Dr Lokesh Goyal

Dr Lokesh Goyal Consultant radiologist & director of Radiant Diagnostics, Jaipur. Ex consultant-
Fortis escorts hospital,Jaipur
Apex hospital,Jaipur
oswal cancer hospital

12/06/2024

किडनी को स्वस्थ्य कैसे रखें:

1) पर्याप्त मात्रा में पानी पियें। सामान्य व्यक्ति को 35 ml per body weight पानी की ज़रूरत होती है। अर्थात् अगर आपका वजन 60 kg है तो क़रीब 2100 ml पानी। ये लेकिन strict amount नहीं है। आपके दिनचर्या के हिसाब से ये थोड़ा कम या ज़्यादा हो सकता है।
अगर आपको किडनी की कोई गंभीर बीमारी है तो डॉ के सलाह के अनुसार ही पानी पियें।

2) खाने में वसा युक्त चीज़ें और processed food से दूरी बना कर रखें। नमक और चीनी की मात्रा पर भी ध्यान दें।

3) फल और हरी सब्ज़ियाँ प्रचुर मात्रा में लें।

4) नियमित व्यायाम करें। मोटापा भी किडनी को प्रभावित करता है।

5) अपने शुगर लेवल और ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखें।
अनियंत्रित शुगर और blood pressure आपके किडनी को काफ़ी नुक़सान पहुँचाती है। नियमित अंतराल पर घर में ही इसकी जाँच करते रहें।

6) शराब और तंबाकू आपके पूरे शरीर के लिये नुक़सानदायक है और आपके किडनी को भी प्रभावित करता है।

7) कई दवाइयाँ जिनमें सामान्य pain killer भी शामिल हैं वो लम्बे अंतराल तक लेने से आपके किडनी को नुक़सान पहुँचा सकती है इसीलिए दवाइयाँ हमेशा डॉक्टरी सलाह पर लें।

😎 कई उत्पाद हर्बल और आयुर्वेदिक दवाइयों के नाम पर बेचे जातें हैं जो आपके लिवर और किडनी को नुक़सान पहुँचा सकती है। अगर ऐसी किसी भी चीज़ का उपयोग कर रहे हैं तो अपने डॉ को अवश्य इसकी जानकारी दें।

डॉ लोकेश गोयल
रेडियंट हेल्थकेयर

10/06/2024

भागदौड़ की ज़िंदगी में Gastritis /गैस्ट्राइटिस एक बड़ी समस्या बन कर उभरी है।

ज़्यादातर मामलों में गैस्ट्राइटिस सामान्य बीमारी होती है और थोड़े ख़ानपीन में बदलाव से ये ठीक हो जाती है।

लेकिन कुछ मामलों में ये एक गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है।
अतः अगर आप नियमित रूप से गैस्ट्राइटिस से जूझ रहे हैं तो एक बार किसी चिकित्सक से मिल कर सलाह ले लेनी चाहिये।

दिनचर्या में कुछ चीज़ों के बदलाव से भी आप ज़्यादातर मामलों में गैस्ट्राइटिस से छुटकारा पा सकते हैं:

✅ अम्लीय और वसायुक्त भोजन से बचें।

✅हमेशा कोशिश करें कि सुबह का नाश्ता आप अच्छे से करें।

✅ ख़ाली पेट चाय या कॉफ़ी पीने से बचें।

✅ नॉन-स्टेरॉयड एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं लेने से बचें। (ज़्यादातर painkillers इस केटेगरी में आती है)

✅ रात का भोजन हल्का रखें।

✅ एच. पाइलोरी जीवाणु का संक्रमण गैस्ट्राइटिस का एक प्रमुख कारण है। इसके संक्रमण से बचने के लिए उचित तरीके से हाथ धोएं तथा अच्छे तरीक़े से पका हुआ भोजन खाएं।

✅ अपने तनाव को उचित ढंग से प्रबंधित करना सीखें। नींद अच्छे से पूरी करें।

✅ शराब या अन्य नशे की चीज़ों का सेवन ना करें।

डॉ लोकेश गोयल
रेडियंट हेल्थकेयर
जयपुर

09/06/2024

High BP से कैसे बचें:-

देश के उच्च रक्तचाप के मरीज़ों की संख्या में काफ़ी इज़ाफ़ा हुआ है ।

आइये देखते हैं कैसे इस बीमारी से बचा जा सकता है।

स्वस्थ आहार लें। आहार में हरी सब्जिया , फल की मात्रा बढ़ायें और ज़्यादा तेल की चीज़ो से बचें।
आपने खाने में नमक की मात्रा को सीमित रखना चाहिये और अपने आहार में पोटैशियम की मात्रा बड़ा देनी चाहिए |

नियमित व्यायाम करें। हफ़्ते में कम से कम 5 दिन, 20 मिनट तक शारीरिक व्यायाम करें।

अधिक वजन होने से उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ जाता है। वजन को हमेशा नियंत्रण में रखें।

शराब और धूम्रपान ना करें।

नींद पूरी लें। कम से कम 7 घंटे।

तनाव को कम रखने की कोशिश करें। अपनी इच्छाएँ और दूसरों से अपेक्षायें कम रखें।

दिनचर्या में योग और ध्यान जैसी तनाव प्रबंधन गतिविधियों को शामिल करें।

याद रखें कि अगर आपके माता या पिता को उच्च रक्तचाप की समस्या है तो आपको भी ये होने की संभावना बढ़ जाती है। उस परिस्थति में ख़ुद का विशेष ध्यान रखें।

डॉ लोकेश गोयल
रेडियेंट हेल्थकेयर

08/06/2024

हार्ट अटैक को लेकर बुनियादी जानकारी

प्राथमिक लक्षण है -

सीने में दर्द होना।
यह एक pressure, heaviness या tightness जैसे भी महसूस हो सकता है।
यह दर्द पेट के ऊपर की तरफ जाता है कभी बायें हाथ या कंधे की तरफ जाता है कई बार जबड़े में या दांत में भी दर्द हो सकता है।
सांस लेने में तकलीफ और पसीना आना।
कुछ लोगो को गैस होने की फीलिंग आती है।

हार्ट अटैक आने पर क्या करें?

सबसे पहले मदद के लिए एम्बुलेंस को कॉल करें या आपके पास अपना साधन है जिससे आप अस्पताल पहुँच सकते हैं तो उसे तैयार करने को कहें।
नज़दीक में जो भी व्यक्ति या मित्र है उसे भी तुरंत आने को कहें।

जब तक गाड़ी तैयार होगी या एम्बुलेंस आएगा तब तक प्राथमिक तौर पर Aspirin की गोली मरीज़ को दें और चबाने को कहें।

Aspirin रक्त की धमनियों में Clotting को रोकती है।

मरीज़ को तब तक उचित जगह बैठने या लेटने को कहें जहाँ उन्हें आराम हो।

अगर घर में sorbitrate की 5mg की टेबलेट हो तो उसे जीभ के नीचे रखनी है।

अगर मरीज़ होश में नहीं है तो कुछ भी पिलाने की कोशिश ना करें। मरीज़ अगर साँस नहीं ले रहा, पल्स नहीं मिल रहा वैसी परिस्तिथि में तुरंत CPR शुरू करें।

एम्बुलेंस आते ही या गाड़ी तैयार होते ही अस्पताल के लिए निकल जायें।

अगर नज़दीकी अस्पताल का नंबर है तो उन्हें रास्ते से ही सूचित कर दें कि आप ऐसे किसी मरीज़ को ले कर अस्पताल पहुँच रहे हैं ताकि वो भी तैयार रहें।

डॉ लोकेश गोयल
रेडियंट हेल्थकेयर
जयपुर

07/06/2024

Fatty liver

आज के दौर में अगर किसी बीमारी के नाम पे सबसे ज़्यादा लोगों को डराया जा रहा है तो वो है Fatty लिवर|

आज हम सरल शब्दों में जानेंगे इस बीमारी की बारे में।

लिवर आपके शरीर के दायें भाग में रहता है और इसका मुख्य काम पाचन कार्य में मदद और शरीर से toxins को हटाना है। अर्थात् Liver ही आपके शरीर को डीटॉक्स करता है।

अगर आपके शरीर में fat की मात्रा बढ़ जाये तो वो आपके लिवर में जमा हो जाता और fatty liver में तब्दील हो जाता।
अगर सही समय पर ये ठीक नहीं हुआ तो स्वस्थ्य लिवर के cells डैमेज हो कर कड़े हो जाते या यूँ कहें कि cirrhosis में तब्दील हो जाती

इसके मुख्यतः दो प्रकार हैं
१) Alcoholic Fatty Liver Disease
जो की शराब की वजह से होता है।

२) Non Alcoholic fatty liver Disease जो शराब छोड़ कर अन्य कारणों से होता है।
इसमें मुख्य कारण हैं मोटापा, शुगर या बीपी की बीमारी, तेलीय चीज़ों का सेवन, अनिंद्रा, शरीर में अत्यधिक कोलेस्ट्रॉल की मात्रा। कई दवाइयाँ भी आपके लिवर को damage कर सकती है।

दवाइयों में modern medicine (जिसे आप एलोपैथी कहते हैं) की कई दवाइयाँ जैसे की steroid, aspirin, कई painkillers इत्यादि शामिल हैं।
कई ट्रेडिशनल विधि जैसे की आयुर्वेदिक और होमियोपैथिक दवाइयाँ भी लिवर को damage करती हैं।

लक्षण
शुरुआती दौर में जैसे की Grade 1 में सामान्यतः कोई लक्षण नहीं होते। और routine checkup में ये पकड़ में आता है।

Grade 2 में अपच, गैस की समस्या, भूख कम लगना, कमज़ोरी इत्यादि होती है

Grade 3 में पेट दर्द, वजन का कम हो जाना, जॉन्डिस जैसे लक्षण दिखाई देते हैईं।

अगर इसे कण्ट्रोल नहीं किया जाये तो ये लिवर Cirrhosis और लिवर कैंसर में तब्दील हो सकता है।

इलाज
लिवर शरीर का ऐसा अंग है जो ख़ुद को 90 फ़ीसदी तक ख़ुद से ठीक कर लेता।
और अभी तक ऐसी कोई दवाई नहीं उपलब्ध है जो fatty liver को ठीक कर सके। कुछ दवाइयाँ हैं जो परीक्षण के दौर में हैं।

तो फिर ये ठीक कैसे होता है?

तो जवाब है ये ख़ुद से ठीक होता। आपको बस लिवर को ऐसा माहौल देना है कि वो ख़ुद को ठीक कर सके।
और अगर आपने एक ईमानदार कोशिश की तो ग्रेड 3 फैटी लिवर भी पूरी तरह से ठीक हो सकता है।

उसके लिए ज़रूरी है कि
1) शराब या नशे का सेवन ना करें।
2) स्वस्थ्य आहार लें।
3) नियमित शारीरिक व्यायाम करें
4 अपने वजन को नियंत्रण में रखें
5) अगर आपको diabetes या उच्च रक्तचाप है तो उसे नियंत्रण में रखें
6) बिना डॉक्टरी सलाह के किसी भी दवाई (एलोपैथिक/ आयुर्वेदिक/ होमियोपैथिक) का सेवन ना करें

ये सब चीज़ें शरीर से excessive fat को हटाएगी और बाक़ी काम ख़ुद liver कर लेगा।

बाज़ार में आप जितने भी प्रोडक्ट देखते हैं जो आपके लिवर को डीटॉक्स करने का दावा करती है वो सारी फ़र्ज़ी है। क्योंकि लिवर को detox सिर्फ़ लिवर कर सकता है और वो भी आपके स्वस्थ्य ख़ानपीन और शारीरिक व्यायाम की मदद से।
इसीलिए उनमें से कोई भी प्रोडक्ट कुछ नहीं करता।

तो स्वस्थ्य आहार लें, नींद पूरी करें, नशे से दूर रहें, शारीरिक व्यायाम करें और फ़र्ज़ी विज्ञापनों के चक्कर में ना पड़ें।


01/04/2024

हार्ट अटैक की बुनियादी जानकारी

प्राथमिक लक्षण है

सीने में दर्द होना।
यह एक pressure, heaviness या tightness जैसे भी महसूस हो सकता है।
यह दर्द पेट के ऊपर की तरफ जाता है कभी बायें हाथ या कंधे की तरफ जाता है कई बार जबड़े में या दांत में भी दर्द हो सकता है।
सांस लेने में तकलीफ और पसीना आना।
कुछ लोगो को गैस होने की फीलिंग आती है।

हार्ट अटैक आने पर क्या करें?

सबसे पहले मदद के लिए एम्बुलेंस को कॉल करें या आपके पास अपना साधन है जिससे आप अस्पताल पहुँच सकते हैं तो उसे तैयार करने को कहें।
नज़दीक में जो भी व्यक्ति या मित्र है उसे भी तुरंत आने को कहें।

जब तक गाड़ी तैयार होगी या एम्बुलेंस आएगा तब तक प्राथमिक तौर पर Aspirin की गोली मरीज़ को दें और चबाने को कहें।

Aspirin रक्त की धमनियों में Clotting को रोकती है।

मरीज़ को तब तक उचित जगह बैठने या लेटने को कहें जहाँ उन्हें आराम हो।

अगर घर में sorbitrate की 5mg की टेबलेट हो तो उसे जीभ के नीचे रखनी है।

अगर मरीज़ होश में नहीं है तो कुछ भी पिलाने की कोशिश ना करें। मरीज़ अगर साँस नहीं ले रहा, पल्स नहीं मिल रहा वैसी परिस्तिथि में तुरंत CPR शुरू करें।

एम्बुलेंस आते ही या गाड़ी तैयार होते ही अस्पताल के लिए निकल जायें।

अगर नज़दीकी अस्पताल का नंबर है तो उन्हें रास्ते से ही सूचित कर दें कि आप ऐसे किसी मरीज़ को ले कर अस्पताल पहुँच रहे हैं ताकि वो भी तैयार रहें।

डॉ लोकेश गोयल
रेडियंट डायग्नॉस्टिक्स

जय श्री राम
22/01/2024

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Happy new year to all of you
01/01/2024

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Live stress free life.Spend some time with family and friends.Take a break regularly from work.Eat healthy. Get your med...
29/12/2023

Live stress free life.
Spend some time with family and friends.
Take a break regularly from work.
Eat healthy. Get your medical tests regularly.

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