यह हमें जानवरों के निस्वार्थ प्रेम और बहादुरी की भी याद दिलाती है।

घटना का विवरण: कैसे कुत्ते ने दिखाई बहादुरी? घटना एक जंगल के पास के गांव की बताई जा रही है, जहाँ एक व्यक्ति रात के समय अपने खेतों की ओर गया था। अचानक, एक बाघ ने उस पर हमला करने की कोशिश की।

इससे पहले कि बाघ अपने शिकार को पकड़ पाता, मालिक के साथ मौजूद उसके पालतू कुत्ते ने बाघ पर छलांग लगा दी। कुत्ते ने पूरी ताकत से बाघ से लड़ाई की, उसे पीछे हटाने की कोशिश की और अपने मालिक को भागने का मौका दिया।

बाघ और कुत्ते के बीच भीषण संघर्ष हुआ। कुत्ता पूरी ताकत से अपने नुकीले दाँतों और पंजों से बाघ पर हमला करता रहा। आखिरकार, मालिक को बचाने में वह सफल हो गया, लेकिन खुद को नहीं बचा सका। गंभीर रूप से घायल कुत्ता कुछ देर बाद दम तोड़ गया।

कुत्ते की वफादारी और निस्वार्थ प्रेम

1. जान की परवाह किए बिना बलिदान
कुत्ते में इंसान के प्रति बिना किसी शर्त के प्रेम और सुरक्षा की भावना होती है। वह अपनी जान की परवाह किए बिना अपने मालिक की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।

2. खतरे को पहले भांपने की क्षमता
कुत्तों की सूंघने और सुनने की क्षमता इंसानों से कई गुना अधिक होती है। इस घटना में भी, कुत्ते ने बाघ के खतरे को पहले ही भांप लिया और तुरंत एक्शन लिया।

3. भावनात्मक जुड़ाव और निस्वार्थता
पालतू कुत्ते सिर्फ जानवर नहीं होते, वे परिवार का हिस्सा बन जाते हैं। वे अपने मालिकों से भावनात्मक रूप से जुड़े होते हैं और हर हाल में उनकी रक्षा करना चाहते हैं।

क्या हम ऐसे वफादार जानवरों के लिए कुछ कर सकते हैं?

1. जानवरों की सुरक्षा और देखभाल करें
बहुत से लोग कुत्तों को पालते हैं, लेकिन उनकी ठीक से देखभाल नहीं करते। ऐसे बहादुर और वफादार जानवरों के लिए हमें प्यार और सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।

2. बेसहारा जानवरों की मदद करें
सड़कों पर बहुत से कुत्ते भूखे, बीमार और असहाय घूमते रहते हैं। हमें उनकी देखभाल करने के लिए कुछ कदम उठाने चाहिए, जैसे उन्हें खाना देना, पानी रखना और इलाज कराना।

3. पशु संरक्षण को बढ़ावा दें
जानवरों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा को लेकर कई संगठन काम कर रहे हैं। हमें भी इन अभियानों का समर्थन करना चाहिए और पशु क्रूरता के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।

निष्कर्ष: सच्ची वफादारी की अमर कहानी यह घटना सिर्फ एक कुत्ते की बहादुरी की नहीं, बल्कि सच्ची वफादारी की कहानी भी है। एक छोटे से जानवर ने एक बड़े शिकारी से भिड़कर अपने मालिक की रक्षा की, लेकिन खुद शहीद हो गया।

हम इंसान अक्सर अपने स्वार्थ में इतने खो जाते हैं कि वफादारी, निस्वार्थ प्रेम और त्याग के असली मायने भूल जाते हैं। लेकिन यह कुत्ता हमें सिखा गया कि सच्चा प्यार और निष्ठा क्या होती है।

इस बहादुर साथी को नमन! 🙏🐶❤️

अर्नव खैर, 19 साल, मुलुंड के केलकर कॉलेज में पहले साल का साइंस छात्र था।उनके पिता के अनुसार, वह कॉलेज जाने के लिए लोकल ट...
22/11/2025

अर्नव खैर, 19 साल, मुलुंड के केलकर कॉलेज में पहले साल का साइंस छात्र था।

उनके पिता के अनुसार, वह कॉलेज जाने के लिए लोकल ट्रेन में यात्रा कर रहे थे, जब कुछ यात्रियों के साथ एक छोटी बहस भाषा भेदभाव में बदल गई। उन्हें हिंदी बोलने के लिए हमला किया गया, जो एक किशोर के लिए अत्यंत आश्चर्यजनक और दुखद अनुभव था, जिसे कभी ऐसी हिंसा का सामना नहीं करना पड़ा था।

अचानक हुए इस हमले, अपमान और केवल भाषा के कारण लक्षित होने का डर, अर्नव के लिए गहरा मानसिक झटका बन गया। वे थाने स्टेशन पर उतर गए, दूसरी ट्रेन ली और घर लौट आए। इसके कई घंटे बाद भी वे स्पष्ट रूप से परेशान थे। उन्होंने अपने पिता से कहा कि उन्हें डर लग रहा है, बेचैनी हो रही है और तीव्र चिंता का अनुभव हो रहा है—यह सब एक ट्रॉमेटिक घटना के बाद के तीव्र मानसिक तनाव के स्पष्ट संकेत हैं।

अपने पिता के आश्वासन के बावजूद, भावनात्मक बोझ बहुत भारी था। अर्नव अचानक हुए इस मानसिक सदमे को संभाल नहीं पाए और आत्महत्या कर ली।

अब अर्नव कभी हिंदी नहीं बोल पाएंगे। मुझे उम्मीद है कि इससे उन भाषा कट्टरपंथियों को संतुष्टि मिली होगी।
Details here ://toi.in/iUFeBb

SC ka Big Verdict: Rajyapal (Governor) Bill ko hamesha ke liye rok nahi sakte! 🛑Body:Supreme Court ne clear kar diya hai...
21/11/2025

SC ka Big Verdict: Rajyapal (Governor) Bill ko hamesha ke liye rok nahi sakte! 🛑
Body:
Supreme Court ne clear kar diya hai:
❌ No Time Limit: Court Governor ko koi fixed deadline nahi dega.
✅ But Must Act: Magar, woh Bill ko indefinitely rok kar bhi nahi rakh sakte!
Result: Ab Governors ko jald se jald koi na koi action lena hoga (Approve, Reject, ya President ke liye reserve).
Constitutional balance maintain karna zaroori hai!

An MBBS graduate is having to work as a food delivery agent because there are no medical jobs available in Tamil Nadu.
19/11/2025

An MBBS graduate is having to work as a food delivery agent because there are no medical jobs available in Tamil Nadu.

18/11/2025

Address

Kushinagar

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Umar Farooque Azam posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Practice

Send a message to Umar Farooque Azam:

Share

Share on Facebook Share on Twitter Share on LinkedIn
Share on Pinterest Share on Reddit Share via Email
Share on WhatsApp Share on Instagram Share on Telegram