Dr Rachana Tiwari

Dr Rachana Tiwari Infertility, Gynecologist and Obstetrician

डेंगू (Dengue) का आयुर्वेदिक उपचार ।डेंगू वायरस जनित रोग है, जो कि मच्छर के काटने से होता है। इसमें उच्च ज्वर, जोड़ों व ...
10/11/2024

डेंगू (Dengue) का आयुर्वेदिक उपचार ।

डेंगू वायरस जनित रोग है, जो कि मच्छर के काटने से होता है। इसमें उच्च ज्वर, जोड़ों व हड्डियों में तीव्र दर्द, शरीर पर लाल रंग के रैशेज व दाने निकल आते हैं। आयुर्वेद में इसे विषम ज्वर में से एक माना गया है। इन दिनों डेंगू (Dengue) का प्रकोप चरम पर है।

आयुर्वेद में कुछ प्रभावी घरेलू उपायों से डेंगू के लक्षणों में राहत पाई जा सकती है, जैसे तुलसी और नीम के पत्तों का उपयोग, हल्दी का सेवन, और विशेष काढ़ों का प्रयोग, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होते हैं।

सबसे पहले कब्ज की समस्या को दूर करें। मुनक्का भिगोकर खाएं। तुलसी व नीम के पांच-पांच पत्ते पीस लें। इनकी तीन गोली बनाकर दिन में एक-एक गोली तीन बार पानी से लें। इस तरह पांच दिन तक सेवन करें। सूखे नीम के पत्तों को जलाकर घर में धूनी दें। हल्दी आधा चमच, कालीमिर्च 2 नग, तुलसी के 2 पत्तों को 250 ग्राम पानी में उबालकर आधा पानी शेष रहने पर नींबू का रस-शक्कर मिलाकर पीएं। बिना दूध के नींबू की चाय पीएं। एक कप गर्म दूध में हल्दी 2 ग्राम, तुलसी के 2 पत्ते पीसकर मिलाकर दो बार सुबह शाम पीएं।

डेंगू के अन्य उपचार Other treatments for dengue
खुली हवा में रहें। गर्म पानी ठंडा कर 5 लौंग व तुलसी के पत्ते डाल दें। यही पानी पीएं। फ्रिज में रखी चीजें न खाएं। कपड़े, बिस्तर व घर को स्वच्छ रखें। घर व आसपास पानी इकट्ठा न होने दें, जहां पानी इकट्ठा हो वहां कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराएं। घर में तुलसी के पौधे लगाएं। सुबह भ्रमण के समय तुलसी और नीम के 3-3 पत्ते अवश्य खाएं।
इनका सेवन करें – खिचड़ी, गेहूं का दलिया, पतली रोटी, मूंग, मसूर की दाल। दूध, मुन्नका, नींबू की चाय, मौसबी, सेब, पपीता और अनार आदि खाना चाहिए।
यह न खाएं – कुछ दिन चावल नहीं खाएं। तली चीजें, गरिष्ठ भोजन व बाजार की चीजें न खाएं ।

योग व्यायाम आयुर्वेद और ऐसी ही सेहत से जुड़ी जानकारी के लिए आप संपर्क कर सकते है

डॉ. रचना तिवारी
बी.एस.सी, बी.ए.एम.एस, डी.एन.एच्.ई.
फिजीशियन,
विशेषज्ञ - बांझपन, स्री एवं प्रसूति रोग
पूर्व चिकित्सक - बी.सी.एम. हॉस्पिटल खैराबाद,
- बलरामपुर जिला अस्पताल लखनऊ

क्लीनिक:-
👉 1055 सिविल लाइंस, उन्नाव
पुराने संजीवनी हॉस्पिटल के पीछे, निकट UMC हॉस्पिटल।
प्रतिदिन
प्रातः 9 बजे से 11 बजे तक.
दोपहर : 2 से 4 बजे तक.
सायं : 7 से 9 बजे तक.

👉 35 गिरजाबाग, भूरी देवी मंदिर के सामने, निकट भरत मिलाप मैदान।
प्रतिदिन दोपहर 4:30 बजे से शायं 6:30 बजे तक. (रविवार बन्दी)
मो. 8004952133, 7510003060

09/03/2023

अस्थमा अटैक आने पर क्या करना चाहिए? जानें अस्थमा अटैक में मरीज की देखभाल कैसे करें।

अस्थमा के मरीजों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। मौसम में बदलाव, प्रदूषण और धुंए आदि के कारण अस्थमा के मरीजों को अस्थमा अटैक आ सकता है। इसलिए अस्थमा के मरीजों को हमेशा अपने साथ इन्हेलर रखने की सलाह दी जाती है। कई बार ऐसा होता है कि मरीज इन्हेलर साथ ले जाना भूल जाते हैं। अस्थमा में इन्हेलर साथ न रखना बहुत गंभीर हो सकता है। दरअसल अस्थमा की समस्या में फेफड़ों से ऑक्सीजन ले जाने वाली नली में सूजन हो जताई है और इसकी वजह से मरीज की परेशानियां बढ़ सकती हैं। इससे सांस लेने में तकलीफ के साथ ही अस्थमा अटैक आ सकता है। अगर अस्थमा के मरीज को अस्थमा अटैक आ जाए और उसके पास इन्हेलर न हो तो परेशानी बहुत गंभीर हो सकती है। ऐसे में आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि अस्थमा अटैक आने पर मरीज की मदद कैसे करें?

अस्थमा अटैक आने पर क्या करना चाहिए?-

अस्थमा को ट्रिगर करने वाली चीजों के संपर्क में आने से अस्थमा अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इसकी वजह से आपको कई गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। प्रदूषण, सर्दी-जुकाम और सिगरेट के धुंए के कारण मरीजों को अस्थमा अटैक का खतरा ज्यादा रहता है। कई बार ऐसा होता है कि मरीज को अटैक आने पर सामने वाला व्यक्ति यह समझ नहीं पाता है कि उसे क्या करना चाहिए। विश्व स्वास्थ्य संघ द्वारा जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि अस्थमा अटैक आने पर आपको सबसे पहले मरीज को सीधा बिठाना चाहिए और धीमी गति से लगातार सांस लेने को कहना चाहिए। अगर मरीज के पास इन्हेलर है तो उसका तुरंत इस्तेमाल करें। इसके अलावा ध्यान रखें कि अस्थमा अटैक आने पर मरीज को लेटाना नहीं चाहिए।

अस्थमा अटैक आने पर आपको मरीज की इस तरह से मदद करनी चाहिए-

1. अटैक आने पर सबसे पहले मरीज को सबसे पहले सीधे बैठा दें या खड़ा रखें।

2. इसके बाद मरीज को सांस लेने के लिए कहें।

3. अगर आसपास इन्हेलर है, तो इन्हेलर का इस्तेमाल करें।

4. इन्हेलर न होने पर मरीज को गर्म या गुनगुना पानी, कॉफी आदि दें।

5. मरीज को अटैक आने पर लेटने न दें।

अस्थमा अटैक से बचने के लिए आपको पहले से ही सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए। ऐसी चीजें जो अस्थमा अटैक को ट्रिगर करती हैं, उनका सेवन करने से बचें। बहार निकलते समय मास्क का इस्तेमाल करें। प्रदूषित हवा और घुटन वाली जगहों पर जाने से बचें। इसके अलावा ऐसी चीजें जो अस्थमा अटैक को ट्रिगर करती हैं, उनके संपर्क में आने से बचें। अस्थमा अटैक आने से पहले शरीर में कई लक्षण दिखाई देते हैं, इन लक्षणों को सही समय पर पहचानकर इलाज लेने से आप इसकी चपेट में आने से बच सकते हैं।

उपचार एवं परामर्श के लिए संपर्क करें :-

डॉ. रचना तिवारी
बी.एस.सी, बी.ए.एम.एस, डी.एन.एच्.ई.
फिजीशियन,
विशेषज्ञ - बांझपन, स्री एवं प्रसूति रोग
पूर्व चिकित्सक बी.सी.एम. हॉस्पिटल खैराबाद,
बलरामपुर जिला अस्पताल लखनऊ

क्लीनिक:-
👉 1055 सिविल लाइंस, उन्नाव
पुराने संजीवनी हॉस्पिटल के पीछे, निकट UMC हॉस्पिटल।
प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक.

👉 35 गिरजाबाग, भूरी देवी मंदिर के सामने, निकट भरत मिलाप मैदान।
प्रतिदिन दोपहर 3:30 बजे से शायं 6:00 बजे तक. (रविवार बन्दी)
मो. 8004952133, 7510003060

09/03/2023

अगर आप आज से ही अपना लेंगे ये 5 आदतें तो नहीं पड़ेगी डॉक्टर और दवाइयों की जरूरत,

खानपान और लाइफस्टाइल की खराब आदतें आज ऐसी-ऐसी बीमारियों की वजह बन रही हैं जिन्हें ठीक करने के लिए डॉक्टर और दवाइयों के लिए अच्छे-खासे पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। कई बीमारियों को तो इतने पैसे खर्च करने के बाद भी पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता बस कंट्रोल में ही रखा जा सकता है, जैसे- डायबिटीज़, मोटापा और बीपी। तो अगर आप डॉक्टर की मंहगी फीस और दवाइयों में अब और ज्यादा पैसे नहीं खर्च करना चाहते, तो यहां दिए जा रहे हेल्थ टिप्स को आज से भी शुरू कर दें फॉलो करना।

1. धूप सेंकें

सुबह की धूप बॉडी के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। इससे शरीर को भरपूर मात्रा में विटामिन डी मिलता है जो हड्डियों की मजबूत बनाता है। इसके अलावा धूप सेंकने से कई तरह की स्किन समस्याएं भी दूर रहती हैं। और तो और सुकून भरी नींद के लिए भी धूप का सेवन जरूरी माना गया है क्योंकि इससे शरीर में मेलाटोनिन हॉर्मोन पैदा होता है जो अच्छी नींद के लिए जरूरी माना गया है और थोड़ी देर धूप में बैठने से स्ट्रेस भी दूर होता है।

2. रोजाना वर्कआउट करें

रोजाना 20-30 मिनट का समय जरूर निकालें वर्कआउट करने के लिए। यकिन मानिए इससे आप न सिर्फ बॉडी को फिट रख सकते हैं बल्कि अपनी उम्र के भी कई साल बढ़ा सकते हैं। वर्कआउट का मतलब जिम जाकर घंटों पसीना बहाना नहीं होता बल्कि घर के नॉर्मल कामकाज से भी आसानी से खुद फिट रहा जा सकता है। तो योग, रस्सी कूदना, पैदल चलना जैसी कई एक्टिविटीज़ हैं जिनके लिए किसी भी तरह के इनवेस्टमेंट की जरूरत नहीं और इनके फायदे ही फायदे हैं।

3. हेल्दी डाइट लें

कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज़, हार्ट प्रॉब्लम्स जैसी खतरनाक बीमारियों से बचे रहना चाहते हैं तो सबसे पहले अपनी डाइट से ऑयली, मसालेदार और जंक फूड को पूरी तरह से आउट कर दें। चीनी व नमक की मात्रा भी कम कर दें। सादा भोजन करें जिससे शरीर ही नहीं मन भी स्वस्थ रहता है और एक जो सबसे चीज़ फॉलो करना है वो है खाने का समय निर्धारित करना।

4. भरपूर मात्रा में पानी पीएं

बॉडी को हाइड्रेट रखने के साथ ही शरीर के कई जरूरी फंक्शन्स के लिए भी पानी बहुत जरूरी है। दिनभर में कम से कम 6 से 8 गिलास पानी जरूरी पीएं। गुनगुना पानी पीना और भी ज्यादा फायदेमंद होता है। इससे पाचन तो सही रहता ही है साथ ही मोटापा भी कंट्रोल किया जा सकता है।

5. 6-8 घंटे की नींद लें

नींद का बहुत बड़ा रोल है शरीर और मन को स्वस्थ रखने में। सुकून भरी नींद आप दिनभर फ्रेश और एनर्जेटिक फील करते हैं। किसी काम पर फोकस कर सकते हैं। याद्दाश्त दुरुस्त रहती है और डाइजेशन भी सही रहता है। तो अच्छी नींद के लिए बिस्तर पर जाने के बाद मोबाइल, टीवी आदि का इस्तेमाल न करें तो बेहतर।

उपचार एवं परामर्श के लिए संपर्क करें :-

डॉ. रचना तिवारी
बी.एस.सी, बी.ए.एम.एस, डी.एन.एच्.ई.
फिजीशियन,
विशेषज्ञ - बांझपन, स्री एवं प्रसूति रोग
पूर्व चिकित्सक बी.सी.एम. हॉस्पिटल खैराबाद,
बलरामपुर जिला अस्पताल लखनऊ

क्लीनिक:-
👉 1055 सिविल लाइंस, उन्नाव
पुराने संजीवनी हॉस्पिटल के पीछे, निकट UMC हॉस्पिटल।
प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक.

👉 35 गिरजाबाग, भूरी देवी मंदिर के सामने, निकट भरत मिलाप मैदान।
प्रतिदिन दोपहर 3:30 बजे से शायं 6:00 बजे तक. (रविवार बन्दी)
मो. 8004952133, 7510003060

10/01/2023

ठंड के मौसम में अक्सर लोगों की उंगलियों में सूजन आ जाती है, इसमें खुजली और जलन की शिकायत होती है, ऐसे में आप इन परखे हुए नुस्खे से इस समस्या को दूर कर सकते हैं

पैर की उंगलियों की सूजन करें दूर

उत्तर भारत में सर्दी का सितम जारी है, ऐसे में जहां लोगों को अकड़न, मांस पेशियों में दर्द की समस्या बढ़ जाती है, तो दूसरी तरफ ठंड के संपर्क में आने से पैरों की उंगलियों में सूजन देखने को मिलती है. उंगलियां सूज जाती है, लाल पड़ जाती है और उसमें खुजली और जलन महसूस होती है. ध्यान ना दिया जाए तो दिक्कत बढ़ जाती है. अगर आपके साथ भी ऐसी दिक्कत हो रही है तो आपको यह कुछ आजमाए हुए नुस्खे अपनाने चाहिए, इससे आपको आराम मिल सकता है.

हल्दी और जैतून का तेल:

सर्दी की वजह से हाथ पैर की उंगलियों में सूजन आ जाए तो हल्दी पाउडर को जैतून के तेल में मिलाकर मिश्रण बना लें और सूजन वाली जगह पर लगा दें और कुछ देर बाद गुनगुने पानी से उंगलियों को धो दें, इससे आपको दर्द और सूजन में राहत मिल जाएगी

लहसुन का तेल:

सूजन को दूर करने के लिए आप लहसुन का तेल भी लगा सकती है आपको सरसों का तेल लेना है और उसमें 5से 6 लहसुन की कलियां डालकर गर्म करना है, लहसुन जब काला हो जाए तो तेल को ठंडा होने के लिए छोड़ दें. गुनगुने तेल को हाथ और पैर पर हल्के हाथों से मालिश करें इससे आराम मिल सकता है.

नींबू और गुनगुना पानी:

सर्दी में फर्श काफी ठंडा होता है ऐसे में अगर आप नंगे पांव फर्श पर चलते हैं तो पैरों की उंगलियों में सूजन आ जाती है, इस सूजन को नींबू से ठीक किया जा सकता है. इसके लिए आप गुनगुने पानी में नींबू के कुछ रस मिला दें और फिर कॉटन की मदद से सूजन वाली जगह पर लगाएं, इससे सूजी हुई उंगलियों को आराम मिलने लगते हैं.

सेंधा नमक:

उंगलियों से सूजन दूर करने के लिए सेंधा नमक भी इस्तेमाल कर सकते हैं इसके लिए आपको सरसों के तेल में एक चम्मच सेंधा नमक मिलाकर गर्म करना है और फिर इस मिश्रण को सूजन वाली जगह पर लगाना है, या फिर इतना पानी गर्म करें कि उंगलियों को कुछ देर तक के इनमें डुबोकर रखें.गर्मी मिलने से रक्त संचार दुरुस्त होगा और सूजन भी कम होगी.

एक्सरसाइज करें:

सर्दियों में बार-बार अगर ऐसी समस्या होती है तो आपको सुबह उठकर थोड़ी देर एक्सरसाइज करना चाहिए ताकि शरीर में खून का संचालन बेहतर तरीके से हो सके ब्लड सरकुलेशन सही होने से सूजन की समस्या ठीक हो जाती है.

कपूर और नारियल का तेल:

कपूर में नारियल तेल मिलाकर उंगलियों पर लगाने से सूजन कम होता है साथ ही दर्द में भी आराम मिलता है.

प्याज का रस:

प्याज में एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण पाया जाता है,जो शरीर की सूजन को कम करता है. अगर आपको भी खुजली के साथ सूजन है तो आप प्याज का रस लगाइए. रस लगाने के बाद कुछ देर के बाद उस हिस्से को पानी से धो लें इससे आपको दर्द में राहत मिल सकती है.

बेहतर उपचार एवं परामर्श के लिए संपर्क करें :-

डॉ. रचना तिवारी
बी.एस.सी, बी.ए.एम.एस, डी.एन.एच्.ई.
बांझपन, स्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ
पूर्व चिकित्सक बी.सी.एम. हॉस्पिटल खैराबाद,
व बलरामपुर जिला अस्पताल लखनऊ

क्लीनिक:-
👉 1055 सिविल लाइंस, उन्नाव
पुराने संजीवनी हॉस्पिटल के पीछे, निकट UMC हॉस्पिटल।
प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक.

👉 35 गिरजाबाग, भूरी देवी मंदिर के सामने, निकट भरत मिलाप मैदान।
प्रतिदिन दोपहर 3:30 बजे से शायं 6:30 बजे तक. (रविवार बन्दी)
मो. 8004952133, 7510003060

Heart Attack Risk in Winter :- आपको बता दें कि ठंडियों में 53 प्रतिशत तक हार्ट के मरीजों के संख्या बढ़ जाती है ऐसा एक रि...
10/01/2023

Heart Attack Risk in Winter :-

आपको बता दें कि ठंडियों में 53 प्रतिशत तक हार्ट के मरीजों के संख्या बढ़ जाती है ऐसा एक रिपोर्ट कहती है. सर्दी के मौसम में 40 की उम्र पार कर चुके लोगों में दिल के दौरे का खतरा ज्यादा मंडराता है.

1. सुबह कैसे उठे.

सुबह उठकर एकदम से बिस्तर न छोड़े अपितु कुछ 4 से 5 मिनट सीधे लेट रहे फिर 4 से 5 मिनट बैठ जाये साथ मे अपने हाथों पैरो को थोड़ा थोड़ा हिलाते हुवे आगे पीछे शरीर आराम से झुकाये फिर पैरो को जमीन पर उतारे । कोई भी शरीरिक परिश्रम 20 से 30 मिनट न करे।

2. गुनगुना पानी

रात में सोने से पहले व सुबह उठ कर एक गिलास गुनगुना पानी जरूर पिये।

3. धूम्रपान और नशा

जो लोग किसी भी तरह का धूम्रपान और नशा करते हैं उन्हें हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा रहता है. वहीं, जो लोग हाई ब्लड प्रेशर से गुजर रहे हैं उन्हें भी दिल का दौरा पड़ सकता है.

4. ज्यादा नमक से परहेज करें

यह समझना महत्वपूर्ण है कि नमक की मात्रा को सीमित करना चाहिए. हम सभी का सर्दियों के मौसम में अधिक नमक वाला खाना खाने की आदत होती है. नमक के ज्यादा सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है. इसलिए आपके द्वारा लिए जाने वाले नमक की मात्रा को नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है.

5. हाई शुगर डाइट से बचें

सर्दियों में खाने में चीनी की मात्रा बढ़ा देना एक जानी-मानी आदत है. लोग गाजर का हलवा और गुलाब जामुन जैसी मिठाइयों का लुत्फ उठाना पसंद कर सकते हैं. इन मिठाइयों का सेवन कम से कम करना चाहिए. नमक और चीनी दोनों का सेवन सेहत के लिए हानिकारक है और इसे कम करना चाहिए.

6. शराब को ना कहें

हम सभी जानते हैं कि सर्दियों के महीनों में पार्टियों की संख्या बढ़ जाती है. ऐसे शराब के सेवन की मात्रा को शामिल करना चाहिए.

7. सुबह की सैर

जिन लोगों को दिल की बीमारी है, उन्‍हें सर्दियों (Winter) में सूर्योदय से पहले सुबह की सैर से बचना चाहिए. ऐसे लोगों को अपने घर के अंदर सक्रिय रहना चाहिए, लेकिन बाहरी गतिविधियों से दूर रहना चाहिए. ऐसा इसलिए क्‍योंकि, सर्दियों में हार्ट अटैक (Heart attacks) का खतरा बढ़ जाता है.

बेहतर उपचार एवं परामर्श के लिए संपर्क करें :-

डॉ. रचना तिवारी
बी.एस.सी, बी.ए.एम.एस, डी.एन.एच्.ई.
फिजिशियन, बांझपन, स्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ
पूर्व चिकित्सक बी.सी.एम. हॉस्पिटल खैराबाद,
व बलरामपुर जिला अस्पताल लखनऊ

क्लीनिक:-
👉 1055 सिविल लाइंस, उन्नाव
पुराने संजीवनी हॉस्पिटल के पीछे, निकट UMC हॉस्पिटल।
प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक.

👉 35 गिरजाबाग, भूरी देवी मंदिर के सामने, निकट भरत मिलाप मैदान।
प्रतिदिन दोपहर 3:30 बजे से शायं 6:30 बजे तक. (रविवार बन्दी)
मो. 8004952133, 7510003060

We Treated in all Gynaecological complaints/conditions Like.Ovarian CystFibroid UterusAdenomyosis Pelvic Inflammatory Di...
30/09/2022

We Treated in all Gynaecological complaints/conditions Like.

Ovarian Cyst
Fibroid Uterus
Adenomyosis
Pelvic Inflammatory Disease PID
PCOD
Anovulation
Urinary Track Infection UTI
Burning Micturition
Male & Female Infertility
Vaginal Itching
White Discharge Leucorrhoea
Difficulty with sexual In*******se
Post Menopausal Problems
High Risk pregnancy care

“Thanks for visiting Dr. Rachana Tiwari's official page!   Our support agents are available Monday-Saturday from 08:00 a...
30/09/2022

“Thanks for visiting Dr. Rachana Tiwari's official page!
Our support agents are available Monday-Saturday from 08:00 a.m. to 10:00 p.m.
Please leave your question here and we will reply as soon as we can.”

Address

1055 Civil Lines
Unnao
209801

Opening Hours

Monday 8am - 10pm
Tuesday 8am - 10pm
Wednesday 8am - 10pm
Thursday 8am - 10pm
Friday 8am - 10pm
Saturday 8am - 10pm
Sunday 8am - 10pm

Telephone

+918004952133

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Dr Rachana Tiwari posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Practice

Send a message to Dr Rachana Tiwari:

Share

Share on Facebook Share on Twitter Share on LinkedIn
Share on Pinterest Share on Reddit Share via Email
Share on WhatsApp Share on Instagram Share on Telegram

Category