
26/07/2025
के इस 54 वर्षीय / सोरियासिस के मरीज ने 30 नवंबर 2024 को मुझसे ऑनलाइन कंसल्ट किया!
मरीज जब तक एलोपैथी दवा लगातार लेता रहता था तब तक तो हालत ठीक रहते थे लेकिन दवा छोड़ते ही हालत पहले से २-३ गुना अधिक खराब होकर वापस आते थे!
इस मरीज को १३ साल से सोरियसिस है- इसने १२ साल तक एलोपैथी इलाज और १ साल तक विभिन्न आयुर्वेद एवं होम्योपैथी इलाज किया परंतु इसे कोई सिग्नीफिकेंट लाभ नहीं हुआ!
हमने सबसे पहले इस मरीज का 11 दिन का लुधियाना में ही इसके घर पर किया - इस डिटॉक्स से इसे ओवरऑल 10-20% का इम्प्रूवमेंट हुआ!
उसके बाद मरीज की ओरल दवाएं शुरू की गईं- 4 महीने की दवाओं के बाद मरीज को 17 अप्रैल 2025 को लगभग 90% आराम मिल चुका था! (VIDEOS कमेंट सेक्शन में देखीये!)
मरीज का इलाज अभी भी जारी है!
इस मरीज का इलाज करना बहुत ही कठिन रहा क्योंकि इस मरीज का सोरियासिस किसी एक तरह की आयुर्वेद दवाओं के कॉम्बिनेशन को केवल 1-2 महीने ही रेस्पोंड करता था और हर 2-3 महीने बाद इनकी दवा बदलनी पड़ती थी!
सोरियासिस एक / ऑटोइम्यून बीमारी है जिसका सबसे सुरक्षित इलाज आयुर्वेद में ही उपलब्ध है!
के इलाज के लिए एलोपैथी में मुख्यतः दवाएं ( , , आदि) प्रयोग किया जाता है जिनका लंबे समय के लिए प्रयोग खतरनाक और जानलेवा होता है - अच्छे एवं अनुभवी एलोपैथी डॉक्टर्स भी इन दवाओं के प्रयोग से बचने की सलाह देते हैं - आयुर्वेद चिकित्सा 70-80% मरीजों को इन दवाओं से पूरे जीवन बचने में सहायता करती है!
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