14/09/2021
सफेद दाग क्या हैं?
यह एक त्वचारोग हैं जिसमे त्वचापर सफेद दाग उत्पन्न हो जाते हैं। यह दाग विभिन्न अंगो में विभिन्न आकार के उत्पन्न होते हैं। जब त्वचा में रंग कोशिकाऐ नष्ट होती हैं या फिर निर्माण ही नही होती तब त्वचा पर सफेद दाग उत्पन्न होते हैं। इसे कोड/ श्वित्र/ Vitiligo/Leucoderma के नाम से जाना जाता हैं।
इसके उत्पन्न होने के क्या कारण हैं?
यह उत्पन्न होने के बहुत से कारण हैं। इन कारणो में से रोगप्रतिरोधक क्षमता में गड़बड़ी, बाहरी चोट, पेट में कृमि होना, अत्याधिक मानसिक तनाव, रंग कोशिकाओ में विकृति, विरुद्ध आहार का सेवन यह मुख्य कारण हैं।
यह बिमारी शरीर के किसी भी हिस्से की त्वचा को प्रभावित कर सकती हैं पर मुख्य रूप से शरीर के खुले भाग हाथ, चेहरा और छाती का ऊपरी भाग और आँखे, मुँह, नाक, स्तन, जननेंद्रिय, बगल, जंघा, चोट लगनेवाली जगहपर उत्पन्न होते हैं। यह बिमारी सामान्य तौर पर पुरुषों की तुलना में स्त्रियो में अधिक पायी जाती हैं। इस बिमारी से दुनिया के १-२% लोग ग्रसित हैं। भारत में इसका प्रमाण लगभग ८-९% हैं। इस रोग में आम तौर पर कोई शारीरिक पिडा का लक्षण नही दिखाई देता और नाही यह छूने से फैलनेवाली बिमारी हैं। फिर भी सामाजिक दृष्टिकोण एवं आत्मग्लानि के कारण रुग्ण मानसिक तौरपर निराश और हतोत्साहित नज़र आता हैं।
आयुर्वेद से रंग कोशिकाओ को पुनर्जीवित किया जा सकता हैं। इसे श्राप ना मानते हुये, केवल एक बिमारी के स्वरुप देखकर इसका इलाज करवाना चाहिये। हमारे व्यवहार से इस बिमारी से प्रभावित रुग्ण हतोत्साहित ना हो यह एक मनुष्य होने के नाते हमारा कर्तव्य हैं। आओ मिलकर आयुर्वेद के संग रुग्ण के रंग कोशिकाओ के साथ साथ आत्मसन्मान को पुनर्जीवित करे। सही जानकारी लोगों तक पहुँचाना इस पोस्ट का उद्देश हैं। सहयोग करें! शेअर करें!
आपका,
वैद्य डाॅ.पवन ईश्वर तिजारे,
श्री सेवा आयुर्वेद चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र, नागपुर