26/08/2025
बस्ती (Basti therapy in Ayurveda)
"बाह्य बस्ती (Bahya Basti)" है, जिसे स्थानिक बस्ती उपचार भी कहते हैं। इसमें औषधियुक्त तेल या घृत किसी विशेष स्थान पर आटे की मोटी दीवार बनाकर भरकर रखा जाता है।
भया / बाह्य बस्ती के प्रकार (Names)
कटि बस्ती (Kati Basti) – कमर और पीठ दर्द में
ग्रीवा बस्ती (Griva Basti) – गर्दन दर्द, सर्वाइकल स्पॉन्डिलोसिस में
जंघा बस्ती (Janu Basti) – घुटने के दर्द और संधिवात में
उरो बस्ती (Uro Basti) – हृदय क्षेत्र की कमजोरी और तनाव में
हृदय बस्ती (Hriday Basti) – हृदय रोग और मानसिक तनाव में
नाभि बस्ती (Nabhi Basti) – पाचन और उदर रोगों में
शिरो बस्ती (Shiro Basti) – सिरदर्द, अनिद्रा और मानसिक रोगों में
वृक्क बस्ती (Vrikka Basti) – किडनी क्षेत्र की समस्याओं में
स्तन बस्ती (Stanya Basti) – स्तन दर्द या सूजन में
भया / बाह्य बस्ती के लाभ (Benefits)
वेदना शमन (Pain relief): संधिशूल, कटिशूल, ग्रीवाशूल में लाभकारी
स्नायु एवं अस्थि मजबूती: स्नायु, अस्थि व जोड़ों की कार्यक्षमता बढ़ाता है
रक्त संचार में सुधार: स्थानीक रक्तसंचार को सक्रिय करता है
स्निग्धता व पोषण: औषधीय तेल ऊतक को स्निग्धता व पोषण देता है
मानसिक शांति: तनाव, चिंता और थकान को कम करता है
पाचन और उदर लाभ: नाभि बस्ती से पाचन शक्ति व उदर विकारों में राहत
👉 सरल शब्दों में, भया/बाह्य बस्ती शरीर के किसी विशेष हिस्से में औषधीय तेल डालकर उस जगह के रोग का उपचार करने की एक प्रभावी आयुर्वेदिक पद्धति है।
क्या आप चाहेंगे कि मैं आपको हर बस्ती का अलग-अलग उपयोग और लाभ विस्तार से बताऊँ?
अब मैं आपको प्रत्येक बाह्य बस्ती (Bhaya Basti) का नाम और उसके विशेष लाभ विस्तार से बता रहा हूँ –
1. कटि बस्ती (Kati Basti)
📍 कमर / पीठ पर किया जाता है
✅ लाभ:
कटिशूल (Lower back pain)
सायटिका (Sciatica)
स्पॉन्डिलाइटिस
डिस्क प्रोलैप्स (Slip disc)
नितंब में जकड़न
2. ग्रीवा बस्ती (Griva Basti)
📍 गर्दन पर किया जाता है
✅ लाभ:
सर्वाइकल स्पॉन्डिलोसिस
गर्दन का दर्द और अकड़न
स्नायु कमजोरी
तनाव से होने वाला ग्रीवा दर्द
3. जानु बस्ती (Janu Basti)
📍 घुटनों पर किया जाता है
✅ लाभ:
संधिवात (Arthritis)
जानुशूल (Knee pain)
अस्थि-संधि सूजन
लिगामेंट व कार्टिलेज को पोषण
4. उरो बस्ती (Uro Basti)
📍 छाती पर किया जाता है
✅ लाभ:
हृदय की दुर्बलता
छाती में दर्द
सांस लेने में कठिनाई
उच्च रक्तचाप / तनाव
5. हृदय बस्ती (Hriday Basti)
📍 हृदय के ऊपर
✅ लाभ:
हृदय की कार्यक्षमता सुधारता है
मानसिक शांति व भावनात्मक संतुलन
हृदय की धड़कन संबंधी विकार
चिंता, घबराहट, तनाव
6. नाभि बस्ती (Nabhi Basti)
📍 नाभि क्षेत्र पर किया जाता है
✅ लाभ:
अजीर्ण (Indigestion)
कब्ज व गैस
अम्लपित्त (Acidity)
पाचनशक्ति व अग्नि सुधार
7. शिरो बस्ती (Shiro Basti)
📍 सिर पर औषध तेल से
✅ लाभ:
अनिद्रा, तनाव, चिंता
स्मरणशक्ति में वृद्धि
आधाशीशी (Migraine)
मानसिक रोग व अवसाद
8. वृक्क बस्ती (Vrikka Basti)
📍 किडनी क्षेत्र पर
✅ लाभ:
वृक्क रोग (Kidney problems)
पीठ के दोनों ओर का दर्द
मूत्र संबंधी विकार
9. स्तन बस्ती (Stanya Basti)
📍 स्तन क्षेत्र पर
✅ लाभ:
स्तन पीड़ा व सूजन
स्तन ग्रंथियों की कमजोरी
स्तनपान कराने वाली स्त्रियों में स्तन स्वास्थ्य
👉 कुल मिलाकर भया / बाह्य बस्ती शरीर के हर हिस्से पर की जा सकती है जहाँ दर्द, दुर्बलता या कार्यक्षमता की समस्या हो। यह औषधीय तेल और ऊष्मा (heat) से ऊतकों को पोषण व राहत देती है।
क्या आप चाहेंगी कि मैं इसका एक चार्ट / टेबल बनाकर दूँ, जिसमें बस्ती का नाम + स्थान + प्रमुख लाभ एक ही जगह साफ-साफ दिखे?
बहुत अच्छा 👍
मैं आपके लिए भया/बाह्य बस्ती का सारांश चार्ट तैयार कर रहा हूँ —
📋 बाह्य (भया) बस्ती चार्ट
बस्ती का नाम स्थान (कहाँ किया जाता है) प्रमुख लाभ
कटि बस्ती (Kati Basti) कमर / पीठ कटिशूल, सायटिका, स्लिप डिस्क, स्पॉन्डिलाइटिस
ग्रीवा बस्ती (Griva Basti) गर्दन सर्वाइकल स्पॉन्डिलोसिस, गर्दन दर्द, अकड़न, स्नायु दुर्बलता
जानु बस्ती (Janu Basti) घुटने घुटने का दर्द, संधिवात, लिगामेंट/कार्टिलेज पोषण
उरो बस्ती (Uro Basti) छाती छाती दर्द, सांस की तकलीफ, हृदय दुर्बलता
हृदय बस्ती (Hriday Basti) हृदय क्षेत्र हृदय रोग, धड़कन विकार, तनाव, मानसिक शांति
नाभि बस्ती (Nabhi Basti) नाभि कब्ज, गैस, अम्लपित्त, पाचन शक्ति वृद्धि
शिरो बस्ती (Shiro Basti) सिर अनिद्रा, माइग्रेन, स्मरणशक्ति वृद्धि, मानसिक रोग
वृक्क बस्ती (Vrikka Basti) किडनी क्षेत्र किडनी रोग, पीठ दर्द, मूत्र विकार
स्तन बस्ती (Stanya Basti) स्तन क्षेत्र स्तन दर्द, सूजन, स्तन ग्रंथियों का स्वास्थ्य