Chandrawati hospital

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Thank you Hindustan Times for the Medical Excellence Award Honouring Dr Y K SINGH CHANDRAWATI HOSPITAL, ALIGARH
01/08/2025

Thank you Hindustan Times for the Medical Excellence Award
Honouring Dr Y K SINGH CHANDRAWATI HOSPITAL, ALIGARH

☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️   in      *अलीगढ़* ---- *दूसरे और चौथे शनिवार*  *चंद्रावती हॉस्पिटल* में धरमशिला नारायणा के  ⛔विशेषज्ञ ...
26/07/2025

☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️ in
*अलीगढ़* ---- *दूसरे और चौथे शनिवार*
*चंद्रावती हॉस्पिटल* में धरमशिला नारायणा के
⛔विशेषज्ञ - कार्डियोथोरेसिक वैस्कुलर सर्जन ⛔
🩺 *डॉ अमित बाथला जी* 🩺
अपनी सेवाएं प्रदान करने जा रहे हैं।
♦️ यह सुविधा *हृदय रोग* ,
♦️ *रक्त धमनियों (नलियों) में ब्लाकेज या रुकावट से ग्रस्त* ,
♦️ *फेफड़ों के रोग* ,
♦️ *फेफड़े या हृदय की झिल्ली में सूजन* ,
*इनफैक्शन* या
♦️ *छाती की गम्भीर चोट* आदि
जटिलताओं से परेशान रोगियों के लिए विशेष लाभकारी है ।
साथ ही
♦️ *बढ़कर उभरी हुई वैरिकोज वेन की समस्या के रोगियों का विशिष्ट इलाज* व
♦️ *डायलासिस के लिए फिस्टुला बनाने की प्रक्रिया के लिए भी*
♦️ *परामर्श* व
♦️ *शल्य चिकित्सा* सेवाएं उपलब्ध होंगी ।
सम्बंधित मरीज़ *प्रत्येक माह के दूसरे और चौथे शनिवार सुबह 11:00 बजे से दोपहर 1:00* तक विशेषज्ञ *डॉ अमित बाथला* जी से परामर्श ले सकते हैं ।

पहले से➕♦️ रजिस्ट्रेशन कवाने के लिए चंद्रवती हास्पिटल संपर्क सूत्र ☎️ *7351473510* पर जानकारी कर सकते हैं । ♦️➕

अलीगढ़ जनपद व आस-पास के इलाकों के हृदय,धमनी व फेफड़े से सम्बंधित रोगियों के लिए यह सुविधा बहुत उपयोगी रहेगी और बड़े शहरों में उपलब्ध चिकित्सा सेवाएं अब सहज रूप से अलीगढ़ में उपलब्ध हो सकेंगी।

☀️ *डॉ वाई के सिंह*
*चंद्रवती हास्पिटल*
*शांति पुरम कालोनी* ,
*आगरा रोड विकास नगर*
*अलीगढ़*

24/07/2025

☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️ in
♦️परिवर्तित समय -अब से दूसरे और चौथे शनिवार ♦️
चंद्रावती हॉस्पिटल में धरमशिला नारायणा के
⛔विशेषज्ञ - कार्डियोथोरेसिक वैस्कुलर सर्जन ⛔
🩺 डॉ अमित बाथला जी 🩺
अपनी सेवाएं प्रदान करने जा रहे हैं।
♦️ यह सुविधा हृदय रोग ,
♦️ रक्त धमनियों (नलियों) में ब्लाकेज या रुकावट से ग्रस्त,
♦️फेफड़ों के रोग,
♦️फेफड़े या हृदय की झिल्ली में सूजन ,
♦️ इनफैक्शन या
♦️ छाती की गम्भीर चोट आदि
जटिलताओं से परेशान रोगियों के लिए विशेष लाभकारी है ।
साथ ही
♦️बढ़कर उभरी हुई वैरिकोज वेन की समस्या के रोगियों का विशिष्ट इलाज व
♦️ डायलासिस के लिए फिस्टुला बनाने की प्रक्रिया के लिए भी
♦️ परामर्श व
♦️शल्य चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी ।
सम्बंधित मरीज़ प्रत्येक माह के दूसरे और चौथे शनिवार
सुबह 11:00 बजे से दोपहर 1:00 तक
विशेषज्ञ डॉ अमित बाथला जी से परामर्श ले सकते हैं ।

पहले से➕♦️ रजिस्ट्रेशन कवाने के लिए चंद्रवती हास्पिटल संपर्क सूत्र ☎️7351473510 पर जानकारी कर सकते हैं । ♦️➕

अलीगढ़ जनपद व आस-पास के इलाकों के हृदय,धमनी व फेफड़े से सम्बंधित रोगियों के लिए यह सुविधा बहुत उपयोगी रहेगी और बड़े शहरों में उपलब्ध चिकित्सा सेवाएं अब सहज रूप से अलीगढ़ में उपलब्ध हो सकेंगी।
हम डॉ अमित बाथला जी को बहुत बहुत शुभकामनाएं व धन्यवाद देते हैं और आशा करते हैं कि उनके चंद्रवती हास्पिटल के साथ इस सम्मिलित प्रयास से रोगियों को समय रहते सही परामर्श व इलाज़ की सुविधा से सम्बंधित मरीजों और उनके परिवार को आसानी हो सकेगी।

☀️💐
Dr YK Singh
Chandrawati Hospital
Aligarh

♦️♦️♦️रैबीज ♦️♦️♦️    विस्तृत जानकारी  रेबीज का नाम आपने सुना ही होगा। ✔️यह उष्ण रक्त जानवरों के काटने से होने वाली एक ब...
06/07/2025

♦️♦️♦️रैबीज ♦️♦️♦️
विस्तृत जानकारी

रेबीज का नाम आपने सुना ही होगा।
✔️यह उष्ण रक्त जानवरों के काटने से होने वाली एक बीमारी है जिसके होने पर मृत्यु की सम्भावना लगभग 100% है।
भारत में हर साल 1 करोड़ 70 लाख लोगों को जानवरों (कुत्ते, बिल्ली, गीदड़, लोमड़ी, भेड़िया, चमगादड़ आदि) के द्वारा काटा जाता है और लगभग 18 से 20 हजार लोगों को रेबीज की बीमारी हो कर उनकी मृत्यु हो जाती है। इसमें सबसे ज्यादा अफ़सोसजनक बात ये है कि इन सभी मौतों को रोका जा सकता है लेकिन ये रुक नहीं पा रही हैं।

✔️इससे कैसे बचा जा सकता है?
इसके लिये सबसे पहले हम रेबीज के बारे में थोड़ी सी बेसिक जानकारी हासिल करेंगे।

सबसे पहले तो यही कि रेबीज क्या है?

यह एक वायरल इन्फेक्शन जनित रोग है जो♦️ Lyssavirus ♦️नामक एक वायरस से होता है। यह वायरस ♦️संक्रमित जानवरों की लार में ♦️पाया जाता है। इन जानवरों, विशेषकर कुत्ते के द्वारा काटने या खरोंच मारने पर यह वायरस उसकी लार के द्वारा व्यक्ति के शरीर में प्रविष्ट कर जाता है। अब इसके बाद अगर समय रहते इसका मुकम्मल इलाज न किया जाये तो यह शर्तिया मृत्यु का कारण बनता है। भारत में 95% केस संक्रमित कुत्ते के काटने से होते हैं।

इस संक्रमण की विशेषता होती है कि यह काटे जाने के बाद जब हमारे शरीर में प्रवेश करता है तो यह हमारे ♦️रक्त में नहीं जाता बल्कि तंत्रिकाओं के माध्यम से केंद्रीय तंत्रिका तंत्र यानी मस्तिष्क तक पहुँचता है।♦️ काटे गये अंग से केंद्रीय तंत्रिका तंत्र तक इसके पहुँचने की गति बहुत ही कम होती है और टांग या हाथ पर काटने के बाद मस्तिष्क तक पहुंचने में इसे लगभग 20 से अधिक दिन लग जाते हैं। हाँ अगर पीड़ित व्यक्ति बच्चा है या फिर चेहरे, सर या गर्दन पर काटा है तो 4 से 7 दिन में भी पहुँच सकता है। सामान्यतः काटने के बाद मस्तिष्क तक पहुंच कर बीमारी होने में 1 से 3 महीने लगते हैं। कुछ दुर्लभ केसों में 1 वर्ष भी लग जाता है। यह निर्भर करता है कि कहाँ पर काटा है (चेहरा या हाथ-पैर), कितना बड़ा घाव है, कितना वायरस अंदर गया है और व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर।

♦️लेकिन एक बार यह मस्तिष्क तक पहुंच गया तो इसके लक्षण शुरू हो जाते हैं। फिर इसका कोई इलाज नहीं है♦️।

✔️तो इसके लक्षण क्या हैं?

सबसे पहले तो प्रारंभिक लक्षण आएंगे।
➕बुखार, थकान, काटे गये स्थान पर जलन, सनसनाहट, खुजली आदि।
➕फिर इसका उग्र यानी Furious रूप आयेगा। जिसमें पानी से डर लगना, हवा से डर लगना, रोशनी से डर लगना, घबराहट, भ्रम, चिल्लाना, अत्यधिक लार बनना आदि होने लगेंगे।
➕फिर मांसपेशियों में कमजोरी और उसके बाद पक्षाघात यानी लकवा आना शुरू हो जायेगा। अंत में मृत्यु।

✔️इलाज क्या है?
♦️बीमारी होने के बाद कोई मुकम्मल इलाज नहीं है♦️।
निदान सामान्यतः लक्षणों के आधार पर किया जाता है।

✔️तो इससे बचाव कैसे करें?

यह सबसे जरूरी बात है जो हम सबको पता होनी चाहिये।

अगर आपको कुत्ते या किसी जानवर ने काट लिया है तो सबसे पहले आप अपने घाव को नल चला कर पानी और साबुन के साथ लगातार 15 से 20 मिनट तक धोयें। 15 मिनट से कम नहीं। इससे ज्यादातर वायरस धुल कर निकल जायेगा। यह स्टेप बहुत महत्वपूर्ण है। इसको बिलकुल भी इग्नोर न करें। धो कर इसपर कोई एंटीसेप्टिक जैसे povidone iodine लगाएं।

घाव पर पट्टी बिलकुल भी न करें। इसको खुला रखें। अगर बहुत बड़ा घाव है तो स्वास्थ्य कर्मी ढीले टांके लगा सकता है।

घाव को जलाएं नहीं।

घाव पर कोई घरेलु टोटके जैसे मिर्च आदि नही बाँधने चाहिये। यह नुकसान ही करेगा।

टेटनस का टीका लगवाएं।

डॉक्टर की सलाह से एंटीबायोटिक्स का कोर्स शुरू करें।

अब बारी आती है PEP यानी post exopsure prophylaxix यानी वायरस के संपर्क में आने के बाद दिये जाने वाले बचाव की।
♦️किसी भी वैक्सीन से बचाव योग्य बीमारी के लिये वैक्सीन हम उस बीमारी के सम्पर्क से पहले दी जाती है ताकि हमारा शरीर पहले ही उसके विरुद्ध एंटीबॉडीज बना ले। लेकिन रेबीज में हम यह सम्पर्क के बाद देते हैं।
♦️क्यों? क्योंकि इस केस में संपर्क में आने के बाद बीमारी शुरू होने बीच का समय काफ़ी लम्बा होता है। इस दौरान वैक्सीन का कोर्स करवा कर हम इस बीमारी के खतरे को लगभग 99.9% तक खत्म कर सकते हैं।

✔️किसी भी जानवर के काटे के घाव के लिये विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 3 Exposure Categories बनायी गयी हैं:

सबसे पहले Category I : इसमें आता है छूना या चाटना। त्वचा बिलकुल दुरुस्त है। कोई खरोंच तक नहीं है। इसमें कुछ भी इलाज या बचाव करने की आवश्यकता नहीं है।

फिर है Category II : इसमें खरोंच है लेकिन खून नहीं निकला है। इस केस में वैक्सीन का पूरा कोर्स जरूरी है।

फिर है Category III : इसमें जानवर द्वारा काटा गया है, खून निकला है, घाव बना है। इसमें वैक्सीन के पूरे कोर्स के साथ RIG (Rabies Immunoglobulin) घाव के अंदर लगवाना जरूरी है।

✔️वैक्सीन कैसे देते हैं?
वैक्सीन या तो हम IM यानी कंधे की deltoid मांसपेशी में दे सकते हैं या फिर ID यानी त्वचा की परतों के बीच में दे सकते हैं। ध्यान रहे कि जिस तरीके से पहली डोज़ दी गयी है उसी तरीके से बाकी डोज़ भी दी जायें। जिस ब्रांड की और प्रकार की वैक्सीन पहली डोज़ में दी गयी है उसी से पूरा कोर्स किया जाये।

मान लें आपने आज यानी 04.07.2025 को पहली डोज़ मांसपेशी में लगवायी है तो आपका शेड्यूल बनेगा :-

Day 0 : पहली डोज 04.07.2025
Day 3 : दूसरी डोज 07.07.2025
Day 7 : तीसरी डोज 11.07.2025
Day 14 : चौथी डोज 18.07.2025
Day 28 : पाँचवीं डोज 01.08.2025

अगर आप ID यानी त्वचा की परतों के बीच लगवा रहे हैं तो आपका शेड्यूल बनेगा :-

Day 0 : पहली डोज 04.07.2025
Day 3 : दूसरी डोज 07.07.2025
Day 7 : तीसरी डोज 11.07.2025
Day 28 : चौथी डोज 01.08.2025

यानी ID शेड्यूल में आपको 4 ही डोज़ लेनी हैं।

यह शेड्यूल Category II और Category III घावों के लिये है। साथ ही Category III घावों के लिये RIG Rabies Immunoglobulin भी घाव के अंदर और उसके आसपास इंजेक्शन द्वारा दिया जाता है।

अगर आप जानवर द्वारा काटे जाने के बाद उपरोक्त सभी स्टेप्स को फॉलो करते हुए डॉक्टर या स्वास्थ्य केंद्र से वैक्सीन व RIG की सही व समय पर पूरी खुराक लेते हैं तो आपको रेबीज होने की सम्भावना लगभग नगण्य हो जाती है।
ध्यान रहे कि काटे जाने के बाद तुरंत घाव को चलते पानी में साबुन व पानी से धोकर जितना जल्दी हो सके वैक्सीन का कोर्स शुरू कर लें।

✔️अब बात कुछ गलत धारणाओं पर कर लेते हैं।

♦️एक धारणा है कि अगर खून नहीं निकला तो कोई खतरा नहीं है। जबकि सच्चाई यह है कि खरोंच से भी वायरस फैल सकता है अगर लार का संपर्क हुआ हो तो। पंजा मारने से रेबीज नहीं होगा लेकिन अगर दाँत लगा है तो चाहे खून आया है या नहीं, वैक्सीन जरूर लगवाएं। अगर आपको सन्देह है कि पंजा लगा है या दाँत तो उसे दाँत मान कर वैक्सीन लगवाएं। अगर पंजे के साथ लार का सम्पर्क है तो भी वैक्सीन लगवाएं।

♦️दूसरी धारणा है कि पालतू कुत्ते के काटने से कुछ नहीं होता। सच्चाई यह है कि पालतू जानवर के काटने के बाद भी रेबीज के केस मिले हैं। इसलिये हर काटने को गंभीर मानें।

♦️कुछ लोग सोचते हैं कि झाड़-फूंक और देसी इलाज से रेबीज ठीक हो जाएगा। जबकि सच्चाई यह है कि एक बार लक्षण आने पर कोई इलाज संभव नहीं है।

♦️एक गलत धारणा है रेबीज वैक्सीन से कमजोरी होती है या गंभीर साइड इफेक्ट्स होते हैं। सच्चाई यह है एंटी रेबीज वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। मौत और जिंदगी के बीच में यह एकमात्र दीवार है।

♦️एक चीज का और ध्यान रखें। WHO और भारत की राष्ट्रीय रेबीज नियंत्रण गाइडलाइन्स के अनुसार काटने या खरोंचने वाला जानवर अगर पालतू हो, वैक्सीनेटेड हो, 10 दिनों से अधिक समय तक जीवित हो और स्वस्थ दिखाई दे रहा हो तो उस स्थिति में Post-Exposure Prophylaxis (PEP) यानी वैक्सीन की जरूरत नहीं होती। लेकिन हमें इसके लिये 10 दिन इंतज़ार नहीं करना है। पहले दिन ही वैक्सीन व जरूरत हो तो RIG का कोर्स शुरू कर दें। तीन डोज़ 0,3 और 7 दिन वाली तो जरूर लें। अगर 14वें या 28वें दिन तक जानवर जीवित और स्वस्थ है तो फिर आप बंद कर सकते हैं।

✔️RIG यानी immunoglobulin पहली डोज़ के साथ day 0 पर एक ही बार दी जाती है। उस समय उपलब्ध न हो तो पहली डोज़ के बाद 7 दिन होने से पहले ही लगवा लें। 7 दिन के बाद लगवाने की जरूरत नहीं है।

♦️याद रखें। रेबीज एक 100 % जानलेवा रोग है लेकिन इसे 100% रोका भी जा सकता है। किसी भी प्रकार की लापरवाही घातक हो सकती है। ♦️

अपना व अपने स्नेहीजनों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए सचेत रहें और समय रहते चिकित्सकीय सहायता अवश्य लें।

आशा है कि यह जानकारी आपको स्वास्थ्य- सजगता प्रदान करने में सहायक होगी
🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿
धन्यवाद

डॉ वाई के सिंह
चंद्रवती हास्पिटल
आगरा रोड
अलीगढ़

(www.shrijanigarbhsanskar.com)

02/07/2025

☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️ in
चंद्रावती हॉस्पिटल में धरमशिला नारायणा के
⛔विशेषज्ञ - कार्डियोथोरेसिक वैस्कुलर सर्जन ⛔
🩺 डॉ अमित बाथला जी 🩺
अपनी सेवाएं प्रदान करने जा रहे हैं।
♦️ यह सुविधा हृदय रोग ,
♦️ रक्त धमनियों (नलियों) में ब्लाकेज या रुकावट से ग्रस्त,
♦️फेफड़ों के रोग,
♦️फेफड़े या हृदय की झिल्ली में सूजन ,
♦️ इनफैक्शन या
♦️ छाती की गम्भीर चोट आदि
जटिलताओं से परेशान रोगियों के लिए विशेष लाभकारी है ।
साथ ही
♦️बढ़कर उभरी हुई वैरिकोज वेन की समस्या के रोगियों का विशिष्ट इलाज व
♦️ डायलासिस के लिए फिस्टुला बनाने की प्रक्रिया के लिए भी
♦️ परामर्श व
♦️शल्य चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी ।
सम्बंधित मरीज़ प्रत्येक माह के पहले और तीसरे शनिवार सुबह 11:00 बजे से दोपहर 1:00 तक विशेषज्ञ डॉ अमित बाथला जी से परामर्श ले सकते हैं ।

पहले से➕♦️ रजिस्ट्रेशन कवाने के लिए चंद्रवती हास्पिटल संपर्क सूत्र ☎️7351473510 पर जानकारी कर सकते हैं । ♦️➕

अलीगढ़ जनपद व आस-पास के इलाकों के हृदय,धमनी व फेफड़े से सम्बंधित रोगियों के लिए यह सुविधा बहुत उपयोगी रहेगी और बड़े शहरों में उपलब्ध चिकित्सा सेवाएं अब सहज रूप से अलीगढ़ में उपलब्ध हो सकेंगी।
हम डॉ अमित बाथला जी को बहुत बहुत शुभकामनाएं व धन्यवाद देते हैं और आशा करते हैं कि उनके चंद्रवती हास्पिटल के साथ इस सम्मिलित प्रयास से रोगियों को समय रहते सही परामर्श व इलाज़ की सुविधा से सम्बंधित मरीजों और उनके परिवार को आसानी हो सकेगी।

☀️💐
Dr YK Singh
Chandrawati Hospital
Aligarh

"Happy Doctors' Day to those who dedicate their lives  in saving others."
01/07/2025

"Happy Doctors' Day to those who dedicate their lives in saving others."

20/06/2025

💫 *YOGA* ✨

Way to learn balancing in all aspects of the life.....

On this YOGA DIVAS
WISHING YOU
STRENGTH
FLEXIBILITY
& SERENITY......

TODAY & ALWAYS

💐💐💐💐💐💐💐
Dr. KAJAL SINGH
Dr.Y.K.SINGH

Shrijani Garbhsanskar
Shrijani Garbhsanskar & Antenatal Care
Chandrawati hospital
Aligarh
www.shrijanigarbhsanskar.com

11/05/2025

#मातृदिवस


💐 HAPPY MOTHER'S DAY 💐

to all the wonderful mothers

Special Salute 🙏🏻 to the mothers who motivate and support their Child to go and serve the Motherland as a Warrior in Uniform 🙏🏻

For New moms and mom's to be 💐💐
Have a healthy and Great MOTHERHOOD Journey ahead
Best Wishes

*Dr.Kajal Singh*
Gynaecologist-Fertility Consultant (Ayu)
,Garbhsanskar Counselor and LAMAZE certified ChildBirth Educator

💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
Shrijani Garbhsanskar & Antenatal Care
*Shrijani Garbhsanskar &Antenatal Care*
*Chandrawati Hospital, Aligarh*
*www.shrijanigarbhsanskar.com**

☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️   in      चंद्रावती हॉस्पिटल में धरमशिला नारायणा के  ⛔विशेषज्ञ - कार्डियोथोरेसिक वैस्कुलर सर्जन ⛔🩺 डॉ अ...
07/05/2025

☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️ in
चंद्रावती हॉस्पिटल में धरमशिला नारायणा के
⛔विशेषज्ञ - कार्डियोथोरेसिक वैस्कुलर सर्जन ⛔
🩺 डॉ अमित बाथला जी 🩺
अपनी सेवाएं प्रदान करने जा रहे हैं।
यह सुविधा हृदय रोग , रक्त धमनियों (नलियों) में ब्लाकेज या रुकावट से ग्रस्त, फेफड़ों के रोग, फेफड़े या हृदय की झिल्ली में सूजन , इनफैक्शन या छाती की गम्भीर चोट आदि जटिलताओं से परेशान रोगियों के लिए विशेष लाभकारी है । साथ ही बढ़कर उभरी हुई वैरिकोज वेन की समस्या के रोगियों का विशिष्ट इलाज व डायलासिस के लिए फिस्टुला बनाने की प्रक्रिया के लिए भी परामर्श व शल्य चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी । सम्बंधित मरीज़ प्रत्येक माह के पहले और तीसरे मंगलवार सुबह 10:00 बजे से दोपहर 1:00 तक विशेषज्ञ डॉ अमित बाथला जी से परामर्श ले सकते हैं । पहले से रजिस्ट्रेशन कवाने के लिए चंद्रवती हास्पिटल संपर्क सूत्र 7351473510 पर जानकारी कर सकते हैं ।
अलीगढ़ जनपद व आस-पास के इलाकों के हृदय,धमनी व फेफड़े से सम्बंधित रोगियों के लिए यह सुविधा बहुत उपयोगी रहेगी और बड़े शहरों में उपलब्ध चिकित्सा सेवाएं अब सहज रूप से अलीगढ़ में उपलब्ध हो सकेंगी।
हम डॉ अमित बाथला जी को बहुत बहुत शुभकामनाएं व धन्यवाद देते हैं और आशा करते हैं कि उनके चंद्रवती हास्पिटल के साथ इस सम्मिलित प्रयास से रोगियों को समय रहते सही परामर्श व इलाज़ की सुविधा से सम्बंधित मरीजों और उनके परिवार को आसानी हो सकेगी।
☀️💐
Dr YK Singh
Chandrawati Hospital
Aligarh

अब दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा! Dr. Amit Bathla की ओपीडी अलीगढ़ में शुरू | Chandrawati Hospital Aligarhअब अलीगढ़ में ही मिलेगा दिल्ली जैसे विशेषज्.....

*आपरेशन सिंदूर*  🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳*भारतीय सेना की  ओर से पाकिस्तान व पी ओ के में स्थित आतंकी ठिकानों पर की गई  एयर स्ट्राइक* ...
07/05/2025

*आपरेशन सिंदूर*
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
*भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान व पी ओ के में स्थित आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक* ✈️💥
*आपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए भारतीय सेना व भारतीय नेतृत्व को बहुत बहुत बधाई!*

*पहलगाम में हुए दुर्दांत हमले के प्रतिशोध स्वरूप इस बड़ी और सटीक सीमापार सैन्य कार्रवाई ने प्रत्येक भारतीय नागरिक में नव ऊर्जा का संचार किया है जिसके लिए हृदय से आभार 🙏🏻*

*एक समर्पित देशवासी के रूप में हम सदैव अपनी सेना के साथ हैं*
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
*जय हिन्द*
*जय हिन्द की सेना*

🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
चंद्रवती हास्पिटल
अलीगढ़

गर्मी से बचने हेतु   💡स्वास्थ्य सुझाव: (हीट स्ट्रोक के लिए रोकथाम ही निश्चित उपचार है!)✅☀️जितना संभव हो सके, पर्याप्त मा...
20/04/2025

गर्मी से बचने हेतु
💡स्वास्थ्य सुझाव:
(हीट स्ट्रोक के लिए रोकथाम ही निश्चित उपचार है!)

✅☀️जितना संभव हो सके, पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, भले ही आपको प्यास न लगी हो।

✅☀️हल्के वजन, हल्के रंग, ढीले, सूती कपड़े पहनें।

✅☀️धूप में बाहर जाते समय सुरक्षात्मक चश्मा, छाता/टोपी का प्रयोग करें।

✅☀️यात्रा करते समय अपने साथ पानी रखें।

✅☀️यदि आप बाहर काम करते हैं, तो टोपी या छाता का उपयोग करें और अपने सिर, गर्दन, चेहरे और अंगों पर नम कपड़ा भी रखें।

✅☀️ओआरएस, नारियल पानी, घर में बने पेय पदार्थ जैसे नींबू पानी, छाछ आदि का प्रयोग करें जो शरीर को पुनः हाइड्रेट करने में मदद करते हैं।

✅☀️पशुओं को छाया में रखें और उन्हें पीने के लिए पर्याप्त पानी दें।

✅☀️पंखे का प्रयोग करें, गीले कपड़े पहनें और बार-बार ठंडे पानी से नहाएं।

✅☀️कठिन कामों को दिन के ठंडे समय में करने का कार्यक्रम बनाएं।

अगर आपको बेहोशी महसूस हो रही है , तो लेट जाएं और अपने पैरों को अपने सिर के ऊपर उठा लें। किसी ठंडी जगह पर चले जाएं और जितनी जल्दी हो सके तरल पदार्थ पीएं।

क्या न करें:

⛔☀️धूप में बाहर जाने से बचें, विशेष रूप से दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच

⛔☀️गहरे, भारी या तंग कपड़े पहनने से बचें।

⛔☀️जब बाहर का तापमान ज़्यादा हो तो ज़्यादा मेहनत वाली गतिविधियाँ करने से बचें। दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच बाहर काम करने से बचें

⛔☀️व्यस्त समय के दौरान खाना पकाने से बचें। खाना पकाने के क्षेत्र में पर्याप्त हवा आने के लिए दरवाज़े और खिड़कियाँ खोलें।

⛔☀️बच्चों या पालतू जानवरों को पार्क किए गए वाहनों में न छोड़ें।

⛔☀️कैफीन या अल्कोहल युक्त तरल पदार्थों से बचें , क्योंकि दोनों पदार्थों के कारण आपके शरीर से अधिक तरल पदार्थ निकल सकते हैं और गर्मी के कारण होने वाली थकावट और भी बढ़ सकती है।

⛔⛔⛔⛔⛔⛔⛔⛔⛔⛔⛔⛔⛔⛔⛔⛔⛔⛔⛔⛔⛔⛔

अत्यधिक गर्मी के प्रभाव क्या हैं?

☀️तापजन्य ऐंठन - तीव्र व्यायाम के दौरान या उसके बाद तथा अत्यधिक गर्मी में पसीना आने पर होने वाली दर्दनाक मांसपेशियों में ऐंठन और ऐंठन।

☀️गर्मी से थकावट - शरीर में पानी और नमक की कमी के कारण शरीर खुद को ठीक से ठंडा नहीं कर पाता है। अगर इसका इलाज न किया जाए तो यह हीट स्ट्रोक में बदल सकता है।

☀️हीट स्ट्रोक - जब शरीर की ताप-विनियमन प्रणाली अत्यधिक गर्मी से अभिभूत हो जाती है। यदि पसीना निकलने की क्षमता खो गई है तो त्वचा शुष्क हो सकती है। यह जीवन के लिए खतरा पैदा करने वाली आपात स्थिति है और इसके लिए तत्काल चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है।⛔यदि आपको संदेह है कि किसी व्यक्ति को हीटस्ट्रोक हो सकता है, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें, पीड़ित को तुरंत अस्पताल ले जाएं।⛔

आपातकालीन उपचार की प्रतीक्षा करते समय, अत्यधिक गर्मी से पीड़ित व्यक्ति को ठंडा करने के लिए तत्काल कार्रवाई करें

व्यक्ति को छाया में ले जाएं।

अतिरिक्त कपड़े हटा दें.

व्यक्ति को ठंडक पहुंचाएं - ठंडे पानी से स्पंज करें, ठंडे पानी से छिड़काव करते हुए पंखा झलें, या व्यक्ति के सिर, गर्दन, बगल और कमर पर बर्फ की पट्टियां या ठंडे, गीले तौलिये रखें।

⛔यदि व्यक्ति पूरी तरह होश में है तो उसे ठंडा पानी/तरल पदार्थ पिलाएं।⛔

⛔हीटस्ट्रोक से पीड़ित व्यक्ति को यदि वह पूरी तरह से होश में न हो तो उसे कुछ भी पीने को न दें - रोगी को श्वास लेने में दिक्कत हो सकती है! ⛔

स्वास्थ्य के प्रति सजगता ही आपकी और आपके परिवार की रक्षा कर सकती है ।
धन्यवाद

💐डॉ वाई के सिंह 💐
चंद्रवती हास्पिटल
आगरा रोड
अलीगढ़


www.shrijanigarbhsanskar.com

14/03/2025

Address

Agra Road, Shantipuram Colony
Aligarh
202001

Telephone

7351473510

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