07/08/2023
कई नवयुवक मानसिक रोगी होते हैं
वास्तव में उन्हें बीमारी नहीं होती है चालाक और बाजारी हकीम इनकी कमजोरी से लाभ उठाकर इनके सन्देह को बढ़ाते हैं और स्वस्थ पुरुष को रोगी बना देते हैं। ऐसे नवयुवक अपनी अज्ञानता के कारण कभी कभी आत्महत्या कर लेते हैं। क्योंकि वे समझते हैं कि उनका जीवन अब व्यर्थ हो गया है वे अपनी पूर्ण अवस्था पर नहीं आ सकते। मगर यह उनकी भूल है ऐसे रोगियो को हम बिना दवाई दिये खुराक आदि के बारे में उचित सलाह देकर उनको ठीक कर देते हैं। चिकित्सा सम्बन्धी निःशुल्क परामर्श के लिए मिले या या फोन कर परामर्श लें। भूमिका मैंने अपने अनुभव के द्वारा अधिकतर नवयुवकों को अज्ञानता के कारण गलत मार्ग पर निराशा के अंधकार में भटकते हुए देखा है क्योंकि यौन विषय तथा इसकी अच्छाई बुराई न तो कोई माता-पिता अपनी संतान को बताते हैं और न ही हमारे देश में अभी इस शिक्षा का प्रचार किया जाता है जिस कारण अधिकतर नवयुवक सही दिशा से भटक जाते हैं तथा कई प्रकार की यौन संबंधी स्वप्नदोष, प्रेमह, शीघ्रपतन, नपुंसकता आदि कमजोरियों के शिकार हो जाते हैं। इन रोगों से पीडि़त रोगों को घबराना नहीं चाहिए जिस प्रकार बुखार, खांसी जुकाम आदि का इलाज कराने से रोग में आराम आ जाता है उसी प्रकार अच्छी चिकित्सा से सभी यौन रोगों की शिकायत दूर होकर मनुष्य को नया स्वास्थ्य प्राप्त हो जाता है। एक सच्चे चिकित्सक के नाते नवयुवकों एवं पुरुषों के मन में बैठी हुई गलत धारणाओं को निकालकर उन्हें पूर्ण रूप से स्वस्थ बनाने में सहयोग देना ही हमारा उद्देश्य है। हमारा हाशमी दवाखाना सन! 1929 से अपनी वैज्ञानिक सलाह एवं सफल इलाज से रोगियों को अधिक से अधिक व्यक्ति निरोग हों यही हमारी अभिलाषा है। मैंने यह वेबसाइट उन्हीं भटके हुए नौजवानों के लिए बनाई है ताकि वे इसे पढ़के अपनी असली शक्ति को पहचाने, अपने मन में बैठी हुई हीन भावना को दूर करके अपना स्वास्थ्य ठीक कर सके जिससे वे भी अपने जीवन को सुखी एवं आनन्दमय बना सके।
कामयाबी का राज
हाशमी दवाखाना विश्व में अपनी तरह का एक मात्र अत्याधुनिक दवाखाना है जिसमें स्त्री पुरुषो की शारीरिक व मर्दाना कमजोरियों का अपने तजुर्बे के आधार पर हर्बल इलाज किया जाता है। रोगी की स्थिति, प्रकृति, उम्र और मौसम को ध्यान में रखकर पूरी हमदर्दी व गंभीरता के साथ रोगी के लिए जड़ी-बूटियों, रस, द्रव्य एवं भस्मों से युक्त नुस्खों से तैयार इलाज चुना जाता है ताकि रोगी को अपनी समस्याओं व कमजोरियों से हमेशा के लिए जल्दी ही छुटकारा मिल जाए। इसी कारण से रोगी बहुत दूर-दूर से हमारे दवाखाने में स्वयं इलाज प्राप्त करने के लिए आते हैं। हम रोगी को असली व शीघ्र गुणकारी औषधियों से बना हुआ हर्बल इलाज देते हैं और उसमें सौ फीसदी असली जड़ी-बूटियों, भस्मों का इस्तेमाल करते हैं। हमारे पास अनगिनत रोगी भाईयों पर आजमाए हुए गुप्त प्राचीन नुस्खे है जो रोगी को निरोग व तन्दरूस्त बनाकर जिन्दगी भर सुखी बनाए रखते हैं।
अनेक रोगों की दवा-सैक्स
सैक्स अनेक रोगों की दवा भी है। जहां पर विवाहित जीवन में सैक्स एक दूजे के बीच सुख, आनंद, अपनापन लाता है, वहीं एक दूजे के स्वास्थ्य एवं सौन्दर्य को भी बनाए रखता है। सैक्स से शरीर में अनेक प्रकार के हार्मोन्स उत्पन्न होते हैं, जो शरीर के स्वास्थ्य एवं सौन्दर्य को बनाए रखने में सहायक होते हैं। सैक्स में एंडार्फिन हार्मोन की मात्रा बढ जाती है, जिससे त्वचा सुंदर, चिकनी, व चमकदार बनती है। एस्टोजन हार्मोन शरीर के लिए चमत्कार है, जो एक अनोखे सुख की अनुभूति कराता है। उनमें उत्तेजना, उत्साह, उमंग और आत्मविश्वास भी अधिक होता है। सैक्स से परहेज करने वाले शर्म, संकोच व तनाव से पीडि़त रहते हैं। दिमाग को तरोताजा रखने व तनाव को दूर करने के लिए नियमित सैक्स एक अच्छा उपाय है। सैक्स हृदय रोग, मानसिक तनाव, रक्तचाप और दिल के दौरे से दूर रखता है। सैक्स से दूर भागने वाले इन रोगों से अधिक पीडि़त रहते हैं। सैक्स एक प्रकार का व्यायाम भी है। इसके लिए खास किस्म के सूट, शूज या मंहगी एक्सरसाइज सामग्री की आवश्यकता नहीं होती। सैक्स व्यायाम, शरीर की मांसपेशियों के खिंचाव को दूर करता है और शरीर को लचीला बनाता है। एक बार संभोग क्रिया करने से, किसी थका देने वाले व्यायाम या तैराकी के 10-20 चक्करों से अधिक असरदार होती है। सैक्स विशेषज्ञों के अनुसार मोटापा दूर करने के लिए सैक्स काफी सहायक सि( होता है। सैक्स से शारीरिक ऊर्जा खर्च होती है, जिससे कि चर्बी घटती है। एक बार की संभोग क्रिया में 100 से 500 कैलोरी ऊर्जा खर्च होती है। आह, उह, आउच, कमरदर्द, पीठ दर्द, गर्दन दर्द से परेशान पत्नी आज नहीं, अभी नहीं करती हैं, लेकिन यदि वह बिना किसी भय के पति के साथ संभोग क्रिया में शामिल हो जाए तो उसके दर्द को उड़न छू होने में देर नहीं लगती । सिर दर्द, माइग्रेन, दिमाग की नसों में सिकुड़न, उन्माद, हिस्टीरिया आदि का सैक्स एक सफल इलाज है। अनिद्रा की बीमारी में बिस्तर पर करवट बदलने या बालकनी में रातभर टहलने के बजाए बेड पर बगल में लेटी या लेटे साथी से सैक्स की पहल करें, फिर देखें कि खर्राटें आने में ज्यादा देर नहीं लगती। नियमित रूप से संभोग क्रिया में पति को सहयोग देने वाली स्त्री माहवारी के समस्त विकारों से दूर रहती है। रात्रि के अन्तिम पहर में किया गया सैक्स दिनभर के लिए तरोताजा कर देता है। सैक्स को सिर्फ यौन सम्बन्ध तक ही सीमित न रखें। इसमें अपनी दिनचर्या की छोटी-छोटी बांते, हंसी-मजाक, स्पर्श, आलिंगन, चुंबन आदि को शामिल करें। संभोग क्रिया तभी पूर्ण मानी जाएगी। सैक्स के बारे में यह बात ध्यान रखें कि अपनी पत्नी के साथ या अपने पति के साथ किया गया सैक्स स्वास्थ्य एवं सौंदर्य को बनाए रखता है। इस प्रसंग में यह बात विशेष ध्यान देने योग्य है कि जहां विवाहित जीवन में पत्नी के साथ संभोग क्रिया अनेक तरह से लाभप्रद है, वहीं अवैध रूप से वेश्याओं व बाजारू औरतों के साथ बनाए गये सैक्स सम्बन्धों से अनिद्रा, हृदय रोग, मानसिक विकार, ठंडापन, सिफलिस, सुजाक, गनेरिया, एड्स जैसी अनेक प्रकार की बीमारियाँ उत्पन्न हो सकती हैं। यदि आप सफल व संतुष्टिदायक सैक्स करने में असमर्थ हैं और सैक्स से सम्बन्धित किसी भी कमजोरी या शिकायत से परेशान हैं तो बेझिझक मिलें।
शास्त्रोक्त-यूनानी नुस्खे
सदियों से यूनानी इलाज को हर वर्ग की तरफ से यहाँ तक कि देश विदेश में भी मान्यता मिलती आ रही है क्योंकि आज की आधुनिक ऐलोपैथिक चिकित्सा मनुष्य की जिन तकलीफों का इलाज नहीं कर सकती उन्हीं तकलीफों का इलाज यूनानी चिकित्सा से सुलभ है। यूनानी इलाज से जटिल से जटिल शारीरिक व्याधियों का भी सफल इलाज हो सकता है। हजारों वर्ष पहले ऐलोपैथी इलाज का चलन नहीं था तब मनुष्य के सभी रोगों का इलाज यूनानी पद्धति से ही होता था। जिससे मनुष्य पूरी तरह से आराम पा जाता था। आज के युग में भी वही नुस्खें, जड़ी-बूटियां, खनिजों, द्रव्यों, कुश्तों, रसायनों एवं कीमती भस्मों आदि से परिष्कृत वैज्ञानिक प(ति द्वारा तैयार किये जाते हैं जिनका असर भी काफी तेज व प्रभावशाली होता है। कुछ लोगों ने लालचवश अधिक धन बटोरने के लिए शुद्ध जड़ी बूटियों व द्रव्यों के बदले नकली रंगो व रसायनों का प्रयोग करके अपने इलाज को राजा महाराजा व नवावों वाला इलाज बताकर यूनानी को बदनाम कर दिया है इसका मतलब तो यही है कि पहले यूनानी इलाज सिर्फ राजा महाराजाओं का ही किया जाता था, साधारण जनता का नहीं। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखकर हमनें शुद्ध यूनानी तरीके से दुर्लभ असली जड़ी-बूटी, असली द्रव्यों व रसायनों तथा कीमती भस्मों, कुश्तों से इलाज तैयार करके उन निराश रोगियों की सेवा करने का संकल्प लिया है जो कई प्रकार के रोगों से घिरकर अपने जीवन को नर्क बना चुके हैं। तथा राजा महाराजा व नवाबों वाले इलाज की सामथ्र्य नहीं रखते। ऐसे रोगी निराश न हों हमसे मिलें या लिखें उन्हें सही रास्ता बताकर भटके हुए तथा निराश हुए रोगियों को स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कराकर उन्हें सही दिशा प्रदान करेंगे। आज के युग में पहले तो असली वस्तु को प्राप्त करना ही कठिन है यदि प्राप्त भी हो गई तो कौन चिकित्सक इतना कठिन परिश्रम या पैसा खर्च करता है लेकिन हमारे पास सिर्फ रोगी का कल्याण है, रोगी का रोग दूर हो तथा वह जीवन भर सुखी रहे ताकि हमें भी यश प्राप्त हो हम इसी उद्देश्य को लेकर उत्तम से उत्तम इलाज तैयार करते हैं। इलाज वही जिससे रोग उम्र भर के लिए कट जाये और रोगी को एकदम स्वस्थ व निरोग बना दे। ऐसे प्रभावशाली इलाज का वर्णन प्राचीन शास्त्रों व ग्रन्थों में है। हमारे इलाज का भी मूल आधार यही ग्रन्थ हैं।
जड़ी-बूटियों एवं भस्मों का महत्व
यूं तो इलाज में प्रयोग होने वाली अनगिनत जड़ी-बूटियां, खनिज व भस्में हैं यदि हम सभी का वर्णन करने तो इसके लिए एक मोटी पुस्तक अलग से लिखनी पड़ जाएगी लेकिन हम यहां आपकी जानकारी के लिए कुछ चुनी हुई जड़ी बूटियों एवं भस्मों के नाम लिख रहे हैं जिनके गुण अलग-अलग हैं तथा ये सब रोगी की पूरी हालत, रोग, उम्र व मौसम के अनुसार इलाज में प्रयोग की जाती हैं। हीरक भस्म, मुक्ता भस्म, स्वर्ण भस्म, अभ्रक भस्म, लोहा भस्म, यस्त भस्म, सि( मकरध्वज, कहरवा, पिष्टी,जाफरान, अम्बर, मुश्क, जायफल, जावित्री, वंशलोचन, अश्वगंधा, शिलाजीत, छोटी इलायची, हरड़, बहेड़ा, आँवला, गोखरू, कोंच बीज, मूसली, शतावरी, सालब मिश्री, मुलहठी, अकरकरा, सेमल की जड़, विधारा आदि अनेकों ऐसे रस-रसायन हैं जिनके प्रभाव अलग-अलग होते हैं तथा इनके सेवन से दिमागी नाडि़यों और ग्रन्थियों की शक्ति बढ़ती है,वीर्य पुष्ट होता है। दिमाग, जिगर, गुर्दा, मसाना, अण्डकोष आदि अंगों की कमजोरी दूर हो जाती है। थकावट, डर, वहम, घबराहट, क्रोध, चक्कर, बैचेनी, चिड़चिड़ापन, काम में मन न लगना, टांगों, बांहों व कमर में दर्द, थोड़ा सा काम करने से सांस फूलना, भूख कम लगना, कब्ज, पेट गैस, रक्त की कमी, शीघ्रपतन,स्वप्नदोष, प्रमेह, पेशाब का बार बार आना, नपुंसकता, कमजोरी आदि सभी शिकायतें दूर हो जाती हैं इसमें ऐसी जड़ी-बूटियां व भस्में भी हैं जिनसे खाया-पिया शीघ्र ही पच जाता है शरीर को भी लगने लगता है, नया खून बनता है, जिससे चेहरे पर नई रौनक व चमक आ जाती है दिल में उत्साह और शरीर में स्फूर्ति पैदा होती है खोई हुई मर्दाना व शारीरिक ताकत वापस लौट आती है शरीर उमंगों व जवानी की बहारों में लह लहा उठता है। व्यक्ति को पूर्ण रूप से पुरूष कहलाने का अधिकार प्राप्त होता है।
एक असफल पुरुष का दुख, हस्तमैथुन
कई दिन पहले मैं अपने दवाखाने में हमेशा की तरह अपने रोगी भाइयों को देख रहा था तो उनमें एक रोगी काफी निराश उदास व सहमा हुआ सा बैठा था। जब उसकी बारी आई तो मैंने उससे सबसे पहले यही पूछा कि तुम इतने घबराये हुए क्यों हो तो उस युवक रोगी का सब्र बांध टूट गया तथा उसकी आंखें में आंसू छलछला आए। मैंने उसे पूरी तसल्ली दी तथा मैंने कहा कि अपनी परेशानी बताओ तथा चिन्ता की कोई बात नहीं है तब उसने बताया कि मैं एक सम्मानित मध्यवर्गीय परिवार से सम्बन्ध रखता हूं तथा अभी थोड़े ही दिन हुए अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी की है। अतः अपने विद्यार्थी जीवन में गलत संगत में पड़ गया। हस्तमैथुन भी किया। जब कुछ समझ आई तो हस्तमैथुन की इच्छा को दबाया तथा स्वप्नदोष होने लगा फिर पेशाब में लार सी निकलने लगी जिससे मुझे बेहद कमजोरी महसूस होने लगी। उठते-बैठते शरीर दर्द, चक्कर, अंधेरा व सांस फूलने तथा दिन भर सुस्ती छायी रहती है, किसी काम में मन नहीं लगता। चूंकि अब मैं व्यस्क हो या हूं मेरे माता पिता मेरी शादी करने पर जोर दे रहे हैं लेकिन न जाने क्यों मैं शादी के नाम से परेशान हो गया हूं क्योंकि मैं अपने आपको उपरोक्त कमजोरियों के कारण विवाह योग्य नहीं समझता और न ही यह चाहता हूं कि मेरी कमजोरी व हालत की वजह से मेरी आने वाली पत्नी का जीवन भी दुखमय हो जाये अतः मैं आपका नाम व इलाज की प्रशंसा सुनकर आपके पास आया हूं। मैंने उसकी पूरी हालत जानकर उसकी पूरी तरह शारीरिक जांच की। अब वह बिल्कुल ठीक बोल रहा था। वास्तव में ही वह अपनी अज्ञानता वश अपनी जवानी को दोनों हाथों से लुटाकर अपने पुरुषत्व में घुन लगवा चुका था। मैंने उसे अपना परामर्श यिा तथा पूरी लगन व मेहनत से असली व नायाब नुस्खों द्वारा उसका इलाज तैयार करवाया जिसके सेवन से उसकी खोई हुई शारीरिक व मर्दाना शक्ति उसे दोबारा मिलनी शुरू हो गई। एक महीने के बाद ही उसकी शादी हो गई तथा पहली रात से अब तक पूरी तरह सन्तुष्ट है तथा अपने विवाहित जीवन का भरपूर लुफ्त उठा रहा है। इसी प्रकार के अनेकों रोगी भाई स्वयं हमारे पास आकर या अपनी पूरी हालत पत्र में लिखकर अपना इलाज प्राप्त करते हैं जिनके सेवन से व पूरी तरह से स्वस्थ व निरोग होकर हमारे इलाज की प्रशंसा करना नहीं भूलते। आ भी मिले या लिखें, पत्र व्यवहार पूर्णतः गुप्त रखा जाता है। प्रत्येक पत्र को ध्यान से पढ़कर रोगी की पूरी हालत पर विचार करने के बाद ही परामर्श या इलाज संभव होता है।
मर्दाना कमजोरी का इलाज
केसर कस्तूरी वाला हाशमी हाई पावर कोर्स नया खून पैदा करके न केवल कमजोरी दूर करता है, बल्कि प्रेमह रोग, स्वप्नदोष, शीघ्रपतन नष्ट कर कमर, गुर्दो व जिस्म में जबर्दस्त ताकत बढ़ाता है, खोई हुई सेहत, ताकत जवानी वापस लाने के लिए दुनियां के कोने कोने में हाशमी हाई पावर कोर्स के पार्सल रोजाना जाते हैं तथा लाखों लोग हाशमी हाई पावर इलाज से नया जीवन व्यतीत कर रहे हैं कमजोरी चाहे किसी भी कारण हो कमजोर से कमजोर इंसान बूढ़े तथा विवाहित भी सेहत, ताकत, जवानी प्राप्त कर सकते हैं, स्वस्थ नवयुवक भी हाशमी हाई पावर कोर्स का प्रयोग करके अपनी ताकत कई ुना बढ़ सकते हैं। वीर्य शहद की तरह गाढ़ा हो जाता है शरीर की सारी कमजोरी दूर होकर शरीर हष्टपुष्ट होकर ताकतवर व फुर्तीला हो जाता है, मुर्दा से मुर्दा नसों, नाडि़यों में खोई ताकत फिर से प्राप्त करने के लिए तिला इरानी हाशमी हाई पावर कोर्स के साथ होने पर सोने पर सुहागे का काम करता है यह कोर्स बिल्कुल शुद्ध मौलिक एवं अत्यन्त बहुमूल्य औषधियों से तैयार किया जाता है हाशमी हाई पावर कोर्स का मूल्य मौसम, आयु, रोग अनुसार।
समस्त हाल व पता गुप्त रखा जाता हैं
Hashmi Pharma