
08/08/2025
बरसात और बाढ़ के समय snakebite (साँप के काटने) के केस बढ़ जाते हैं ।।
भोजपुर और बिहार के अधिकतर इलाक़ों में विषैले साँप न्यूरोटॉक्सिक (मस्तिस्क और नशों को छती करने वाले) होते हैं ।
करैत और कोबरा सबसे आम न्यूरोटॉक्सिक साँप हैं ।।
इनके काटने से न्यूरो सम्बंधित लक्षण जल्दी आते हैं ।। सर्प दंश सर से जितना नजदीक होता है लक्षण उतना जल्दी आता है ।। अगर चेहरे या हाथ पर सर्प दंश हो तो लक्षण मिनटों में दिखने लगते हैं ।
आम लक्षण : > पलकों का गिरना
> निगलने (घोटने ) में दिक्कत / मुँह से लार 🤤 निकलना
> साँस लेने में कठिनाई
अधिक बारीश के जलजमाव और बाढ़ के समय साँप सूखे इलाकों में जाते हैं ।। जिसकी वजह से सर्पदंश की संख्या बढ़ती है ।।
इन दिनों में सबसे अधिक ध्यान देने वाली बात ~
फर्श /ज़मीन पर ना सोएं
सर्प दंश सौ प्रतिशत इलाज करने वाली बीमारी है ।। सरकारी अस्पताल में सर्प दंश के इलाज के लिए एंटीस्नेक वेनम (ASV) मुफ्त मिलता है ।।
ASV जितना जल्दी लगे उतना अच्छा इलाज हो सकता है ।
झाड़ फूँक और भ्रम से दूर रहे और सबको बचाव और इलाज के संबंध में जागरूक करें ।
कुछ साँप हेमाटोटॉक्सिक (खून को पतला करने वाला) होते हैं ।।