Journey Om

Journey Om Journey Om — A global wellness & holistic community devoted to the Religion of Love and Humanity.

We unite spiritual seekers through meditation, yoga, art, dance, and cosmic gatherings to awaken harmony, healing, and higher consciousness. We provide all types of professional trainers for conducting workshops on mind, body & soul.

24/12/2022

We are resuming soon with our services in January 🤗 Stay Tuned....

18/12/2022

Gurudev Sri Sri Ravi Shankar
🙏

13/07/2022
❤️ Happy Ganesh Chaturthi ❤️            Blessings all the way
10/09/2021

❤️ Happy Ganesh Chaturthi ❤️
Blessings all the way

10/06/2021

आप सभी प्रकृति प्रेमी भाई लोगों से आग्रह है कि पुराणों व धर्मग्रंथों में उल्लेखित इस जानकारी को एक बार अवश्य पढ़ें..!!
👉 10 कुॅंओं के बराबर एक बावड़ी, 10 बावड़ियों के बराबर एक तालाब, 10 तालाब के बराबर 1 पुत्र एवं 10 पुत्रों के बराबर एक वृक्ष है।
👉 जीवन में लगाए गए वृक्ष अगले जन्म में संतान के रूप में प्राप्त होते हैं। (विष्णु धर्मसूत्र 19/4)
👉 जो व्यक्ति पीपल अथवा नीम अथवा बरगद का एक, चिंचिड़ी (इमली) के 10, कपित्थ अथवा बिल्व अथवा ऑंवले के तीन और आम के पांच पेड़ लगाता है, वह *सब पापों से मुक्त हो जाता है। ( भविष्य पुराण)
👉 पौधारोपण करने वाले व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
👉 शास्त्रों के अनुसार पीपल का पेड़ लगाने से संतान लाभ होता है।
👉 अशोक वृक्ष लगाने से शोक नहीं होता है।
👉 पाकड़ का वृक्ष लगाने से उत्तम ज्ञान प्राप्त होता है।
👉 बिल्वपत्र का वृक्ष लगाने से व्यक्ति दीर्घायु होता है।
👉 वट वृक्ष लगाने से मोक्ष मिलता है।
👉 आम वृक्ष लगाने से कामना सिद्ध होती है।
👉 कदम्ब का वृक्षारोपण करने से विपुल लक्ष्मी की प्राप्त होती है।
👉 प्राचीन भारतीय चिकित्सा- पद्धति के अनुसार पृथ्वी पर ऐसी कोई भी वनस्पति नहीं है, जो औषधि ना हो।

स्कंद पुराण में एक सुंदर श्लोक है👇👇
अश्वत्थमेकम् पिचुमन्दमेकम्
न्यग्रोधमेकम् दश चिञ्चिणीकान्।
कपित्थबिल्वाऽऽमलकत्रयञ्च पञ्चाऽऽम्रमुप्त्वा नरकन्न पश्येत्।।

अश्वत्थः = पीपल (100% कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है)
पिचुमन्दः = नीम (80% कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है)
न्यग्रोधः = वटवृक्ष(80% कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है)
चिञ्चिणी = इमली (80% कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है)
कपित्थः = कविट (80% कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है)
बिल्वः = बेल (85% कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है)
आमलकः = आँवला (74% कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है)
आम्रः = आम (70% कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है)
(उप्ति = पौधा लगाना)

अर्थात्- जो कोई इन वृक्षों के पौधों का रोपण करेगा, उनकी देखभाल करेगा उसे नरक के दर्शन नही करना पड़ेंगे।

इस सीख का अनुसरण न करने के कारण हमें आज इस परिस्थिति के स्वरूप में नरक के दर्शन हो रहे हैं।
अभी भी कुछ बिगड़ा नही है, हम अभी भी अपनी गलती सुधार सकते हैं।
औऱ
गुलमोहर, निलगिरी- जैसे वृक्ष अपने देश के पर्यावरण के लिए घातक हैं।

पश्चिमी देशों का अंधानुकरण कर हम ने अपना बड़ा नुकसान कर लिया है।

पीपल, बड और नीम जैसे वृक्ष रोपना बंद होने से सूखे की समस्या बढ़ रही है

ये सारे वृक्ष वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाते है साथ ही धरती के तापनाम को भी कम करते है।

हमने इन वृक्षों के पूजने की परंपरा को अन्धविश्वास मानकर फटाफट संस्कृति के चक्कर में इन वृक्षों से दूरी बनाकर यूकेलिप्टस (नीलगिरी) के वृक्ष सड़क के दोनों ओर लगाने की शुरूआत की। यूकेलिप्टस झट से बढ़ते है लेकिन ये वृक्ष दलदली जमीन को सुखाने के लिए लगाए जाते हैं। इन वृक्षों से धरती का जलस्तर घट जाता है। विगत ४० वर्षों में नीलगिरी के वृक्षों को बहुतायात में लगा कर पर्यावरण की हानि की गई है।

शास्त्रों में पीपल को वृक्षों का राजा कहा गया है।

मूले ब्रह्मा त्वचा विष्णु शाखा शंकरमेवच।
पत्रे पत्रे सर्वदेवायाम् वृक्ष राज्ञो नमोस्तुते।।

भावार्थ-जिस वृक्ष की जड़ में ब्रह्मा जी तने पर श्री हरि विष्णु जी एवं शाखाओं पर देव आदि देव महादेव भगवान शंकर जी का निवास है और उस वृक्ष के पत्ते पत्ते पर सभी देवताओं का वास है ऐसे वृक्षों के राजा पीपल को नमस्कार है।।🙏

आगामी वर्षों में प्रत्येक ५०० मीटर के अंतर पर यदि एक एक पीपल, बड़ , नीम आदि का वृक्षारोपण किया जाएगा, तभी अपना भारत देश प्रदूषणमुक्त होगा।

घरों में तुलसी के पौधे लगाना होंगे।

हम अपने संगठित प्रयासों से ही अपने "भारत" को नैसर्गिक आपदा से बचा सकते है।

भविष्य में भरपूर मात्रा में नैसर्गिक ऑक्सीजन मिले इसके लिए आज से ही अभियान आरंभ करने की आवश्यकता है।

आइए हम पीपल, बड़, बेल, नीम, आंवला एवं आम आदि वृक्षों को लगाकर आने वाली पीढ़ी को निरोगी एवं "सुजलां सुफलां पर्यावरण" देने का प्रयत्न करें 🙏

जय श्री सीताराम जगत जननी  श्री राम हृदयेश्वरी पराजगदाम्बा मिथला किशोरी जनक नन्दिनी सुनैना दुलारी सीता नवमी जन्म दिवस प्र...
20/05/2021

जय श्री सीताराम


जगत जननी श्री राम हृदयेश्वरी पराजगदाम्बा मिथला किशोरी जनक नन्दिनी सुनैना दुलारी सीता नवमी जन्म दिवस प्राकट्य सीता जयन्ती की हार्दिक शुभकामनाऐं एवम् बधाई ।

भई प्रकट कुमारी भूमि विदारी जनक हितकारी भव भय हारी अतुलित छवि भारी मुनि मन हारी जनक दुलारी सुकुमारी

🌹🙏🌹

Gurudev Sri Sri Ravi Shankar

18/05/2021 मंगलवारधर्म शास्त्रों के अनुसार वैशाख शुक्ल सप्तमी तिथि को मां गंगा स्वर्ग लोक से शिवजी की जटाओं में पहुंची थ...
18/05/2021

18/05/2021 मंगलवार

धर्म शास्त्रों के अनुसार वैशाख शुक्ल सप्तमी तिथि को मां गंगा स्वर्ग लोक से शिवजी की जटाओं में पहुंची थी इसलिए इस दिन को गंगा सप्तमी के रूप में मनाया जाता है और आज मां गंगा की आराधना करते हुए और बजरंगबली महाराज जी को चोला वह मुकुट पहनाकर, पूरे विश्व की शांति, सदभावना और कल्याण की प्रार्थना करी और यह करोना नामक महामारी का अंधकार पूरे संसार से जल्द से जल्द खत्म करने की गुहार लगाई ।

पूरे विश्व में सनातन की गूंज हो, प्राणियों में पर्यावरण. प्रकृति. जीव जंतुओं के प्रती प्रेम वह सजकता आए और इंसानियत ही एक मात्र धर्म हो ।

🕉 जय गंगा माँ 🕉

Gurudev Sri Sri Ravi Shankar 🙏



This program is free for everyone and it's very helpful in recovering from Covid  19 👍You all should join and can forwar...
02/05/2021

This program is free for everyone and it's very helpful in recovering from Covid 19 👍

You all should join and can forward it in your groups or to your families 🕉️

🌼 _Join Gurudev Sri Sri Ravi Shankar Ji for immunity boosting, breathing exercises and deep meditation's!!_ 🌼

🗓️ *Dates: 1st May- 10th May*

🕰️ *Time: 7.30pm*

https://youtu.be/-z6BQ1U2Vv4

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