
04/05/2025
शर्माये नहीं कॉल मिलाए,
📱 9696549696
डॉ ए. बशर.
(10 Years+ Experience)
पाइल्स, जिसे बवासीर या hemorrhoids भी कहा जाता है, गुदा (a**l) और मलाशय (re**um) के आसपास की नसों में सूजन या उभार की स्थिति है।
यह एक आम समस्या है जो किसी भी उम्र में हो सकती है।
प्रकार:
आंतरिक बवासीर (Internal Hemorrhoids): मलाशय के अंदर होती है, आमतौर पर दर्द नहीं होता, लेकिन मल त्याग के दौरान खून आ सकता है।
बाहरी बवासीर (External Hemorrhoids): गुदा के बाहर त्वचा के नीचे होती है, दर्द, खुजली या सूजन का कारण बन सकती है।
थ्रोम्बोस्ड बवासीर: जब बाहरी बवासीर में खून का थक्का जम जाता है, तो यह गंभीर दर्द का कारण बन सकता है।
लक्षण:मल त्याग के दौरान खून आना (आमतौर पर चमकीला लाल रंग का)।
गुदा के आसपास खुजली, जलन या दर्द।
मल त्याग के दौरान या बाद में असहजता।
गुदा के पास गांठ या सूजन।
मल त्याग में कठिनाई।
कारण:पुरानी कब्ज या दस्त।
मल त्याग के दौरान अत्यधिक जोर लगाना।
लंबे समय तक बैठे रहना।
कम फाइबर वाला आहार।गर्भावस्था या मोटापा (जो गुदा क्षेत्र पर दबाव बढ़ाता है)।
आनुवंशिक प्रवृत्ति।
रोकथाम:
रोजाना 25-30 ग्राम फाइबर युक्त भोजन खाएं।
पर्याप्त पानी पिएं (2-3 लीटर रोज)।नियमित व्यायाम करें।
मल त्याग की इच्छा को नजरअंदाज न करें।
लंबे समय तक शौचालय में न बैठें।
कब डॉक्टर से मिलें:लगातार खून बहना या गंभीर दर्द।
लक्षणों में सुधार न होना।
गांठ या सूजन जो ठीक न हो।
नोट: बवासीर के लक्षण अन्य गंभीर समस्याओं (जैसे कोलोरेक्टल कैंसर) से मिलते-जुलते हो सकते हैं, इसलिए लगातार लक्षण होने पर डॉक्टर से जांच करवाएं।
***
डॉ. ए.बशर
बनारस हिजामा क्लिनिक
वाराणसी उ. प्र. इंडिया.
मो. न. 9696549696