Danvantri aushadhaley

Danvantri aushadhaley Ayurveda has eight ways to diagnose illness, called Nadi (pulse), Mootra (urine), Mala (stool), Jihv

23/10/2025

मोबाइल
6395063320
एवं
9456404916
वैद्य मोहन बृजेश आयुर्वेद:
*****************
पूज्य स्वामी प्रेमानंद जी महाराज की चिकित्सा में हम
********
1-अपामार्ग जल का प्रयोग करेंगे
अन्य किसी व्यवस्था और चिकित्सा को रोकेंगे नहीं
2-नारायण तेल की मालिश
3-स्वेदन
4-बस्ति
5-नारायण तेल एक चम्मच नित्य पान
*******
आपका आशीर्वाद रहा तो चमत्कार करके दिखा देंगे आप विचार कर लेना और जोड़ देना
************
आप मेरी बात को आगे बढ़ाकर स्वामी जी और संबंधित तक पहुंचाने की कृपा करें

13/10/2025

आयुर्वेद संहिता ग्राम, आयुर्वेद कुंभ और मैं
**********************************
भाई बिना इंडोर हॉस्पिटल के काम नहीं चलेगा
जहां दुनिया का ला इलाज मरीज ठीक किया जाए
संहिता और कुंभ के बिना कोई काम नहीं बिगाड़ रहा है
***************
बिनाइंडोर अस्पताल के काम नहीं चलेगा
एक तरफ हम कहते हैं हमने खड़े-खड़े सर जोड़ा था
आज हम उंगली जोड़कर नहीं दिखा सकते हैं
आज लाइलाज रोगों से लोग मर रहे हैं
एलोपैथी कुछ नहीं कर पा रही है
वहां हम करके दिखाएं तो कुछ बात बन सकती है
****
मोबाइल
6395063320
एवं
9456404916
वैद्य मोहन बृजेश आयुर्वेदाचार्य

12/10/2025

मेरे शुभचिंतक
*************
संघ द्वारा आयुर्वेद की उपेक्षा से दुखी होकर मैंने जो कहा उससे मेरे शुभचिंतकों में खलबली मची
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मुझे मेरे अनेक शुभ चिंतकों ने धैर्य बंधाया
****
मैं उन सभी का हृदय से आभारी हूं
*****
इस विषय पर अपना स्पष्टीकरण देते हुए मुझे कहना है
कि
आज के इस प्रतिस्पर्धा के युग में कोई भी कार्य किया जाए तो वह घाटे का सौदा होता है
******
घाटे की पूर्ति
1-व्यक्तिगत
2-बेईमानी
3-समाज
4-सरकार
********
से होती है
*******
देखो भाई आयुर्वेद के लिए व्यक्तिगत रूप से मैंने अपना जीवन खपा दिया
*****
यहां
मुझे किसी कवि की वह लाइन याद आती हैं
*******
लोग पीते हैं शराब में पानी मिलाकर
मैं पी गया शराब में जवानी मिलाकर
********
2-बेईमानी कर नहीं सकता हूं
3-जहां तक समाज का प्रश्न है मेरी ताकत और कमजोरी दोनों
संघ हैं
संघ से बाहर मुझे समाज में कहीं कुछ ऐसा नहीं लगता है जिसमें ईमानदारी और पारदर्शिता हो
******
इसीलिए मैंने संघ में विश्व आयुर्वेद परिषद बनाई
******
वहां आज मेरा कहीं कोई नामोनिशान नहीं है
*******
फिर भी इसका मुझे कोई मलाल नहीं है
******
संघ की अपनी कुछ व्यवस्थायें हैं
जिनमें मेरी प्रगाढ़ श्रद्धा और आस्था है
******
कुल मिलाकर मेरी जिद बार बार यही है कि संघ दुनिया भर की चिंता करता है
तो
आयुर्वेद
की क्यों नहीं
*******
संघं शरणं गच्छामि
*******
4-सरकार की सब जानते हैं ठीक है
सरकार पर हम दवाब बना कर
अ-आयुर्वेद शब्द की वापसी करायें
आ-आयुर्वेद का विभाग मंत्री बजट गजट आकार प्रकार अस्पताल कालेज इंस्टीट्यूट रोजगार वेतन ---आदि सभी कुछ एलोपैथी के बराबर करें
*******
एक तरफ हम कहते हैं
भारत
हिंदू राष्ट्र
था
है
और
रहेगा
*****-
तो आखिर
आयुर्वेद
का कौन सा देश
था
है
और
रहेगा
******
इसलिए
भारत की
******
राष्ट्रीय चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद
***************
तुरंत घोषित करायी जाए
******
इति अलम्
******
क्रमशः
******
मोबाइल
6395063320
एवं
9456404916
वैद्य मोहन बृजेश आयुर्वेदाचार्य

07/10/2025

#विस्तारक_प्रचारक....
वो जिन पर प्रश्न करना बहुत आसान हैं.....
पर वैसा बनना बहुत कठिन....
परिवार और घर से दूर .......
सदैव राष्ट्र सेवा में रत......
एक विस्तारक , प्रचारक का पत्र अपनी "माँ " के लिए ......

लगता होगा तुझको माँ मैे
तेरा बहुत निर्दयी बेटा हूँ
चिंता नहीं करता मैं तेरी
मैं ऐसा उद्दंड और हेटा हूँ
लगता होगा तुझको ऐसा
मैं दूर सदा तुझसे रहता
महीनो-महीनो दिनों -दिनों तक मैं
बात नहीं हैं तुझसे करता
पर.....माँ.......
मेरा मन भी करता है माँ
मैं पास तेरे रह पाऊँ
मन मेरा कहता है मुझसे
मैं समय तुझे दे पाऊँ
मैं भी खाऊ हाथ की रोटी
चटनी तेरे हाथो की
प्यार से तू जो डाँटे मुझको
सुनु झिड़की तेरी बातों की
मन व्यथित होता जब मेरा
तब आचंल याद बहुत आता
पास जो तू होती मेरे तो माँ
सच गोद में सिर अपना छिपाता
क्रोध कभी जब आता है खुदपर
तब भी तो तू ध्यान में है आती
डांट रही है मुझको कहकर
क्रोध नहीं है तेरा संगी साथी
कभी बहुत मन होता मेरा
बस पास बैठकर तुझे निहारूं
न कुछ तू बोले न मैं ही बोलूं
बिन कहे व्यथा अपनी सुनालूं
पर.........
कर्त्तव्य मेरे प्रण मेरे मुझको
तत्क्षण ये अहसास दिलाते
मार्ग चुना जो मैया मैंने
उसका कर्तव्यबोध मुझे कराते
अपनी इक्छा और तेरे आशीष से
कर्तव्यपथ जो मैंने अपनाया
तेरे संस्कारों तेरे सपनो को माँ
आचरण में मैंने है बसाया
याद बहुत जब आती तेरी
सत्रों-पत्रों में खो जाता हूँ
मिलने का जब मन होता मेरा ,तो
संघ-स्थान पहुँच मैं जाता हूँ
पत्रक ,कार्ययोजना में माँ तेरा
जब चेहरा नजर में आता है
तो योजना सार्थक पूर्णरूपेण होगी
ये स्वतः ही तय हो जाता है
अपने बड़ों का स्नेही हाथ
जब शीश पर मेरे होता है
तो लगता तेरा आँचल मुझको
अन्तश् में अपने भर लेता है
भोजन के लिए परिवारों में जाता
तो अपना परिवार पाता हूँ
सपना तेरा एक छोटे घर का, माँ
मैं विशाल भारत जीता हूँ
शाखा ,वर्गों में व्यस्त जब होता
तो साथ सदा तेरा ही लगता
ध्वज भगवा जब लहराता है तो
माँ आशीष उसमे तेरा ही झलकता
तो चेहरा तेरा सौम्य सा माँ
मुझमे जीवंतता भर देता है
जुट जाता प्राण प्रण से संघ कार्य में मैं
मुझमे इतनी ऊर्जा भर देता है
तो....मत मेरी तू चिंता करना
मैं दूर भले ही तुझसे हूँ
पर तेरे ही सपनो को पूरा करने
तन ,मन और ह्रदय से सलंग्न हूँ। संघ स्थापना दिवस के गौरवपूर्ण शताब्दी वर्ष की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं 💐💐💐💐
योगेश बागड़ी (जिला सेवा प्रमुख) हाथरस

01/10/2025

तुझे क्या बतलाऊं
*************
आज तो भाई ऐसा लग रहा है कि मर जाऊं या पागल हो जाऊं
********
अब तक दुनिया ने अपामार्ग के अनंत गुण गाए हैं
******
और इसका लाभ नहीं उठाया
****
वरना हमारा जो उद्घोष था जो भगवान धन्वंतरि ने अपने अवतार के समय कहा था
******
और जिस वैद्य प्रतिज्ञा
को मैंने ध्येय बनाया हुआ है
******
आयुर्वेदाऽमृतेन सकल नराणां जरां रुजां मृत्युं हरस्याम्हम।।
*********
अर्थात आयुर्वेद रूपी अमृत से प्रत्येक मनुष्य का बुढ़ापा रोग और मृत्यु को मैं हरूं
********
यहां कहने का मतलब केवल एक ही है
*******
कि अपामार्ग में वह सब अनंत शक्तियां निहित हैं जैसा अब तक लिखा गया है
******
भूल को भी मैंने पकड़ लिया है
*******
कि आज के भौतिक और वैज्ञानिक युग में केवल
अपामार्ग का क्षार
**********
बनाकर दुनिया में अगर प्रयोग किया होता
*********
तो अब तक हमारी पृथ्वी पर कोई भी व्यक्ति
******
ना बूढा हुआ होता
और ना
बीमार हुआ होता
ना कि‌सी की
मृत्यु
हुई होती
******
अजर अमर
********
की बात साकार हुई घूमती
********
यह अलग बात है
*******
मृत्यु केवल
आकस्मिक
एक्सीडेंटल
युद्ध
हमला
द्वेषभाव
अभाव
आदि आदि कारणों से ही होती
********
मृत्यु हमारी परंपरा में नहीं जुड़ी होती
*******
खैर कोई बात नहीं
देर आये
दुरुस्त आए
*******
मैं दुनिया से निवेदन करना चाहता हूं कि आप
अपामार्ग का क्षार
*********
किसी भी तरह कितना ही कैसे ही प्रयोग करो
ज्यादा कितना लिखूं
मेरी समझ में नहीं आ रहा है
ना कोई मेडिकल साइंस बचेगी ना कोई आदमी
बूढ़ा होगा
ना बीमार होगा
ना मारेगा
जब चाहे जो चाहे
निःशुल्क रूप से
मुझे फोन पर बात कर सकते हैं
इति अलम्
*******
मोबाइल
6395063320
एवं
9456404916
वैद्य मोहन बृजेश आयुर्वेदाचार्य

28/09/2025

9 दिन चले अढ़ाई कोस
*******************
जिस इंटीग्रेशन ने😂 आयुर्वेद को बर्बाद किया था
आखिर आयुर्वेद के
दुश्मनों ने उसे लागू कराही दिया 😂😂😂
*********
देखते हैं कितना आयुर्वेद को साकार कर पाओगे
*********/
क्या मतलब हुआ आयुष का
*****//
जब यहां भी सब मॉडर्न मिलेगा
*/////
यही तो कहना चाहते हो की जो हमारी कपोल कल्पनाएं हैं कि हमने खड़े-खड़े सिर जोड़ा था
आज हम उंगली नहीं जोड़ सकते हैं
बिना मॉडर्न के
******//
मैं अपने
आयुर्वेद भक्त कर्ण धारों
से कहना चाहता हूं
कि आयुर्वेद के अपने
सिद्धांतों
संहिताओं के आधार पर ही
आयुर्वेद को बढ़ना बढ़ाना है
न कि घाल मेल नीति लागू रखी
जाए
वरना
आयुर्वेद केवल पुस्तकों का ज्ञान रह जाएगा
आयु नहीं दे पाएगा
इस क्षद्म चाल से आयुर्वेद को निकालें
इसमें
कोई भी मॉडर्न
का
एलोपैथी का
घालमेल न करें
वरना आयुर्वेद से कभी किसी को स्वास्थ्य
और आयु नहीं मिल पाएगी
***/////
6395063320/
9456404916
वैद्य मोहन बृजेश आयुर्वेदाचार्य

27/09/2025

जटिला
*******************
जब मुझे अपामार्ग क्षार से टूटा हुआ कूल्हा जुड़ ही गया तब मेरा ध्यान इस पर आगे और गया
*******
*******
अंततोगत्वा
गोला के बुरादे में
20% अपामार्ग क्षार मिला दिया
*****
जटिला
******
नाम से 60 ग्राम का पैकिंग ₹600 मूल्य में बना भी दिया
*****
सभी जटिल लोगों की घुटने के दर्द डायबिटीज ब्लॉकेज कैंसर अन्यान्य समस्त रोगों की
******
एक ही औषधि समझ में आ रही है ऐसा लग रहा है कि अब तक हमने जितना भी पढ़ा लिखा देखा किया सब बेकार यह औषधि ही संपूर्ण समाधान दुनिया का बन सकती है
********
मुझे ऐसा लगा है की सल्फा ड्रग और पेरासिटामोल
एंटीबायोटिक
और पेन किलर
का भी विकल्प यह दवा बन सकती है
*******
26सितंबर25 थोड़ी भागदौड़ और बाइक चलाने से
मेरी सीधे पैर की पंजे में ऊपर वाली मोटी हड्डी में फ्रेक्चर
जैसा भयंकर दर्द हुआ तय हुआ कोई फैक्चर हो गया है
********
विचार हुआ कि
सुबह एक्स-रे करा कर प्लास्टर करना पड़ेगा
बैंडेज बांधी
और भिगाते रहे
******
दो-तीन घंटे बाद अचानक ऐसा लगा की कोई टूटी हुई हड्डी पर गम लगाया जा रहा है
******
और हम स्वस्थ हो गए 27सितंबर 25को 50-60 किलोमीटर मोटरसाइकिल भी चलाई कोई समस्या नहीं
******
रहस्य
*******
दो-तीन बार आधा-आधा चम्मच
********
जटिला
*****
खाई
*******
आप विद्वान इसमें अपनी राय दें
***
मैं कहीं में अतिशयोक्ति में तो नहीं हूं
*******
जिज्ञासु भी ज्ञान अर्जन करें
*******
विद्वान मार्गदर्शन करें
**********
6395063320
एवं
9456404916
वैद्य मोहन बृजेश आयुर्वेदाचार्य

25/09/2025

अपामार्ग क्षार और मैं
*******************
जब मुझे अपामार्ग क्षार से टूटा हुआ कूल्हा जुड़ ही गया तब मेरा ध्यान इस पर आगे और गया
*******
मैंने घी के आधार पर 20% अपामार्ग क्षार मिलकर
******
दधीचि
******
नाम से 120 ग्राम का पैकिंग मूल्य 1280 रुपया तैयार कर दिया
********
कुछ लोगों से चर्चा हुई दो एक ने मुफ्त में खाकर भी देखा प्रसंशा की पर खरीदने वाला कोई नहीं हुआ
*******
मुझे भी घी के पैकिंग को बनाना पैक करना बेचना थोड़ा अव्यावहारिक सा लगा
******
काफी सोचा लोगों से चर्चा भी की
नारसिंह चूर्ण
में
अपामार्ग क्षार मिलने की भी सोची
*******
अंततोगत्वा
गोला के बुरादे में
20% अपामार्ग क्षार मिला दिया
*****
जटिला
******
नाम से 60 ग्राम का पैकिंग ₹600 मूल्य में बना भी दिया
*****
सभी जटिल लोगों की घुटने के दर्द डायबिटीज ब्लॉकेज कैंसर अन्यान्य समस्त रोगों की
******
एक ही औषधि समझ में आ रही है ऐसा लग रहा है कि अब तक हमने जितना भी पढ़ा लिखा देखा किया सब बेकार यह औषधि ही संपूर्ण समाधान दुनिया का बन सकती है
********
आप विद्वान इसमें अपनी राय दें
***
मैं कहीं में अतिशयोक्ति में तो नहीं हूं
*******
जिज्ञासु भी ज्ञान अर्जन करें
*******
विद्वान मार्गदर्शन करें
**********
6395063320
एवं
9456404916
वैद्य मोहन बृजेश आयुर्वेदाचार्य

21/09/2025

नि: शुल्क परामर्श
6395063320
एवं
9456404916
********
स्वास्थ्य की हर समस्या का
समाधान है
मगर
व्यक्ति व्यक्ति को
अलग अलग परामर्श नि: शुल्क
और केवल फोन पर किसी भी समय
******
6395063320
एवं
9456404916
वैद्य मोहन बृजेश आयुर्वेदाचार्य6395063320

19/09/2025

प्रिये तुम्हारा श्राद्ध है
बहुत आ रही हूख।
तुमको जब खा ही लिया
अब क्यों लगती है भूख।।

29/08/2025

कैंसर रोगी और मैं
*********/*******
अचानक एक मेरे रोगी परिवार अलीगढ़ से फोन आता है वैद्यजी कुछ समय पहले आपने मेरी चिकित्सा की थी मुझे लीवर सोरायसिस बता कर डॉक्टरों ने लाइलज घोषित कर दिया था
*****/**
आपने मुझे पूर्ण स्वस्थ कर दिया मेरा परिवार आपका बहुत एहसानमंद है
******
अब मेरा छोटा भाई डॉक्टरों के चक्कर में पड़कर एक किडनी निकलवा चुका है
डॉक्टरों ने कैंसर बताकर चौथी स्टेज घोषित कर दी है
*****
बचने की कोई उम्मीद नहीं है अब आप ही हमारा सहारा है
**/////
मैंने रोगी से बात करके 1 किलो दूब घास लेकर कुकर में उबालकर बिना पानी डालें ज्यूसर से रस निकलवा कर पिलवा दिया
**/**
कैंसर अथवा किसी भी रोगी की बीमिरी और दवाइयों की जलन शांत करने का यह अचूक इलाज है
******
बात हुई है रोगी को कोई जलन नहीं है परेशानी नहीं है दो रोटी भी खाई हैं
******
वह लोग दवाई
भी हाथरस रोगी सहित पूरा परिवारआकर ले गये हैं
******
मैंने उन्हें
च्यवनप्राश
नारसिंह चूर्ण
तक्रारिष्ट
रोहितकारिष्ट
चंद्र प्रभा वटी
नारायण तैल
पूरे शरीर में मालिश के लिए
दिया है
********
कोई भी एलोपैथिक दवा किसी भी तरह की नहीं लेनी है
********
सिर्फ और सिर्फ
24घंटे में 2बार भोजन करने की बात कही है
माने कुछ भी खाने को केवल 2बार ही मुंह खुलेगा
***/*
1दाना भी कुछ खाने का मतलब 1भोजन हो गया
*****
बीच बीच में कुछ भी नहीं खा सकते हो
केवल पानी पी सकते हो
*****
शाम को शौच जरुर जाना है
तभी दूसरा भोजन करना है
**//
जब तक शौच नहीं आया /नहीं गये तो भोजन नहीं करना है
दूध पीकर सो जाओ
आगे सुबह भी न आवै तो भी भोजन नहीं करना है
*****
यहां से हम दुग्ध कल्प शुरू करते हैं वह 40दिन तक चल सकता है
बहरहाल
शौच न होने तक केवल और केवल
दूध और पानी ही देते हैं
*****
यही आयुर्वेद की कल्प चिकित्सा है
*****
मेरे पूर्वज
वैद्यराज पंडित
चिरंजी लाल , बासुदेव सहाय ,शिव दत्त रावत
अपने अपने समय के दिग्विजयी योग्यतम पढ़े लिखे वैद्य रहे हैं
ऐसा नहीं की पिताजी से ही सीख लिया
ऐसा होता तो हम अपने पिताजी के चार पुत्र हैं चारों वैद्य होते
शेष तीनों एक शब्द भी आयुर्वेद की बात नहीं कर सकते हैं
******
मेरे परिवार में आयुर्वेद सेवा निरंतर 300 वर्षों से धर्मार्थ
चली आ रही है
कभी किसी ने एक नया पैसा फीस का नहीं लिया है
मैं भी नहीं लेता हूं
ब्रिटिश काल में अनेकों विदेशी राज नायक मेरे यहां रहकर चिकित्सा लेते थे
उन्होंने अनेकों प्रशस्ति पत्र मेरे पूर्वजों को दिए थे
हम लोग रजवाड़ों के राजवैद्य रहे हैं
दवाइयां राजे महाराजाओं से आती थीं
घोटना पीसना सब समाज के लोग अवैतनिक सेवाकरते थे
सभी नि:शुल्क रूप से दवाइयां खाते थे और स्वस्थ रहते थे
मैं भी उसी परंपरा का निर्वहन करते हुए आपके पैसे से आपकी दवाइयां तैयार कर के आपको दे रहा हूं
*****
यह ईश्वर जाने मुझसे आज के अर्थ युग में कैसे करा रहा है
यह आप लोगों की सेवा का ही प्रभाव है
आगे यह परंपरा बनी रहे ऐसी मेरी इच्छा है
*****
एक गेस्ट हाउस भी चाहता हूं जहां कोई भी अपनी कन्या की शादी बिना एक मुट्ठी चावल भी
लाये
मेरी ओर से ही भोजन आदि संपूर्ण व्यवस्थाओं के साथ करें ऐसा मैं चाहता हूं ईश्वर ने चाहा तो सब ठीक होगा
****
मेरे सबसे बड़े भाई
अब इस दुनिया में नहीं है
उनका बेटा
दिल्ली में कहीं कंप्यूटर का काम करता है
इसकी बेटी शायद एम फार्मा करके तथा बेटा CAक्षेत्र में ऊंचाइयों को छू रहे हैं भगवान उनकी मदद करें ऐसी सभी को आशा लगी हुई है
*///
दूसरा मैं आपकी सेवा करता हूं
****
22जनवरी 2020 पत्नी का वियोग हो गया है
मेरी एक नहीं मानती थीं न कभी शरीर का कोई नियम ध्यान रखती थीं
सरकारी सेवा में थीं
हर समय पूजा पाठ समाज सेवा---**
*******
मेरा इकलौता बेटा सरकारी सेवा में है।
बेटी ने कैंसर पर पीएचडी की है अपना परिवार चलते हुए यूनिवर्सिटी में सेवारत है
****
तीसरा भाई इंटर कालेज प्रधानाचार्य से सेवा निवृत्त है
इनका इकलौता बेटा
कृषि वैज्ञानिक है जो अपने ही कृषि फॉर्म को देखता है
इसकी बहू सरकारी अध्यापक है
*****
चौथा आईआईटी में विभाग अध्यक्ष हैं
इनके दो बेटे भी सरकारी सेवा में
हैं
******
यह सब मेरा परिवार संयुक्त रूप से ही खेत खाना और खाता बिना बटे हुए ही मेरी सेवा और आज्ञा में रहता है
आगे भगवान मालिक है
**///
मैं अभी कोल्ड स्टोर औरNABHस्तर का आयुर्वेद अस्पताल डालना तय कर चुका हूं
कोल्ड स्टोर की आय से आयुर्वेद अस्पताल पीड़ित मानवता की सेवा करेगा ऐसी मेरी कल्पना है
*****
देखें ईश्वर कितनी मेरी मदद करता है
*******
हां यह भी बताता चलूं आयुर्वेद का अर्थ मेरे दिमाग में आयु का वेद है
ना कि दवाइयां का व्यापार
*****
जिस समय मेडिकल साइंस और ज्योतिष दोनों कहते हैं यह मरने वाला है
उस समय आप यदि आयु दे सकें तो
आयुर्वेद है
वरना अपने माथे पर लिख लो
***"****
अआयुर्वेदाचार्य
******
इससे कम आयुर्वेद मानने को मैं तैयार नहीं हूं
*****
भगवान ने चाहा तो यह रोगी पूर्ण स्वस्थ होकर लंबी आयु जिएगा
*****
ऐसे अनेकों मेरे रोगी स्वस्थ जीवन जी रहे हैं
***//
यह सब आप लोगों का स्नेह और भगवान की कृपा से ही मुझ जैसे अकिंचन से हो रहा है
******
आपके पास भी किसी भी तरीके का कोई भी असाध्य रोगी हो
तो मेरा
निःशुल्क परामर्श
****************
एक बार अवश्य ले लें
क्या पता भगवान मुझे यश और उसे जीवन देने में आपकी ही मदद चाहता हो
******
हां दवाइयां में सब अपनी बनी हुई ही देता हूं
किसी की कोई बनी हुई दवा छूता नहीं हूं
बाजार में एक भी औषधि शुद्ध नहीं है
आप चाहे स्वयं बना लें मैं उसमें पूरी राय दूंगा
या मुझसे मंगा लें इसके बीच में कोई समझौता नहीं है
अपनी सब दवाइयां में पैक करा देता हूं
रेट वैट डेट बैच नंबर सब कुछ उसे पर छपा होता है
मैंने दवाइयां बनाने का ड्रग लाइसेंस और जीएसटी भी ले रखा है
मेरे पैतृक गांव छ़ोंक में डेढ़ सौ बीघा कृषि फार्म पर बाग में ही सब दवाइयां बनती हैं
कोई भी रोगी वहां रहकर स्वास्थ्य लाभ लेना चाहे तो वह भी ले सकता है
आवास और परामर्श पूरी तरह निःशुल्क रहता है
******
मोबाइल
6395063320
एवं
9456404916
वैद्य मोहन बृजेश आयुर्वेदाचार्य

Adresse

सादाबाद गेट
Democratic Republic Of The
204101

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