DrFasiur Rahman

DrFasiur Rahman Dr. F. Rahman MD(Medicine)Consultant Physician &Diabetologist
Hypertension Heart Problems many more

एक मरीज 45 वर्ष की महिला मेरे पास आई जिनका क्रिएटिनिन लेवल इलाज से पहले 3.48 था,  लेकिन जब इलाज शुरू हुआ ईश्वर के करम से...
14/12/2023

एक मरीज 45 वर्ष की महिला मेरे पास आई जिनका क्रिएटिनिन लेवल इलाज से पहले 3.48 था, लेकिन जब इलाज शुरू हुआ ईश्वर के करम से मरीज को लाभ हुआ और आज का क्रिएटिनिन लेवल बिल्कुल नॉर्मल है ईश्वर का करम है,
*नोट - (क्रिएटिनिन बढ़ने का मतलब होता है किडनी फेल्योर)*

सुख-समृद्धि व प्रकाश के पावन पर्व दीपावली की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। झिलमिलाते दीपों की रोशनी से प्रकाशित ये दीपाव...
12/11/2023

सुख-समृद्धि व प्रकाश के पावन पर्व दीपावली की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। झिलमिलाते दीपों की रोशनी से प्रकाशित ये दीपावली आपके घर में सुख-समृद्धि व आशीर्वाद लेकर आए, यही प्रार्थना है।

12/04/2023

#श्रावस्ती #बलरामपुर #निशुल्क

07/03/2023
Happy new year to all of you 🎉💓
01/01/2023

Happy new year to all of you 🎉💓

12/12/2022

DrFasiur Rahman

कामयाबी की तरफ बढ़ते कदम, ईश्वर का धन्यवाद,रिजल्ट आपके सामने शेयर किया है,किडनी फेल्योर मरीज का किडनी फंक्शन रिपोर्ट नॉर...
10/12/2022

कामयाबी की तरफ बढ़ते कदम, ईश्वर का धन्यवाद,
रिजल्ट आपके सामने शेयर किया है,

किडनी फेल्योर मरीज का किडनी फंक्शन रिपोर्ट नॉर्मल आ गया,

एक मरीज 80 वर्ष की महिला मेरे पास आई जिनका क्रिएटिनिन लेवल इलाज से पहले 3.1 था, यूरीक एसिड 6.3 था, सीरम पोटेशियम लेवल बहुत कम था 2.9, लेकिन जब इलाज शुरू हुआ ईश्वर के करम से मरीज को लाभ हुआ और आज का क्रिएटिनिन लेवल बिल्कुल नॉर्मल है यूरिक एसिड और इलेक्ट्रोलाइट भी बिल्कुल नॉर्मल हो गया, ईश्वर का करम है, *नोट - (क्रिएटिनिन बढ़ने का मतलब होता है किडनी फेल्योर)*

13/11/2022

शुगर जानलेवा बनता जा रहा है

विश्व मधुमेह दिवस 14 नवंबर को है। मधुमेह रोग आज के समय की सबसे बड़ी समस्या है। मधुमेह पर नि पर इसे जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता जीवनशैली में अनियमितता मधुमेह का बड़ा कारण है। एक दशक पहले भारत में मधुमेह होने की औसत उम्र चालीस साल थी, जो अब घटकर 25 से 30 साल हो चुकी है। 15 साल के बाद ही बड़ी संख्या में लोगों को मधुमेह का रोग होने लगा है। कम उम्र में इस बीमारी के होने का सीधा मतलब है कि लकी उम्र आते-आते मधुमेह रोगियों को संख्या 2030 तक आठ करोड़ के आसपास हो जाएगी। इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन (IF) और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया है कि दुनियाभर में औसतन 40 लाख मधुमेह मरीजों को मौत हर साल होती है। एक अध्ययन में यह निष्कर्ष निकलकर सामने आया है कि महिलाओं की तुलना में पुरुषों को मधुमेह की आशंका अधिक होती है। अगर गर्भावस्था के दौरान मधुमेह को नियंत्रित नहीं किया गया तो शिशु को मधुमेह और हृदय रोग का खतरा अधिक होता है। में बढ़ते मोटापे की प्रवृत्ति और शारीरिक श्रम में कमी के कारण अब मधुमेह से पीड़ित बच्चे भी वहाँ संख्या में देखने को मिल रहे हैं। भारत में मधुमेह रोग पर गौर करें तो इसके अधिकतर केस शहरी क्षेत्र से ही आते हैं। गांव में इसके रोगियों को संख्या बेहद कम रही है, जो अब बेतहाशा बढ़ रही है। इस रोग के प्रभावों पर गौर करें तो आने वाले समय में यह भारत की सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्या का रूप ले सकती है। प्रधानमंत्री ने भी रेडियो कार्यक्रम में कहा था कि कभी विलासितापूर्ण जीवन जीने वालों को होने की वजह से राज-रोग कहलाने वाला मधुमेह आज जीवनशैली से जुड़ी बीमारी बन चुका है, जिससे बचाव के लिए लोगों को अपनी दिनचर्या में व्यायाम को शामिल करना चाहिए। रात में भोजन के बाद टहलने की कोशिश करें। योग को दिनचर्या का हिस्सा बनायें योग स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखने और इससे संबंधी बीमारियों से बचाने में मददगार साबित होता है।

10/11/2022


DrFasiur Rahman

एक मरीज 60 वर्ष की महिला मेरे पास आई जिनका क्रिएटिनिन लेवल इलाज से पहले 3.1 था, यूरीक एसिड 9 था, लेकिन जब इलाज शुरू हुआ ...
10/11/2022

एक मरीज 60 वर्ष की महिला मेरे पास आई जिनका क्रिएटिनिन लेवल इलाज से पहले 3.1 था, यूरीक एसिड 9 था, लेकिन जब इलाज शुरू हुआ ईश्वर के करम से मरीज को लाभ हुआ और आज का क्रिएटिनिन लेवल बिल्कुल नॉर्मल है यूरिक एसिड बिल्कुल नॉर्मल है, ईश्वर का करम है,
*नोट - (क्रिएटिनिन बढ़ने का मतलब होता है किडनी फेल्योर)*

दमा, फेफड़ों से उत्तपन श्वसन अव्यवस्था की वजह से होता है । दमा सामान्य श्वास को प्रभावित करता है; दमा के रोगी के लिए निय...
25/10/2022

दमा, फेफड़ों से उत्तपन श्वसन अव्यवस्था की वजह से होता है । दमा सामान्य श्वास को प्रभावित करता है; दमा के रोगी के लिए नियमित शारीरिक गतिविधियाँ कठिन या असंभव हो जाती हैं। अगर सही इलाज में देरी हो जाए तो दमा जानलेवा हो सकता है। बढ़ते प्रदूषण जैसे कारकों के कारण,दमा जैसे श्वसन रोग चिंताजनक रूप से फैलते जा रहें हैं । विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि भारत में लगभग 20 मिलियन दमा रोगी हैं। दमा का प्रहार आम व्यस्कों और बुजुर्गों और स्मोकर्स पर ज्यादा होता है पर परंतु 5 से 11 साल के बीच के बच्चों में भी होता है। श्वसन के दौरान, जिस हवा में हम सांस लेते हैं वह नाक, गले और फेफड़ों में जाती है। दमा तब होता है जब वायुपथ फेफड़ों तक बढ़ जाता है और आसपास की मांसपेशियों को आसपास की मांसपेशियों को कसने लगता है। इससे बलगम बनता है जिससे वायुमार्ग अवरुद्ध हो जाता है जो आगे फेफड़ों में ऑक्सीजन की आपूर्ति को रोकता है।श्वसन संबंधी बीमारियां जैसे संक्रामक ज़ुकाम और फेफड़ों की सूजन का होना।
बढ़ी हुई कार्यकलाप श्वसन को अधिक कठिन बना सकती है।
दमा के रोगी रासायनिक धुएं, मजबूत गंध, धुएं और इसी तरह के उत्तेजक पदार्थ के प्रति संवेदनशील होते हैं।
मुश्किल मौसम की स्थिति जैसे उच्च आर्द्रता या ठंड का मौसम होना। जोर से हंसना, चिल्लाना और कोई भी भावनात्मक विस्फोट जो सांस लेने की दर को बढ़ाता है।
मिठाइयां, उत्साह और आनंद के पर्व दीपावली का सभी को पूरे साल इंतजार रहता है। पटाखे और जगमगाती रोशनी, इस त्योहार को काफी खास बनाते हैं। हालांकि इस उत्साव के बीच सभी लोगों को अपनी सेहत को लेकर भी विशेष सतर्कता बरतते रहने की आवश्यकता होती है। विशेषकर जिन लोगों को पहले से ही सांस की बीमारी-अस्थमा की शिकायत हो उनके लिए सावधानियां और भी जरूरी हो जाती हैं। पटाखों को जलाने से होने वाला धुआं अस्थमा, लंग फाइब्रोसिस, एलर्जिक राइनाइटिस और ब्रोंकाइटिस जैसी सांस की बीमारियों को ट्रिगर कर सकता है। अगर आपको भी इस तरह की कोई भी दिक्कत है तो दीपावली में विशेष सतर्कता बरतते रहें।

Dr F Rahman
Consultant Physician

Address

Balrampur

Opening Hours

Monday 10am - 5pm
Tuesday 10am - 5pm
Wednesday 10am - 5pm
Thursday 10am - 5pm
Friday 10am - 5pm
Saturday 10am - 5pm

Telephone

+919696272874

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when DrFasiur Rahman posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Practice

Send a message to DrFasiur Rahman:

Share

Share on Facebook Share on Twitter Share on LinkedIn
Share on Pinterest Share on Reddit Share via Email
Share on WhatsApp Share on Instagram Share on Telegram

Category