07/08/2024
*_(मुशत ज़नी के नुक़सानात कि मुकम्मल तफ्सील)_*
*_मेरे अज़ीज़ों ग्रुप मे सभी शामिल रहने वाले मिंबरान हज़रात इस तहरीर को बेहतर तरीके से पढ़ लें और समझ लें बिलकुल सच्ची बात मैं ने पेश की
*All India medicine delivery free*
Har beemari ke ilaj ke liye
*Dawai abhi order kare 9528649591*
*_खुदा करे इस बीमारी की लत किसी को भी ना लगे👏🏽👏🏽👏🏽_*
_मुश्त ज़नी, जलक, के जिस्मानी नुक़सानात कुछ हुक्मा हज़रात जलक़ के जिस्मानी नुक़सानात के बारे में कहना है ये काम जिन्सी गुदूद को मुतहर्रिक करने का सबब बन जाता है जिस के नतीजे में जिन्सी गुदूद ज़्यादा फ़आलियत करने लगते हैं_
_और ये उसकी ना मुनासिब फ़आलियत कर ने का सबब बन जाता है_
_उसके असरात में जुमला गुदूद वज़ी. में वरम, नुत्फा कि नाली में वरम, पेशाब की नाली में वरम आलए तनसुल (लिंग )का फ़लज, पतला कमज़ोर ढीला होना है_
_अख्तियार मनी (बीर्य)का निकल जाना, बीर्य का जल्दी निकल जाना, हमबिस्तरी की बीमारियां और बाँझ होना वगैरह शामिल हैं_
_उस के एलवाह_
_(1)आँखों की बिनाई की कमज़ोरी_
_(2)चेहरे का दुबला और पतला होना_
_(3)सर दर्द और चक्कर का आना_
_(4)बार बार ज़ुखाम में मुब्तला होना_
_(5)खून की कमी_
_(6)ज़ानो का सुस्त होना_
_(7)आँखों के गर्द स्याही पैदा होना_
_(8)चेहरे का ज़र्द होना_
_(9)सुनवाई में कमज़ोरी और एखतलाल पैदा होना_
_(10)चेहरे पर दाने निकलना_
_(11)नींद में एखतलाल पैदा होना_
_(12)इस कारनामे की शिद्दत की सूरत अज़ियतो आज़ार पहुंचंना_
_(13)वज़ीफ़ा ज़ौजियत,_ _हमबिस्तरी, मुबशरत, अदा करने की ना अहलियत_
_(13)क़ूवते मुदाफ़अत की कमी के सबब जल्द मुख्तलिफ_ _बिमारियों का शिकार हों जाना_
*_{""""''''""'""""""""""""""""""""""""'''''''''''''''''"""'''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''""""""""""""""""⤵️}_
*_जलक़ के और नुक़सानात शुमार किये गए हैं_*
*_>>>>>>>>>>>>>🥺🥺🥺_*
*_नफ़्सियाती नुक़सानात_*
_हाफ़िज़ा की कमज़ोरी_
,_हवासे बाख्ता होना और_ _तमरकज़े फ़िक्री की नातवानी से दो चार होना,_
_एज़तराब, खौफ, और परिशानी इन ख़ुसुसियात में से हैं जो मुश्त ज़नी करने वाले को नहीं छोड़ती हैं वह हमेशा व्श्वास तज़बज़ब की हालत में रहता है._
_दिल शिकश्तगी के नुमायां अलामात में से, बे एह्सासी, बे तफाऊती, बद ज़ौक़ी, सुस्ती, गोशा नशीनी, तन्हाई, गमो अन्दोह, हुनर, वर्ज़िश, और मअनवी उमूर अदमे दिलचश्पी है,_
_झगड़ा करना और बद अख़लाक़ी, मुश्त ज़नी कर ने वाला माहौल की मअमूली तहरीक़ के मुक़ाबिल, मे बे हसास होता है_
_दूसरों से गुफ्तगू करने का हौसला नहीं रखता है,जल्दी रंजीदह होता है,_
_फ़ौरन गुस्से मे आजाता है_,
_और रौशनी, आवाज़ और आम्दो रफ़्त के मुक़ाबिले मे गैर मामूली हसासियत दिखाता है,_
_ज़िंदगी से ना उम्मीद होना,_
_क़ूवते तख़लीक़ की नाबूदी, रिश्तेदारों और तवनाईयों को हाथ से देना_,
_तालीम, मुतालआ, इल्मी, तहक़ीक़ात_,
_और फ़िक्री सर गर्मियों की रग़बत को खो देना,_
_हवस रानी और और बे राह रवी का शिकार होना, और नाजाइज़ जिन्सी तअल्लुक़ात का आदी होना_,
_जज़्बात का फ़ोक़दान और शरमीलान जाना, खुद एत्मादी का फ़ोक़दान और एहसासे कमतरी_
_, और क़ूवते फैसला को खो देना_,
_दिल की सफाई को खो देना,_
_और मअनवी उमूर, दुआ की मजालिस और जमाअत मे शिरकत करने मे अदमे दिल चश्पी वगैरह दिखाना_
_एहसासे गुनाह, ज़मीर की मलामत,_
*😔😔😔___*
*_इज्तेमाई नुक़सानात_*
_मुश्त ज़नी, इंसान मे इज्तेमाअ से दुरी इख्तियार करने की हस्से एजाद करती है_
_और तकरार और अफरात के नतीजा मे, अपनी जड़ें मज़बूत करती हैं_
_एसा इंसान गोशा नाशिनी इख्तियार करने के नतीजा मे ज़वाल से दो चार होता है_
_और ख्यालात की दुनिया मे गर्क होता है_,
_ज़ाती लज़्ज़तों की तरफ तवज्जेह करना, इज्तेमाई रवाबित मे सुस्ती एजाद होने का सबब बन जाता है_
_और एसा इंसान अपनी अच्छी खासी ज़िंदगी को खतरे मे डाल देता है,उन (जिस्मानी,_ _नफ़्सियति, और इज्तेमाई, )_
*_नुक़सानात के बारे मे भी ज़िक्र करना ज़रूरी है कि_*
_उलूमे तज्रुबे और इंसान के इल्मो दानिश, मे तमाम तरक़्क़ीयों के बावजूद इंसान इस क़द्र तरक़्क़ी ना कर सका_
_इस क़िस्म के उमूर के बारे मे तमाम मस्लेह पर फवाइद और नुक़सानात से आगाही हासिल कर सके, और जो कुछ इस सिलसिले मे कुछ हुक्मा हज़रात ने ब्यान किया है वह हक़ीक़त मे एहतमाली आसार हैं_,
_शायद कहा जाए इस बुरे अमल की शदीद आदत की सूरत मे रुनुमा होते हैं और जलक के बारे मे इन आसार को ब्यान करने और अज़्दवाज़ के बारे मे ब्यान ना करने की दलील_,
_,,जलक़ एक गैर फित्रि अमल है और ये सबब बन जाता है कि इंसान अपने नफ़्स पर कंट्रोल को खो दे और शदीद सूरत मे इस कारनामे का आदी बन जाए_
*हर बीमारी के इलाज के लिए सम्पर्क करें 9528649591 आल इंडिया डिलीवरी फ्री*
https://chat.whatsapp.com/G5BrqrNxIiVKPfLTG94Lne
कहीं भी कभी भी दवा आर्डर करें
WhatsApp Group Invite