
03/06/2025
*इब्राहीम त्राओरे: बुर्किना फासो के राष्ट्रपति की नई दिशा*
इब्राहीम त्राओरे की आजकल बड़ी चर्चा हो रही हे। खासतौर से अमरीका और इजराइल से नाता तोड़ने और रूस से ताल्लुक जोड़ने पर। सोशल मीडिया पर भी आजकल इब्राहीम त्राओरे छाए हुए है।
इब्राहीम त्राओरे ने 2022 में बुर्किना फासो में एक सैन्य तख्तापलट के माध्यम से सत्ता संभाली। उनकी नियुक्ति के बाद से, उन्होंने देश की विदेश नीति में एक नए युग की शुरुआत की है, जिसमें रूस के साथ गठबंधन और पश्चिमी देशों से दूरी शामिल है।
*त्राओरे की पृष्ठभूमि*
इब्राहीम त्राओरे एक सैन्य अधिकारी हैं जिन्होंने बुर्किना फासो की सेना में अपना करियर शुरू किया। उन्होंने 2022 में एक सैन्य तख्तापलट के माध्यम से सत्ता संभाली, जिसके बाद उन्हें राष्ट्रपति के रूप में नियुक्त किया गया।
*विदेश नीति में बदलाव*
त्राओरे की सरकार ने बुर्किना फासो की विदेश नीति में एक नए युग की शुरुआत की है। उन्होंने फ्रांस के साथ संबंधों को समाप्त करने और रूस के साथ गठबंधन करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के पीछे का कारण पश्चिमी देशों के प्रति अविश्वास और रूस के साथ सैन्य सहयोग की इच्छा है।
*अमेरिका और इजराइल के प्रति रुख*
त्राओरे की सरकार ने अमेरिका और इजराइल के प्रति एक विरोधी रुख अपनाया है। उन्होंने पश्चिमी देशों के खिलाफ विरोधी बयान दिए हैं और रूस के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाया है। यह रुख बुर्किना फासो की विदेश नीति में एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है।
*सोशल मीडिया और AI-जनित सामग्री*
त्राओरे की छवि को सोशल मीडिया और AI-जनित सामग्री के माध्यम से एक क्रांतिकारी नेता के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। उनकी सरकार ने सोशल मीडिया पर अपनी छवि को मजबूत करने और अपने समर्थकों को एकजुट करने के लिए एक अभियान शुरू किया है।
*निष्कर्ष*
इब्राहीम त्राओरे की सरकार ने बुर्किना फासो की विदेश नीति में एक नए युग की शुरुआत की है। उनकी सरकार के निर्णयों ने देश को रूस के साथ गठबंधन की ओर बढ़ाया है और पश्चिमी देशों से दूरी बढ़ाई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे चलकर बुर्किना फासो की विदेश नीति कैसे विकसित होती है और इसका देश के भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ता है।