25/11/2025
बवासीर (Piles/Hemorrhoids) के बारे में विस्तृत जानकारी, उसके कारण, लक्षण, और आहार संबंधी सुझाव यहाँ दिए गए हैं:
🧐 बवासीर (Piles/Hemorrhoids) क्या है?
बवासीर गुदा (A**s) और मलाशय (Re**um) के निचले हिस्से में मौजूद नसों (नसिकाओं) में सूजन और उभार आने की स्थिति को कहते हैं। ये नसें सूजकर मस्से (गाँठ) का रूप ले लेती हैं, जिनमें दर्द, जलन और कभी-कभी खून भी आ सकता है। यह दो प्रकार की हो सकती है:
* आंतरिक बवासीर (Internal Piles): ये मलाशय के अंदर होती हैं और आमतौर पर दर्द रहित होती हैं, लेकिन मल त्याग के दौरान इनसे खून आ सकता है।
* बाहरी बवासीर (External Piles): ये गुदा के बाहर या किनारे पर होती हैं। इनमें दर्द, खुजली और सूजन अधिक होती है।
💡 मुख्य कारण (Causes)
बवासीर होने का मुख्य कारण गुदा और मलाशय की नसों पर लगातार दबाव पड़ना है। इसके सामान्य कारण हैं:
* कब्ज (Constipation): लंबे समय तक कब्ज रहना और मल त्याग (शौच) के दौरान जोर लगाना।
* कम फाइबर वाला आहार: भोजन में फाइबर (रेशा) की कमी।
* लंबे समय तक बैठना: शौचालय पर या एक ही जगह पर लंबे समय तक बैठे रहना।
* गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान नसों पर दबाव बढ़ जाना।
* मोटापा (Obesity): अधिक वजन होना।
* भारी वजन उठाना: नियमित रूप से बहुत भारी सामान उठाना।
* पुरानी दस्त (Chronic Diarrhea): लंबे समय से दस्त की समस्या होना भी इसका कारण बन सकता है।
🩸 लक्षण (Symptoms)
बवासीर के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
* रक्तस्राव (Bleeding): मल त्याग के दौरान या बाद में चमकीला लाल खून आना। यह आमतौर पर दर्द रहित होता है।
* दर्द और बेचैनी: गुदा क्षेत्र में दर्द, खासकर बैठते समय या मल त्याग करते समय। बाहरी बवासीर में दर्द अधिक होता है।
* खुजली और जलन: गुदा के आस-पास खुजली (Itching) और जलन महसूस होना।
* गाँठ (Lump): गुदा के पास कठोर या नरम गांठ या सूजन महसूस होना।
* अधूरा पेट साफ होना: शौच के बाद भी पेट पूरी तरह से साफ न होने का अहसास होना।
🍽️ आहार में क्या लें और क्या न लें (Diet - What to Eat and Avoid)
बवासीर के लक्षणों को नियंत्रित करने और कब्ज से बचने के लिए आहार में बदलाव बहुत महत्वपूर्ण है:
✅ क्या खाना चाहिए (What to Eat)
फाइबर और तरल पदार्थों से भरपूर चीजें लें:
| खाद्य पदार्थ | क्यों फायदेमंद है? |
|---|---|
| फाइबर युक्त फल | पपीता, सेब, केला, नाशपाती, अमरूद, संतरा। ये मल को नरम बनाते हैं। |
| हरी पत्तेदार सब्जियां | पालक, मेथी, बथुआ, लौकी, तोरई, गाजर। ये कब्ज को दूर करती हैं। |
| साबुत अनाज | दलिया, ओट्स, ब्राउन राइस, मल्टीग्रेन ब्रेड। ये पाचन तंत्र को स्वस्थ रखते हैं। |
| दालें | मूंग दाल, मसूर दाल, अरहर की दाल (छिलके वाली)। |
| डेयरी | छाछ (मट्ठा), दही। ये पेट के लिए हल्के होते हैं। |
| पानी और तरल पदार्थ | दिन में 2-3 लीटर पानी, नारियल पानी, ताजे फलों का जूस। यह शरीर को हाइड्रेट रखता है और मल को सख्त होने से रोकता है। |
❌ क्या नहीं खाना चाहिए (What to Avoid)
ऐसे खाद्य पदार्थ जो कब्ज और जलन को बढ़ाते हैं, उनसे बचें:
| खाद्य पदार्थ | क्यों नुकसानदायक है? |
|---|---|
| मसालेदार भोजन | लाल मिर्च, तेज मसाले, तली हुई (Fried) चीजें। ये जलन और सूजन बढ़ाते हैं। |
| मैदा युक्त खाद्य | मैदा (सफेद आटा), सफ़ेद ब्रेड, नूडल्स, पिज्जा, बर्गर। इनमें फाइबर कम होता है और ये कब्ज करते हैं। |
| बासी और प्रोसेस्ड फूड | जंक फूड, पैक्ड फूड, डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ। |
| कैफीन और शराब | चाय, कॉफी, शराब। ये शरीर को डिहाइड्रेट (निर्जलित) करते हैं, जिससे मल सख्त होता है। |
| कुछ सब्जियां | आलू, कटहल, बैंगन, अरबी (गुइया)। ये बादी माने जाते हैं। |
💡 आवश्यक सूचना: यदि आपको बवासीर के कोई भी लक्षण महसूस होते हैं, तो आपको आयुर्वेदिक या एलोपैथिक डॉक्टर से सलाह ज़रूर लेनी चाहिए।