05/05/2025
प्रश्न: गुरूजी, अगर हम अपने पूर्व जन्मों के कर्म के फल इस जन्म में मिल रहें हैं, तो हमें इस जन्म के कर्मों के फल कब प्राप्त होंगे?
गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर : ये ऐसे नहीं होता है! हमारे कुछ कर्मों के परिणाम इस जन्म में भी अनुभव होते हैं|
मैं आपको एक उदाहरण देता हूँ जब आप मूंग दाल भिगोते हैं, तो दो-तीन दिन में वह अंकुरित होती दिखने लगती है| अगर आप मूंगफली बोते हैं, तो तीन से चार महीने में उसमे मूंगफली आती है| लेकिन, अगर आप नारियल का पेड़ लगाते हैं, तो उसमे फल लगने में तीन से चार साल लग जाते हैं, और अगर आम का पेड़ लगाते हैं, तो उसमे और अधिक समय लगता है| इसी तरह, कुछ कर्मों का फल आपको फ़ौरन मिल जाता है| जैसे अगर आप अपना हाथ आग में डालेंगे, तो वह फ़ौरन जल जायेगा, कल नहीं जलेगा| लेकिन अगर आप खेत में अनार का पेड़ लगाते हैं, तो उसे फल देने में कुछ समय लगेगा| तो कुछ कर्मों का फल फ़ौरन मिल जाता है, जबकि कुछ कर्म कुछ समय बाद फल देते हैं|
उदाहरण के तौर पर, अगर कोई एक फैक्ट्री लगाना चाहता है, तो भगवान जाने उन्हें कितना समय लग जाता है| आज कल तो लाइसेन्स मिलने में ही इतना समय लग जाता है| आपको फैक्ट्री लगानी है, और दस लाइसेन्स की ज़रूरत पड़ती है और उस बीच, आपको कितने लोगों को घूंस देनी पड़ती है|
हम जैसे लोग जो घूँस देने से इनकार करते हैं, उन्हें तो बीस साल रुकना पड़ेगा लाइसेन्स पाने के लिए| तो जो व्यक्ति इतनी मेहनत के बाद फैक्ट्री लगता है, उसके बच्चे उसकी मेहनत का फल पाते हैं| अपनी जिंदगी में तो वह मुश्किल से खर्चा चला पाता है| सारे अच्छे और ईमानदार व्यापारी, उनमें से शायद ही कोई ऐसा होगा जिसका व्यापार चुटकी में स्थापित हो गया| काफी व्यापारों को स्थापित होने में कई कई दशक लग जाते हैं | दस, बीस, पचास साल बाद किसी को अपनी मेहनत का फल मिलता है|