02/10/2018
ऑनलाइन बिक्री के विरोध में सड़कों पर उतरे दवा विक्रेता!
दवाइयों की ऑनलाइन बिक्री को लेकर केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर जिला दवा विक्रेताओं ने शुक्रवार को काले बिल्ले लगाकर विरोध जताया। जिलाभर के केमिस्टों की हड़ताल से करीब 200 दुकानें बंद रही। इसका असर जिलाभर में देखने को मिला और कई जगहों पर मरीजों को दवाइयां न मिलने से परेशानी का सामना करना पड़ा।
उपायुक्त कार्यालय तक विरोध प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भेजा गया। जिला दवा विक्रेता संघ ने चेताया है कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो देशव्यापी अनिश्चित हड़ताल की जाएगी। ऑल इंडिया केमिस्ट एसोसिएशन केे आह्वान पर की गई हड़ताल का असर कुल्लू में भी देखने को मिला। हालांकि क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के माध्यम से खोली गई दवा की दुकानों से मरीजों को कुछ राहत मिली। लेकिन बंजार, मनाली, नग्गर, गुशैणी, सैंज, भुंतर आदि इलाकों में मरीजों को परेशान होना पड़ा। जिला दवा विक्रेता संघ अध्यक्ष ऋषभ कालिया ने बताया कि केंद्र सरकार की नीतियां दवा विक्रेताओं के हित में नहीं है। दवाइयां ऑनलाइन बिकने से दवा उद्योग से जुड़े हजारों व्यवसायी मंदी के दौर से गुजरेंगे। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन फार्मेसी से प्रतिबंधित दवाइयां भी आसानी से मिल जाती हैं, जो युवा वर्ग की सेहत के लिए ठीक नहीं है। कहा कि सरकार को जगाने के लिए उन्हें इस तरह का कदम उठाना पड़ा है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि ऑनलाइन फार्मेसी के प्रस्ताव को रद्द कर दवा विक्रेताओं के हितों को सुरक्षित किया जाए। ऑनलाइन पोर्टल बगैर किसी जवाबदेही के दवाओं को बिना जांच परख के उपलब्ध करवाते हैं। इस दौरान जिला महामंत्री अमन भल्ला, कर्मवीर सिंह, संजय शर्मा, कोषाध्यक्ष मनोज चौधरी, संतोष गौड़ तथा अनुराग सूद, गोपाल, रामपाल सहित कई विक्रेता शामिल रहे।
जिला अस्पताल में राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के माध्यम से खोली गई दवा की दुकानों में मरीजों के लिए दवाइयां उपलब्ध करवाई गई। इसके लिए पहले से ही दवाइयों का भंडारण कर रखा था।
- दिनेश गौतम, जिला ड्रग इंस्पेक्टर
Amar Ujala सौजन्य!