26/06/2018
याद आते हैं हमेशा वो साथ बीते पल
समय से जीतकर वो साथ बीते पल ।
खिल रही थी धरा पर
स्नेह सिक्त कचनार
अंजुली भर मुदित मन
कर रहा था मनुहार
भर गए थे गर्व से वे साथ जीते पल।
याद आते हैं हमेशा वो साथ बीते पल।।
कितनी ठंडी - ठंडी थी
वो गुलमोहर की छाँव
सपनो सी चली आयी
फिर तुम दबे पाँव
भाँवनाये भर ह्रदय में साथ पीते पल।
याद आते हैं हमेशा वो साथ बीते पल।।
कल्पना में हमेशा
कितने बनाये चित्र
आज भले ही हंस लो
तब नहीं लगते विचित्र
आज भी मधु आभास देते, हुए जो रीते पल।
याद आते हैं हमेशा , वो साथ बीते पल ।।