Neurosurgeon Qutab Delhi Near AIIMS

Neurosurgeon Qutab Delhi Near AIIMS Brain and Spine Surgeon

मस्तिष्क और रीढ़ की बीमारियों के रोगियों में पूर्वानुमान - ब्रेन स्पाइन नर्भ की हुयी बीमारी ? - क्या होगा अंजाम - इलाज क...
11/06/2025

मस्तिष्क और रीढ़ की बीमारियों के रोगियों में पूर्वानुमान - ब्रेन स्पाइन नर्भ की हुयी बीमारी ? - क्या होगा अंजाम - इलाज का क्या होगा परिणाम - इलाज करवाएं भी या नहीं करवाएं - विज्ञान के माध्यम से जानिये नतीजा
मस्तिष्क और रीढ़ की बीमारियों में पूर्वानुमान मुख्य रूप से प्राथमिक विकृति - आघात, ट्यूमर, संक्रमण और जन्मजात और अपक्षयी रोगों और उनकी गंभीरता पर निर्भर करता है। हालाँकि आम तौर पर लोग चिकित्सा कर्मियों के साथ-साथ आम लोगों में भी एक गंभीर और निराशावादी तस्वीर पेश करते हैं, लेकिन हमारे पास व्यवस्थित होने के लिए कुछ वैज्ञानिक उपकरण हैं।

कई मॉडल, जैसे कि IMPACT और CRASH, विकसित और मान्य किए गए हैं, जो मृत्यु दर और कार्यात्मक परिणाम की भविष्यवाणी करने के लिए नैदानिक, इमेजिंग और अन्य डेटा के संयोजन का उपयोग करते हैं। कई स्कोरिंग सिस्टम विकसित किए गए हैं, लेकिन ग्लासगो आउटकम स्केल और मद्रास हेड इंजरी प्रोग्नोस्टिक स्केल (डॉ वी जी रमेश टीम द्वारा विकसित) पोस्ट ट्रॉमेटिक और पोस्ट-ऑपरेटिव रोगियों के लिए सबसे व्यापक प्रतीत होते हैं। हालांकि समय पर हस्तक्षेप और आईसीयू देखभाल और नर्सिंग देखभाल सहित बहुक्रियात्मक परिणाम के कारण कोई भी हर समय 100% सच नहीं है। संक्षेप में, कम आयु वर्ग - 15 वर्ष से कम आयु के लोगों में सबसे अच्छा पूर्वानुमान है, 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में अधिकतम जोखिम है जबकि 15 वर्ष से 45 वर्ष के बीच के आयु वर्ग में मध्यम जोखिम की संभावना है।
सीटी स्कैन निष्कर्षों से स्पष्ट चोट की गंभीरता - पृथक एक्स्ट्राड्यूरल हेमेटोमा में सबराचनोइड रक्तस्राव सबड्यूरल हेमेटोमा और इंट्रा सेरेब्रल रक्तस्राव / चोट, इंट्रावेंट्रिकुलर रक्तस्राव की तुलना में बेहतर पूर्वानुमान है।
फैला हुआ अक्षीय चोट की उपस्थिति, न्यूमोकैफेलस के साथ खोपड़ी का फ्रैक्चर खराब परिणाम को बढ़ाता है लेकिन अलग-थलग स्थिति में स्वतंत्र रूप से बेहतर पूर्वानुमान होता है।
5 मिमी से कम मिडलाइन शिफ्ट के रूप में मापी गई चोट की सीमा का बेहतर पूर्वानुमान है जबकि 8 मिमी से अधिक का खराब पूर्वानुमान है और 5 से 8 मिमी के बीच की स्थिति का मध्यम पूर्वानुमान है।
रोधगलन या रक्तस्राव जैसी माध्यमिक चोट के विकास का पूर्वानुमान खराब है। 45 वर्ष से अधिक आयु में 8 GCS से कम वाले मोटे तीव्र सबड्यूरल हेमेटोमा का पूर्वानुमान खराब होता है।
संवेदी मोटर क्षेत्र के करीब गोलार्ध के बाईं ओर की चोटों का पूर्वानुमान वर्षा गोलार्ध के दाईं ओर की समान चोट की तुलना में खराब होता है।
48 घंटों के बाद निरंतर वेंटिलेशन सहायता की आवश्यकता खराब पूर्वानुमान से जुड़ी है। पुतली का आकार बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन प्रवेश के समय और 48 घंटों के बाद GCS के सबसे अच्छे संकेतक मान हैं। प्रवेश के समय 8 और उससे कम का GCS खराब पूर्वानुमान से जुड़ा है। 48 घंटों में मूल्यांकन किया गया GCS, अस्पताल में प्रवेश के समय शुरू में दर्ज किए गए GCS की तुलना में 3 महीने के परिणामों का बेहतर पूर्वानुमान लगा सकता है।
उभरते रुझान और भविष्य की दिशाएँ:
उन्नत इमेजिंग:
फैलाव अक्षीय चोट का आकलन करने के लिए प्रारंभिक प्रसार-भारित इमेजिंग (DWI) जैसी तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है।
बायोमार्कर:
बायोमार्कर की पहचान करने के लिए अनुसंधान जारी है जो परिणामों की भविष्यवाणी करने में मदद कर सकते हैं, जैसे कि आनुवंशिक कारक या रक्त में विशिष्ट प्रोटीन।
डीप लर्निंग मॉडल:
मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग सीटी स्कैन और नैदानिक डेटा का विश्लेषण करने के लिए किया जा रहा है, ताकि परिणामों की भविष्यवाणी की जा सके, जो संभावित रूप से मानव चिकित्सकों की सटीकता को पार कर सकता है।
मल्टीवेरिएबल मॉडल:
पूर्वानुमान सटीकता में सुधार करने के लिए कई कारकों और चरों पर विचार करने वाले पूर्वानुमान मॉडल विकसित किए जा रहे हैं
परिणाम पूर्वानुमान का महत्व:
प्रारंभिक नैदानिक निर्णय लेना:
परिणाम पूर्वानुमान उपचार और संसाधन आवंटन के बारे में प्रारंभिक नैदानिक निर्णयों को सूचित कर सकता है।
रिश्तेदारों के लिए पूर्वानुमान:
परिवारों को रोगी के पूर्वानुमान और संभावित परिणामों की बेहतर समझ प्रदान करता है।
देखभाल की बेहतर गुणवत्ता:
पूर्वानुमान मॉडल TBI वाले रोगियों को प्रदान की जाने वाली देखभाल की गुणवत्ता का आकलन करने और सुधार के लिए मार्गदर्शन करने में मदद कर सकते हैं।
Dr Manish Kumar Neurosurgeon
9810325181

27/10/2024

medicine kab len aur kyun

22/10/2024
04/06/2024

समय हीं जीवन रक्षक है
महाराजा अग्रसेन अस्पताल द्वारका में मात्र कुछ हजार रुपैया में एक घंटे के अंदर ब्लड क्लॉट को पिघलाकर लकवा किया ठीक
आधी रात को डॉक्टर के टीम की तत्परता और रोगी के रिश्तेदारों की समझदारी से काम लेने के परिणाम स्वरुप एक पैंतालीस वर्षीय महिला जीवन भर के लिए लकवाग्रस्त और अपाहिज होने से बची
बीते एक और दो जून के बीच की रात को नई दिल्ली के द्वारका स्थित महाराजा अग्रसेन अस्पताल में एक पैंतालीस वर्षीय महिला श्री मती xyz को उनके रिश्तेदार लेकर आये. तब रात का लगभग एक बज रहा था. रोगी आधी रात को चक्कर आने के कारण गिर गयी थी और शरीर के बायीं ओर के हाथ और पाँव नहीं उठा पा रही थी. ऐसा लगभग एक घंटा पहले शुरू हुआ था. आते ही टेस्ट और इलाज की प्रक्रिया शुरू की गयी. सी टी स्कैन में दिमाग के दाहिने ओर में ब्लड क्लॉट दिखा. आजकल के चलन के हिसाब से रोगी को कहीं और ले जाने या यहीं इलाज करवाने की राय पर तुरंत फैसला लेने को कहा गया क्युकी बीमारी शुरू होने के तीन घंटे के अंदर मेडिसिन द्वारा इलाज करने पर इसके पूरी तरह ठीक होने की संभावना थी. रोगी के घर के लोग दो बजे रात को कहीं और ले जाने के बदले वहीं इलाज करवाने का फैसला लिए ताकि इधर से उधर जाने में समय बर्बाद नहीं हो. उनके फैसले के साथ हीं इलाज शुरू हुआ. डॉक्टरों की टीम ने पूरे सावधानी के साथ मेडिसिन दिया और थोड़ी हीं देर में तीन बजे रात तक बाएं हाथ और पाँव की कमजोरी पूरी तरह ठीक हो गयी. इमरजेंसी विभाग, ICU के डॉक्टर और न्यूरोसर्जन के अलावा नर्सिंग स्टाफ और वार्ड बॉयज सबने अपना अपना काम पूरी तरह से तत्परता के साथ किया. ICU के डॉक्टर अमित कुमार और न्यूरोसर्जन डॉक्टर मनीष कुमार ने मेडिसिन देने की पूरी प्रक्रिया को पूरी सावधानी से किया जिसके दौरान मेडिसिन के रिएक्शन का पूरा ख़याल रखा गया और रिएक्शन का इलाज किया गया. रोगी के रिश्तेदारों ने समझदारी और धैर्य के साथ इलाज कर रहे स्वाश्थकर्मी दल का शांति पूर्वक साथ दिया.
वयस्कों में लकवा खून की नली के फटने या ब्लड क्लॉट के कारण खून की नली के ब्लॉक होने के कारण होता है. ब्लड क्लॉट के कारण खून की नली के ब्लॉक होने पर तीन से छह घंटे के अंदर ब्लड क्लॉट को पिघला देने पर बीमारी के पूरी तरह ठीक होने की संभावना होती है. इस इलाज से लकवा जैसे खतरनाक बीमारी के कारण जीवन भर अपाहिज होने से बचने की यह घटना आधुनिक विज्ञान के के चमत्कारों और सही उपयोगों में से है. इस इलाज का फ़ायदा समय बीतने के साथ कम होता जाता है और देर के साथ कॉम्प्लीकेशन्स के चांस भी बढ़ते जाते हैं. खासकर शुरू के तीन से चार घंटे के मेडिसिन के द्वारा तुरंत इलाज करने पर सबसे ज्यादा फ़ायदा होता है और रोगी के पूर्णतया ठीक होने की ज्यादा संभावना होती है इसीलिए समय बचाइए क्यूंकी समय हीं जीवन रक्षक है.
शकाई ट्रस्ट द्वारका नई दिल्ली द्वारा जनहित में जारी -
कॉल करें - 011- 35716020, 9810325181, 9311855528

04/01/2024

ब्रेन अटैक या लकबा या हवा लगना या स्ट्रोक - ब्रेन में खून के प्रवाह में बाधा के कारण होता है खून की नली में खून का जमना ...
03/01/2024

ब्रेन अटैक या लकबा या हवा लगना या स्ट्रोक - ब्रेन में खून के प्रवाह में बाधा के कारण होता है
खून की नली में खून का जमना - क्लॉट बन जाना - इसके मुख्या कारणों में है
इसके इलाज के लिए खून के क्लॉट को डिसॉल्व करने के लिए दवाएं दी जाती हैं - कभी कभी ऑपरेशन करने की भी जरूरत हो सकती है
क्लॉट को डिसॉल्व करने के लिए दी जाने वाली दवा के सही और सुरक्षित उपयोग के लिए बीमारी कब से शुरू हुई यह जानना जरूरी है वरना न केवल दवा से फ़ायदा नहीं होता है बल्कि खून की नली से खून बाहर आ जाता है - जिसे हेमरेज कहते हैं - जो जान के लिए खतरा भी हो सकता है
इसलिए रोगी को सबसे पहला तकलीफ कब शुरू हुआ उसका समय निश्चित रूप से सही सही बतलायें
यदि सोने के बाद जागते समय - जागते के साथ हीं तकलीफ थी - तो जब सोने गए थे तभी से बीमारी की शुरुआत हुई होगी ऐसा माना जाएगा . . .
सबसे अच्छे परिणाम के लिए क्लॉट को डिसॉल्व करने की दवा बीमारी शुरू होने के तीन घंटे के अंदर - ज्यादा से ज्यादा चार से पांच घंटे के अंदर होना चाहिए - उसके बाद दवा देने से फ़ायदा के बदले नुकसान हो सकता है . . .
ख़ास कर ठंढे के मौसम में उपयुक्त मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी होता है - पानी की कमी से ठंढे के मौसम में हार्ट अटैक और ब्रेन अटैक के रोगियों की संख्या बढ़ जाती है
शकाई ट्रस्ट द्वारा जनहित में जारी

एक दीपक अपने अंदर जलाइए राम जी के नाम का वही है एक मात्र दयालु, न्याय कर्ता और शक्तिशाली भी भण्डार हर सद्गुण का 22 जनवरी...
31/12/2023

एक दीपक अपने अंदर जलाइए राम जी के नाम का
वही है एक मात्र दयालु, न्याय कर्ता और शक्तिशाली भी
भण्डार हर सद्गुण का
22 जनवरी को अपने घर को अंदर बाहर और अपने दिल के हर कोने को रौशन करें . . .
जय श्री राम
शकाई ट्रस्ट SHKEI TRUST आप सभी को नए वर्ष 2024 की मंगल कामनाएं करती है
ब्रेन और स्पाइन के बीमारियों के लिए
शकाई SHKEI न्यूरो केयर सेंटर

Address

Block B
Baqargarh
110016

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Neurosurgeon Qutab Delhi Near AIIMS posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Practice

Send a message to Neurosurgeon Qutab Delhi Near AIIMS:

Share

Share on Facebook Share on Twitter Share on LinkedIn
Share on Pinterest Share on Reddit Share via Email
Share on WhatsApp Share on Instagram Share on Telegram