08/12/2024                                                                            
                                    
                                                                            
                                            *सेब के लाभ और उसकी विशेषताएं*
प्राकृतिक दृष्टि से मीठा सेब गर्म व आर्द्र होता है जबकि खट्टा सेब ठंडा एवं शुष्क होता है परंतु खट्टा मीठा सेब संतुलित और थोड़ा शष्क होता है। सेब के पेड़ का समस्त भाग ठंडा व शुष्क होता है और उसके पत्ते और फल में विष विरोधी शक्ति होती है।
सेब की कुछ विशेषताएं इस प्रकार हैं
कच्चा सेब खाने से कब्ज़ होता है और वह दस्त को ठीक कर देता है।
सेब एक प्राकृति दातून है जो दातों की सफाई के अतिरिक्त संक्रमण रोधी होता है और दातों को मज़बूत करता है।
सेब का पत्ता मूत्रवर्धक है और उसके पत्ते से बने हुए काढ़े का प्रयोग गुर्दे का वरम एवं उससे जड़ी समस्याओं के उपचार के लिए होता हे
सेब खाने से भूख बढ़ती है।
सेब खाने से भय और अनिद्रा जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायता मिलती है।
फंसी हुआ आवाज़ के उपचार के लिए सेब खाते हैं और इसी प्रकार खांसी, बवासीर, स्नायुतंत्र से जुड़ी बीमारियों और मोटापे की समस्या से ग्रस्त लोगों के उपचार में भी सेब का सेवन बहुत लाभदायक है।
सेब में विटामिन ए बी और सी पाइ जाती है जो आंख, चमड़ा, बाल और नाखून की मज़बूती के लिए बहुत लाभदायक है।
गुर्दे की पथरी निकालने में सेब का सेवन प्रभावी है।
सेब को उसके छिलके के साथ खाना चाहिये क्योंकि जो विटामिन पूरे सेब में होती है उससे गुना अधिक विटामिन केवल उसके छिलके में होती है।
पका हुआ सेब खाने से नींद आती है और उससे आराम मिलता है।
सेब खाने से बदहज़्मी व अपच की समस्या दूर करने में सहायता मिलती है।
ज़ुकाम और काली खांसी के उपचार के लिए सेब के शर्बत का प्रयोग होता है।
सेब के सेवन से जोड़ों के दर्द को दूर करने में सहायता मिलती है।
सेब खाने से प्यास कम लगती है।
अगर गर्भवती महिलाएं सुबह उठने के बाद एक सेब खा लिया करें तो उन्हें उल्टी या कैय नहीं आयेगी।
जो लोग दुबला होना चाहते हैं उन्हें सेब खाना चाहिये। सेब में कैलोरी कम होती है परंतु उससे शरीर को बहुत ऊर्जा मिलती है।
Tomar health tips डॉ. बुरहान तोमर गुर्जर