Dr. Anil Kumar Pandey

  • Home
  • Dr. Anil Kumar Pandey

Dr. Anil Kumar Pandey Dr. Anil Kumar Pandey Milkipur Ayodhya

06/09/2025
05/09/2025

ध्यान से पढ़ें और विचार करें....
====================================
मान लीजिए आप एक काल्पनिक दुनिया में हैं जहां सिर्फ 100 या 200 परिवार ही हैं। कुछ परिवार के लगभग सभी लोग सर्विस सेक्टर में नौकरी करते हैं। कुछ प्राइवेट सर्विस में हैं अधिकांश सरकारी सर्विस में हैं।
इन्हीं परिवारों में एक उद्यमी परिवार ऐसा है जिसमें एक दो लोगों ने ही नौकरी की बाकी कोई खेती करके अनाज उगा रहा है किसी ने अपना कोई मैनुफैक्चरिंग स्टार्टअप शुरू किया, कोई इलेक्ट्रॉनिक सामान बना रहा, कोई कुछ और जरूरत का सामान बना रहा। कुल मिलाकर परिवार की लगभग सभी जरूरतों का सामान ये लोग घर पे ही बनाते हैं और अपनी जरूरत पूरा करने के बाद जो बचता है दूसरे परिवारों को बेंच कर पैसा कमाते हैं।
जिन परिवारों में सभी लोग नौकरी में हैं उनकी भी अच्छी आमदनी है, जरूरत का सारा सामान ये लोग पैसा देकर उस उद्यमी परिवार से खरीद लेते हैं जो सिर्फ मैनुफैक्चरिंग करके जीवन यापन कर रहा है। जो नौकरी वाले परिवार हैं उनकी फिक्स्ड आमदनी है हर सप्ताह एक या दो दिन की छुट्टी भी मिलती है सब लोग एंजॉय करते हैं। नौकरी भी सबने ऐसी चुनी है जिसमें काम कम आराम ज्यादा और सैलरी बढ़िया मिलती है।
वहीं दूसरी तरफ उद्यमी परिवार के सभी लोग अपनी फैक्ट्रियों में रात दिन मेहनत करते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा सामान बना सकें जिससे ज्यादा आमदनी हो और अपने सामान की गुणवत्ता बढ़ाने पर भी मेहनत करते हैं ताकि और अधिक पैदावार की जा सके। कभी कभी महीनों तक कोई छुट्टी भी नहीं मिलती।
सभी परिवारों में सब बढ़िया चल रहा था अचानक एक दिन उद्यमी परिवार ने पड़ोस वाले परिवार की जिसमें सभी लोग नौकरी पेशा थे, एक दीवाल तोड़ दी। परिवार के मुखिया ने उद्यमी परिवार से शिकायत की तो उद्यमी परिवार के कुछ लोगों ने मिलकर मुखिया की पिटाई कर दी। उसी दिन से दोनों परिवारों में दुश्मनी हो गई। पहले परिवार ने कहा कुछ हथियार घर में रखना जरूरी है क्या पता कब ये लोग फिर लड़ाई झगड़े पे उतर आएं। सलाह मशविरा करने के बाद तय हुआ कि एक बंदूक खरीदकर रख ली जाय, पैसे की कमी थी नहीं सब लोग नौकरी करते थे। ये लोग मार्केट में बंदूक खरीदने पहुंच गए लेकिन पूरी मार्केट में बंदूक बनाकर बेचने वाला एक ही परिवार था और वो था पड़ोस का ही उद्यमी परिवार जिससे झगड़ा था। उद्यमी परिवार ने किसी भी दाम पर बंदूक बेचने से मना कर दिया। उद्यमी परिवार ने कहा हमारी मर्जी हमे नहीं बेचना है।
कुछ दिन बाद फिर उद्यमी परिवार ने अपने पड़ोसी की दूसरी दीवाल तोड़ दी और इस बार दीवाल ही नहीं तोड़ी बल्कि थोड़ी सी इनकी जमीन भी कब्जा कर ली। दोनों में खूब लड़ाई झगड़ा हुआ, पड़ोसी के पास ढंग का कोई हथियार तो था नहीं लाठी डंडे से ही जितना लड़ पाए लड़े फिर थक कर शांत हो गए करते भी क्या उद्यमी परिवार के पास घर में ही बना हुआ आधुनिक असलहा था, मजबूरी में सुलह समझौता करना ही पड़ा।
अगली बार उद्यमी परिवार ने एक कदम और आगे जाते हुए कह दिया अब पड़ोसी को हम इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे टीवी, फ्रिज, मोबाइल और गैस चूल्हे का सिलेंडर भी नहीं बेचेंगे हमारी मर्जी हमें इनको नहीं बेचना हम दूसरे परिवारों को बेंच देंगे लेकिन इनको नहीं बेचेंगे।
टीवी, फ्रिज, मोबाइल के बिना तो जैसे तैसे काम चल भी जाता लेकिन बिना सिलेंडर के कैसे काम चलता, पैसा होते हुए भी भुखमरी की नौबत आ गई। परिवार के मुखिया जिसकी पिटाई हुई थी मजबूरी में आकर उद्यमी परिवार से जाकर पब्लिकली माफी मांगी और पब्लिकली ये भी कहा कि हमारी दीवाल तो ऐसे ही गिर गई थी हमने फिर से बनवा ली है, इस बार थोड़ा पीछे करके इसलिए बनवाई है क्योंकि आगे की हमारी जमीन ठीक नहीं थी, बंजर थी।
अब तो उद्यमी परिवार हर उस फैमिली को तंग करने लगा जो अपनी जरूरत का सामान उनसे ही खरीदने को मजबूर था क्योंकि कुछ जरूरी सामान ऐसे थे जो पूरी मार्केट में उद्यमी परिवार ही बनाता था। उद्यमी परिवार के लोग अब मनमानी भी करने लगे, जब चाहते सामान की सप्लाई रोक देते, जब चाहते दाम बढ़ा देते, जब जिसको चाहते सारेआम पीट देते, जब चाहते जिसकी चाहते जमीन कब्जा कर लेते लेकिन मजाल है कोई इनके खिलाफ एक शब्द बोलता। बोलता भी कैसे बिना इनके सहयोग के किसी का काम भी तो नहीं चलता था। पैसा भले ही किसी के पास कितना ही हो लेकिन जरूरत का सारा सामान तो पूरी मार्केट में उद्यमी परिवार ही बेचता था।

अब काल्पनिक दुनिया से बाहर आते हैं।
=====================================

वास्तविक दुनिया में वो उद्यमी परिवार चीन है और पड़ोसी परिवार ताइवान, जापान, भारत कोई भी हो सकता है। आज बड़े से बड़े और अमीर से अमीर देश की हिम्मत नहीं होती कि चीन से सीधे सीधे टक्कर ले सके। रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीददार होते हुए भी चीन पर अमेरिका ने उतने प्रतिबंध नहीं लगाए जितने भारत पर लगाए हैं कारण साफ है भारत से आने वाले सामान पर अमेरिका आसानी से प्रतिबंध लगा सकता है क्योंकि भारत से आने वाला सामान तो अमेरिका कहीं और से भी ले लेगा, भारत ऐसा कुछ खास बनाता भी तो नहीं है लेकिन अगर चीन से आने वाले सामानों पर प्रतिबंध लगाया तो उसके यहां खुद ही हाहाकार मच जाएगा क्योंकि बहुत से सामान सिर्फ चीन ही बनाता है या फिर जिस दाम पर बनाकर बेचता है उतने में कोई और दे ही नहीं पाएगा। अमेरिका का बहुत सारा काम ही ठप्प हो जाएगा, महंगाई आसमान छूने लगेगी, अमेरिकी स्टॉक मार्केट चरमरा जाएगा। चाहते हुए भी अमेरिका चीन का कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।

अब सवाल यह है कि हम चीन जैसे क्यों नहीं बन पाए???
हम इतने मजबूर कैसे हो गए कि अमेरिका मनमाने प्रतिबंध लगा रहा है और जवाब में हम इतना ही कर पा रहे हैं कि उसी पड़ोसी से गले मिलने को मजबूर हैं जिसने हाल ही में खुलेआम पाकिस्तान की ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मदद की है, गलवान में हमारे कई सैनिकों को मारा है, अरुणाचल और सियाचिन में कई किलोमीटर जमीन कब्जा कर रखी है।
और वहीं चीन जो जम्मू काश्मीर और अरुणाचल को भारत का हिस्सा ही नहीं मानता उसी के द्वारा अवैध रूप से कब्जाए हुए तिब्बत को हम चीन का हिस्सा मानने को विवश हैं यहां तक कि खुलेतौर पर हम ताइवान को भी एक अलग देश नहीं मानते हैं कि कहीं चीन नाराज न हो जाए।

सवाल का जवाब आप लोग कमेंट में दीजिए।
समस्या का समाधान भी कमेंट में बताएं।
हमसे कहां गलती हुई है???

~Alok Pandey ~

01/09/2025

आयरन (Iron) हमारे शरीर के लिए एक बहुत ही आवश्यक खनिज है। इसका महत्व मुख्य रूप से रक्त निर्माण, ऑक्सीजन परिवहन और ऊर्जा उत्पादन से जुड़ा हुआ है।

आयरन की आवश्यकता क्यों है?
======================

1. हीमोग्लोबिन का निर्माण

आयरन लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) में पाए जाने वाले हीमोग्लोबिन का मुख्य घटक है।
हीमोग्लोबिन ही हमारे फेफड़ों से ऑक्सीजन को शरीर के सभी हिस्सों तक पहुँचाता है।
आयरन की कमी से एनीमिया (खून की कमी) हो जाती है।

2. मायोग्लोबिन का हिस्सा

मायोग्लोबिन मांसपेशियों में पाया जाने वाला प्रोटीन है जो ऑक्सीजन को स्टोर करता है।
यह मांसपेशियों को काम करने और ऊर्जा बनाने में मदद करता है।

3. ऊर्जा उत्पादन में भूमिका

आयरन कोशिकाओं के माइटोकॉन्ड्रिया में इलेक्ट्रॉन ट्रांसपोर्ट चेन का हिस्सा होता है, जिससे शरीर को ATP (ऊर्जा) मिलती है।

4. एंजाइमों का कार्य

कई एंजाइमों को काम करने के लिए आयरन की आवश्यकता होती है, जो शरीर में मेटाबॉलिज्म, डिटॉक्सिफिकेशन और हार्मोन बनाने जैसे काम करते हैं।

5. इम्यून सिस्टम

आयरन रोग-प्रतिरोधक क्षमता (immunity) को मजबूत करता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।

आयरन की कमी से क्या समस्याएँ हो सकती हैं?
==================================

एनीमिया (खून की कमी)
थकान और कमजोरी
चक्कर आना
त्वचा और होंठों का पीला पड़ना
बच्चों में मानसिक और शारीरिक विकास की रुकावट

👉 इसलिए आयरन हमारे शरीर के लिए अनिवार्य है, और इसे हरी पत्तेदार सब्जियों, दालों, अनाज, गुड़, सूखे मेवे आदि से प्राप्त किया जा सकता है।

31/08/2025

विटामिन B12 (Cobalamin) एक बहुत ही महत्वपूर्ण विटामिन है, जो शरीर की कई ज़रूरी प्रक्रियाओं में भूमिका निभाता है।

🔹 महत्व (Importance of Vitamin B12)

1. लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण (RBC Formation) – यह एनीमिया (खून की कमी) से बचाता है।
2. नर्वस सिस्टम का स्वास्थ्य (Nervous System Health) – तंत्रिकाओं की सुरक्षा और सही कामकाज के लिए ज़रूरी।
3. DNA संश्लेषण (DNA Synthesis) – नई कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है।
4. ऊर्जा उत्पादन (Energy Production) – भोजन से ऊर्जा निकालने में सहायक।
5. मस्तिष्क का स्वास्थ्य (Brain Health) – याददाश्त और मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने में भूमिका।

विटामिन B12 की कमी (Vitamin B12 Deficiency) धीरे-धीरे विकसित होती है और इसके लक्षण शरीर के खून, नर्वस सिस्टम और मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालते हैं।

🔹 विटामिन B12 की कमी के मुख्य लक्षण।
==================================

1. खून से जुड़े लक्षण (Anemia related)

लगातार थकान और कमजोरी
चक्कर आना, सिरदर्द
चेहरा पीला पड़ना (Paleness)
दिल की धड़कन तेज होना (Palpitations)
सांस फूलना (Breathlessness)

2. नर्वस सिस्टम से जुड़े लक्षण (Neurological symptoms)

हाथ-पैरों में झुनझुनी या सुन्नपन (Numbness / Tingling)
मांसपेशियों में कमजोरी
संतुलन बिगड़ना या लड़खड़ाकर चलना (Balance issues)
रिफ्लेक्सेस का कम होना
आँखों की रोशनी धुंधली पड़ना (Blurred vision)

3. मानसिक लक्षण (Psychological symptoms)

चिड़चिड़ापन और मूड बदलना
डिप्रेशन या एंग्जायटी
याददाश्त की कमी, ध्यान लगाने में कठिनाई (Memory problems, Brain fog)

4. पाचन संबंधी लक्षण (Digestive symptoms)

भूख कम होना
वजन घटना
मुँह और जीभ में जलन या सूजन (Glossitis – लाल और चिकनी जीभ)
मुँह के छाले

👉 अगर किसी को ये सारे लक्षण बार-बार महसूस हों तो ब्लड टेस्ट (Serum Vitamin B12 level) करवाना चाहिए।

🔹 विटामिन B12 के मुख्य स्त्रोत।
======================================

विटामिन B12 प्राकृतिक रूप से मुख्य रूप से नॉन-वेज फूड्स (मांस, मछली, अंडे) में पाया जाता है। इसलिए शाकाहारी लोगों के लिए इसकी कमी होना आम है।

लेकिन कुछ शाकाहारी स्रोत हैं जिनसे पर्याप्त B12 मिल सकता है 👇

🔹 प्रमुख शाकाहारी (Vegetarian) स्रोत

दूध, दही, पनीर, छाछ आदि।

31/08/2025

मौसमी सर्दी-जुकाम से बचने के लिए टिप्स

1. 🌿 इम्युनिटी मजबूत करें – विटामिन C से भरपूर फल (संतरा, आंवला, अमरूद, नींबू) खाएँ।

2. 💧 पानी पर्याप्त मात्रा में पिएँ – गुनगुना पानी या हर्बल चाय (अदरक, तुलसी, काली मिर्च) लें।

3. 🧼 हाथ धोने की आदत डालें – बाहर से आने के बाद और खाना खाने से पहले।

4. 😴 पर्याप्त नींद लें – नींद की कमी से शरीर जल्दी बीमार पड़ता है।

5. 🧣 ठंड से बचाव करें – सुबह-शाम गर्म कपड़े पहनें, खासकर गला और कान ढक कर रखें।

6. 🚶‍♂️ हल्की एक्सरसाइज/योग करें – शरीर का तापमान संतुलित रहता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

7. 🚫 भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क का प्रयोग करें – खासकर जब मौसम बदल रहा हो।

8. 🍲 हल्का और पौष्टिक खाना खाएँ – तली-भुनी चीज़ें कम करें, सूप और दाल-चावल खा सकते हैं।

Address

Raebareli Road

224164

Opening Hours

Monday 09:00 - 20:00
Tuesday 09:00 - 20:00
Wednesday 09:00 - 20:00
Thursday 09:00 - 20:00
Friday 09:00 - 20:00
Saturday 09:00 - 20:00
Sunday 09:00 - 20:00

Telephone

+919918524422

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Dr. Anil Kumar Pandey posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Practice

Send a message to Dr. Anil Kumar Pandey:

  • Want your practice to be the top-listed Clinic?

Share

Share on Facebook Share on Twitter Share on LinkedIn
Share on Pinterest Share on Reddit Share via Email
Share on WhatsApp Share on Instagram Share on Telegram