21/11/2025
AWGP- LITERATURE GURUDEV
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्!
*अपनी नींद में ध्यान कैसे करें*
इसे दो तीन मिनट तक करो। यदि तुम्हें आनंद आ रहा है तो पाँच मिनट तक। और तब दो-तीन मिनट तक पागल की तरह जोर से हंसों, लेकिन आंखे मूंदकर। ऊर्जाऐं प्रवाहित हो रही है। शरीर सजग, सचेत और जीवंत है। नींद जा चुकी है। तुम नई ऊर्जा से भर जाते हो।
पहला काम हंसना है क्योंकि यह दिन भर की गतिविधि तय करता है। यदि तुम ऐसा करते हो तो तुम महसूस करोगे कि तुम खुशमिजाज रहते हो। तुम्हारा पूरा दिन आनंदमय रहता है। दूसरे क्या कहेंगे उसकी परवाह मत करो। हंसों ओर उन्हें हंसने में मदद करो।
याद रखो कि दिन के पहले काम से दिन की दूसरी गतिविधि तय होती है। और रात का अंतिम काम भी रात की रूप रेखा तय करता है। इसलिए सोते समय विश्रांत रहो और जब जागों तो हंसते हुए जागों। हंसना दिन की पहली प्रार्थना बने। हंसी महन स्वीकृति दिखाता है। हंसी उत्सव दिखाता है। हंसी दिखाता है कि जीवन अच्छा है।
सुबह का पहला काम यह है कि शरीर की बिल्ली की तरह खींचो और फिर हंसों, और इसके बाद ही बिस्तर छोड़ो। पूरा दिन अलग तरह से गुजरेगा।
*क्रमशः* *........*
पुस्तक का नाम -अंतर्जगत के झरोखे
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https://www.awgp.org/en/literature/book/Super_Science_of_Gayatri/v2
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भूमिका - भूमिका - गायत्री महाविज्ञान - Gayatri MahavigyanNone