02/07/2023
Utangan Beej / ਉਟੰਗਣ ਬੀਜ /Blepharis edulis / उटंगन
उटंगन क्या है? (What is Utangan in Hindi?)
उटंगन के पौधे नमी वाली ठंडी जगहों पर नदी के किनारे उत्पन्न होते हैं। इसकी पत्तियां गुच्छों में उगती हैं जो किनारों पर दांतेदार एवं कांटेदार होती हैं। उटंगन की पत्तियों की सब्जी बनाकर खाई जाती है और विशेषज्ञों का मानना है कि इसकी पत्तियों की सब्जी खाने से अच्छी नींद आती है।
अन्य भाषाओं में उटंगन के नाम (Name of Utangan in Different Languages)
उटंगन का वानस्पतिक नाम Blepharis edulis (Forssk.) Pers. (ब्लेफेरिस् इडुलिस)
Syn-Blepharis persica (Burm.f) O. Kuntze है. इसके कुल का नाम Acanthaceae (ऐकेन्थेसी) है।
आइये जानते हैं अन्य भाषाओं में उटंगन को किन नामों से पुकारा जाता है :
English : Blepharis (ब्लेफेरिस)
Sanskrit : उष्ट्रकाण्डी, ग्राहका, कुक्कुटा, कुर्कुटा, श्रीवरक, श्वेतवरा, सूच्यावह, स्वस्तिक
Hindi: कामवृद्धि, उटङ्गन, उटिंगन, उतञ्जन
Urdu : तुप उट्टन्जन (Tup uttanjan), तुख्मे-उटङ्गन (Tukhame-uttangan)
Gujrati : उटीङ्गण (Utingana)
Bengali : शुशनी (Shushani)
Punjabi : उट्टङ्गन (Uttangan)
Marathi : उटङ्गन (Utangan), कारडु (Kardu)
Arbi : करीज (Kariz), बजुल करीज (Bazul qariz)
Persian : अन्जरा (Anjara), तुख्मे-अन्जरा (Tukhme-anjrah)
उटंगन के औषधीय गुण
(Medicinal Properties of Blepharis in Hindi)
उटंगन तिक्त, उष्ण, रुचिकारी तथा हृद्रोग शामक होता है। इसके बीज मधुर, तिक्त, शीत, वृष्य, संतर्पण, गुरु, स्निग्ध, पिच्छिल तथा मूत्रल होते हैं।
उटंगन के फायदे एवं उपयोग (Benefits and Uses of Utangan in Hindi)
आयुर्वेद में उटंगन के कई फायदों के बारे में बताया गया है. घावों और अल्सर को ठीक करने के अलावा यह अनियमित माहवारी जैसी समस्याओं में भी बहुत गुणकारी है.
उटंगन का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए
(How to use Utangan in Hindi)
सामान्य तौर पर 1-2 ग्राम उटंगन के बीजों के चूर्ण का सेवन करना चाहिए। अगर आप किसी बीमारी के घरेलू उपचार के लिए उटंगन के पत्तों या बीजों का उपयोग करने की सोच रहे हैं तो आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के बाद इसका उपयोग करें।
उटंगन का पौधा कहां पाया या उगाया जाता है
(Where is Utangan Found or Grown)
उटंगन का पौधा भारत, पाकिस्तान और इरान में पाया जाता है।