डॉ. योगेंद्र कुमार मुज़फ्फरनगर

डॉ. योगेंद्र कुमार मुज़फ्फरनगर मुज़फ्फरनगर के डॉo योगेंद्र कुमार MBBS,D.L.O,MD कान,नाक और गले की बीमारियों के डॉक्टर हैं।

मुज़फ़्फरनगर में डॉक्टर Dr. Yogendra Kumar कान, नाक और गले सम्बन्धी विकारों का विज्ञान में विशेषज्ञ हैं। Dr. Yogendra Kumar को 12 वर्षों का चिकित्सकीय अनुभव है। Dr.Yogendra Kumar Reconstructive Middle Ear Surgery, Congenital Ear Problem Treatment, Microsurgery of the Larynx, Thyroplasty, Rhinoplasty, Functional Endoscopic Sinus Surgery - FESS में विशेषज्ञ हैं। वर्तमान में Dr. Yogendra Kumar कई हॉस्पिटल से जुड़े हुए हैं और साथ ही वह अनेक मेडिकल संस्थानों के साथ भी मिलकर काम कर रहे हैं।

Throat Infectionगले में इन्फेक्शन वायरस या बैक्टीरिया की वजह से होता है, जिसके कारण गले में दर्द, सूजन व जलन होने लगती ह...
02/06/2022

Throat Infection

गले में इन्फेक्शन वायरस या बैक्टीरिया की वजह से होता है, जिसके कारण गले में दर्द, सूजन व जलन होने लगती है। गले में संक्रमण के मुख्य लक्षणों में गले में दर्द, खांसी, नाक बहना, बुखार और गर्दन में स्थित लसीका ग्रंथि की सूजन आदि शामिल है। यदि गले में इन्फेक्शन बैक्टीरिया के कारण हुआ है तो उसका इलाज एंटीबायोटिक दवाओं द्वारा किया जाता है। यदि वायरस के कारण हुआ है तो उसका इलाज करवाने की आवश्यकता नहीं पड़ती वह अपने आप ठीक हो जाता है। हालांकि फिर भी इसके लक्षणों का इलाज करवाना जरूरी होता है।

गले के इंफेक्शन का परीक्षण करने के लिए डॉक्टर आपसे आपके लक्षणों से जुड़े कुछ सवाल पूछेंगे और आपका शारीरिक परीक्षण करेंगे। इसके अलावा आपको ब्लड टेस्ट और थ्रोट स्वैब कल्चर आदि जैसे टेस्ट करवाने की आवश्यकता भी पड़ सकती है। गले के इन्फेक्शन का इलाज करने के लिए कई घरेलू उपाय भी उपलब्ध हैं जैसे लहसुन, अदरक और शहद का सेवन करना और हल्के गर्म पानी में नमक मिलाकर गरारे करना आदि शामिल है।

यदि बैक्टीरिया के कारण हुए गले के इन्फेक्शन का समय पर इलाज ना किया जाए तो इसके कारण रूमेटिक फीवर हो जाता है, जो हृदय को प्रभावित करता है।

13/05/2022

मुज़फ्फरनगर: राजस्थान पुलिस व नारकोटिक्स विभाग ने मारा जिला परिषद् मार्केट में छापा, एक गिरफ्तार

राजस्थान पुलिस और नारकोटिक्स विभाग ने गुरुवार को मुज़फ्फरनगर के दवा मार्किट में संयुक्त छापामारी की। आपको बता दें कि नशे के काले कारोबार से पहचान बनाने वाली जिला परिषद मार्किट में पिछले कुछ समय पहले भी हरियाणा पुलिस ने छापामार कार्यवाही से कई दवा व्यापारी चिन्हित किये थे, जिनसे पूछताछ की गई थी और साथ ही एक को हिरासत में भी लिया गया था। इस बार राजस्थान पुलिस एवं नारकोटिक्स विभाग की छापेमारी से यह साफ़ हो गया है कि मुजफ्फरनगर से दवाई की बड़ी खेप देशभर के कई राज्यों में भेजी जा रही है, जिसके चलते जनपद का नाम पहले से और ज्यादा अपनी छवि पर बट्टा लगाता दिखाई दे रहा है।

गुरुवार को राजस्थान पुलिस नारकोटिक्स विभाग के साथ संयुक्त रुप से छापामार कार्यवाही करने के लिए मुजफ्फरनगर के कोर्ट रोड पर स्थित जिला परिषद मार्केट में पहुंची। संयुक्त टीम ने मुजफ्फरनगर की दवा मंडी में स्थित एक मेडिकोज पर छापामार कार्यवाही करते हुए दुकान पर बेची जा रही दवाइयों की जांच पड़ताल की। पुलिस ने कार्यवाही करते हुए मेडिकोज के एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया है।

राजस्थान पुलिस के छापे से जिला परिषद में हडकम्प मचा रहा।

सांस की तकलीफ क्या है? सांस की तकलीफ या डिस्पेनिया एक असहज स्थिति है जहां लोगों को सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड...
13/05/2022

सांस की तकलीफ क्या है?
सांस की तकलीफ या डिस्पेनिया एक असहज स्थिति है जहां लोगों को सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। हृदय और फेफड़ों के विकार हवा को पूरी तरह से फेफड़ों में जाने से रोक सकते हैं और सांस लेने में परेशानी का कारण बन सकते हैं।

डिस्पेनिया की समस्या हर व्यक्ति में अलग-अलग होती है और इस स्थिति की अवधि लगभग कुछ घंटों से लेकर कुछ दिनों तक और कभी-कभी लगभग कुछ हफ्तों तक रह सकती है। यह आमतौर पर एक गंभीर चिकित्सा स्थिति का चेतावनी संकेत है।

यदि आप सांस की तकलीफ का अनुभव कर रहे हैं, तो तुरंत एक चिकित्सक से संपर्क करें।

ज्यादातर बार सांस की तकलीफ किसी अन्य मेडिकल इमरजेंसी के साइड इफेक्ट के रूप में होती है। हृदय और फेफड़ों के विकारों के अलावा, सांस की तकलीफ एनीमिया के परिणामस्वरूप, हाइपरवेंटिलेशन के परिणामस्वरूप या धूम्रपान की आदतों या हवा में प्रदूषकों के कारण हो सकती है जो जलन पैदा करती हैं।

निमोनिया, ब्रोंकाइटिस और पल्मोनरी फाइब्रोसिस जैसी क्रोनिक स्थितियों के परिणामस्वरूप भी डिस्पेनिया हो सकता है।

गले का इन्फेक्शन इंसानो में होने वाला एक बहुत कॉमन इन्फेक्शन है , जैसे खराश का होना, निगलते हुए दर्द का होना, इत्यादि । ...
30/04/2022

गले का इन्फेक्शन इंसानो में होने वाला एक बहुत कॉमन इन्फेक्शन है , जैसे खराश का होना, निगलते हुए दर्द का होना, इत्यादि । मौसम में बदलाव , पोल्यूशन और कीटाणु इन्फेक्शन इसका मुख्य कारण है ।

नाक की हड्डी और मास का बढ़ जाना लोगो मे एक आम समस्या है , पर यह ज्यादा मुशिकल तब बन जाती है जब इसकी वजह से सांस लेने में ...
30/04/2022

नाक की हड्डी और मास का बढ़ जाना लोगो मे एक आम समस्या है , पर यह ज्यादा मुशिकल तब बन जाती है जब इसकी वजह से सांस लेने में दिक्कत आना, सर दर्द रहना ,नज़ला रहना इत्यादि समस्या आने लगती है।

कान के पर्दे में छेद होने के कई कारण हो सकते है, जैसे लंबे समय तक नजले का बना रहना, चोट का लग जाना आदि।हमारे यहां बिना ऑ...
30/04/2022

कान के पर्दे में छेद होने के कई कारण हो सकते है, जैसे लंबे समय तक नजले का बना रहना, चोट का लग जाना आदि।
हमारे यहां बिना ऑपेरशन कान के छेद को भरने का इलाज किया जाता है,यदि कान का छेद पुराना है तो ही ऑपेरशन की जरूरत पड़ती है ।

ये लक्षण करते हैं गले के कैंसर का इशारा, रहे सतर्कआवाज़ की जिम्मेवारी गले में पाए जाने वाली स्वर पेटी यानि की लरयक्स की ...
30/04/2022

ये लक्षण करते हैं गले के कैंसर का इशारा, रहे सतर्क
आवाज़ की जिम्मेवारी गले में पाए जाने वाली स्वर पेटी यानि की लरयक्स की होती हैं। कई बार धुम्रपान और तम्बाकू के सेवन के कारण लरयक्स पर बुरा असर पड़ने लगता हैं। जानिए गले का कैंसर होने का कारण और साथ ही जानिए लक्षण।

ज्यादातर मामलों में देखा जाता है कि मुंह और गले का कैंसर सबसे ज्यादा महिलाओं के मुकाबले पुरुषों को ज्यादा होता है। यह दिल्ली जैसे शहरों में तेजी से फैल रहा है। गले के कैंसर से मुख्य रुप से सिगरेट और तंबाकू का सेवन करने वाले तो इस बीमारी के संभावित शिकार होते ही हैं साथ ही अप्रत्‍यक्ष धूम्रपान करने वाले भी शिकार होते है।

एक सर्वे के अनुसार, गले का कैंसर 20 से 25 साल के युवा को भी हो रहा हैं। हालांकि इसके सबसे ज्‍यादा शिकार 40-50 वर्ष की उम्र के लोग हैं। यह कैंसर खतरनाक हो सकता है क्‍योंकि मुंह की सामान्‍य समस्‍याओं को लोग नजरंअंदाज करते हैं और इसकी चपेट में आ जाते हैं। पहले जमाने की बात करें तो .ह केवल उम्रदराज लोगों को होता था।
इस बीमारी से हर साल 6 लाख महिलाओं की होती है मौत, तुरंत करवाएं चेकअप
क्या है गले का कैंसर
ज्यादातर गले के कैंसर मुख के तार पर शुरू होते हैं, और बाद में स्वर यंत्र से गले के पिछले हिस्से, जिसमें जीभ और टांसिल्‍स के हिस्से शामिल होते हैं। ये धीरे धीरे श्‍वांसनली में भी फैल जाते हैं।

ये है लक्षण

ज्यादा दिनों तक के लिए आवाज बदलना या फिर आवाज में भारीपन आना।
खाना निगलने में दिक्कत होना।
तेजी से वजन कम होना।
लंबे समय तक गले में खराश रहना।
कफ के साथ खून निकलना।
गर्दन में सूजन और दर्द बना रहना।
लंबे समय तक कानों में दर्द ।

Tonsillitis  एक प्रकार का इन्फेक्शन है जो tonsils को प्रभावित करता है ,  प्राकर्तिक रूप से टॉन्सिल्स कीटाणुओ को रोकने का...
30/04/2022

Tonsillitis एक प्रकार का इन्फेक्शन है जो tonsils को प्रभावित करता है , प्राकर्तिक रूप से टॉन्सिल्स कीटाणुओ को रोकने का काम करते है । इसके इन्फेक्शन को गंभीरता से ले ।
ये बच्चो में ज्यादा दिखाई देता है।

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Raj E. N. T Clinic , 41/92 Main Road, Sadar Bazar, Opposite Drive R. B Singh
Muzaffarnagar
251001

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Monday 11am - 2:30pm
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Tuesday 11am - 2:30pm
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