
21/05/2024
जय माताजी की🙏 हर हर महादेव 🙏सूर्य का कहर नौतपा !!!!
नौतपा के नौ दिनों को साल का सबसे गर्म दिन माना जाता है. इस समय में सूर्य की किरणें और तीखी होती है।
नौतपा तब होता है जब सूर्य कृतिका से रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है । यह हर साल आता है और इस दौरान 9 दिनों तक सूर्य देव उग्र रूप में रहते हैं। सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही पृथ्वी का तापमान बढ़ जाता है और भीषण गर्मी का सामना करना पड़ता है। हर साल की तरह इस बार भी नौतपा आने वाला है , इसलिए पहले से ही गर्मी से बचाव के लिए सतर्क रहें। आइए जानें कब शुरू होगा नौतपा।
नौतपा 2024 कब शुरू होगा
जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है , तो ग्रीष्म ऋतु शुरू हो जाती है, जो हर साल 25 मई से 2 जून तक रहती है । इस बार भी सूर्य 25 मई की सुबह 3 बजकर 16 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा और 2 जून तक यहीं रहेगा । 2 जून के बाद यह मृगशिरा नक्षत्र में चला जाएगा । सूर्य जितने दिनों तक रोहिणी नक्षत्र में रहता है , पृथ्वी भी उतने ही दिनों तक अत्यधिक गर्मी का अनुभव करती है । ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गर्मी का मौसम 9 दिनों तक रहता है , यानी पृथ्वी पर लोगों को 9 दिनों तक अत्यधिक गर्मी का सामना करना पड़ता है ।
हिंदू पंचाग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के द्वितीया तिथि को सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और फिर 8 जून तक वो इसी नक्षत्र में रहेंगें,हालांकि नौतपा 25 मई 2024 से 2 जून तक ही रहेगा।पूजा से मिलता है सूर्य देव का आशीर्वादसूर्य देव जब रोहिणी नक्षत्र में होते हैं तो उस समय उनका तेज और भी बढ़ जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस समय में सूर्य देव की पूजा से विशेष सुरक्षा का आशीर्वाद प्राप्त होता है.इसके अलावा परिवार भी कई तरह की समस्याओं से दूर रहता है.इस समय में हर दिन भगवान सूर्य को तांबे के लोटे में जल भरकर और उसमें रोली-अक्षत डालकर उन्हें जल अर्पित करना चाहिए, इस दौरान ‘ॐ भास्कराय नमःमंत्र का जाप करना चाहिए।इस समय में भगवान सूर्य को प्रसन्न करने के लिए कुछ खास चीजों का दान करना चाहिए. शास्त्रों के मुताबिक, इस समय में शीतल पेय वस्तु जैसे दही,सत्तू, घड़े में भरा जल,रसदार फल आदि का दान करना चाहिए इससे सूर्य देव की कृपा बरसती है.इस समय में महिलाओं को हाथ में मेहंदी भी लगानी चाहिए इससे भी शीतलता मिलती है। नौतपा मेंयदि बारिश नहीं होती है और अगर ये पूर्ण रूप से तपता ह यदि रोहिणी नक्षत्र काल के दौरान पूरे समय वर्षा न हो तो यह माना जाता है कि बारिश इस बार जबरदस्त होने वाली है।सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में रहने के प्रारंभिक नौ दिनों तक धरती खूब तपती है। अर्थात ये 9 दिन बहुत गर्म रहते हैं। वैज्ञानिक मान्यता के अनुसार मई के आखिरी सप्ताह में सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी सबसे कम होती है इसलिए भीषण गर्मी पड़ती है। इसी कारण इन नौ दिनों को नवतपा कहा जाता ह इसी के तपने के आधार पर मानसून का पूर्व अनुमान अर्थात भविष्यवाणी की जाती ह हालांकि नवतपा यदि अच्छा तपता है तो देश में तेज हवा और बवंडर चलेंगे। समुद्री क्षेत्रों के आसपास बारिश की संभावना रहेगी। नौतपा के कारण संक्रमण में कमी आएगी और संक्रमण से होने वाली मौत में भी कमी आएगी। हालांकि देश में इससे भय का माहौल खत्म होगा। माना जा रहा है कि इस बार नौतपा पूरे समय तपेगा जिसके चलते देश में अच्छी बारिश होगीlएस्ट्रो ज्योति दाधीच,तीर्थराज पुष्कर,राजस्थान। नवतपा यदि तपता है तो देश में तेज हवा और बवंडर चलेंगे। समुद्री क्षेत्रों के आसपास बारिश की संभावना रहेगी। नौतपा के कारण संक्रमण में कमी आएगी और संक्रमण से होने वाली मौत में भी कमी आएगी। हालांकि देश में इससे भय का माहौल खत्म होगा। माना जा रहा है कि इस बार नौतपा पूरे समय तपेगा जिसके चलते देश में अच्छी बारिश होगी।जय माताजी🙏 हर हर महादेव 🙏
#एस्ट्रो ज्योति दाधीच,तीर्थराज पुष्कर,राजस्थान।
एस्ट्रो ज्योति दाधीच,तीर्थ राज पुष्कर, राजस्थान।