02/09/2025
सफेद दाग जिसे चिकित्सकीय भाषा में विटिलिगो कहा जाता है, त्वचा की एक ऐसी समस्या है जिसमें शरीर की त्वचा पर सफेद धब्बे उभर आते हैं। यह रोग देखने में भले ही हानिकारक न लगे, लेकिन मरीज के आत्मविश्वास और मानसिक स्थिति पर गहरा असर डाल सकता है
सफेद दाग होने के कारण
1. प्रतिरक्षा तंत्र की गड़बड़ी (Auto-immune disorder) – शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति त्वचा की रंजक कोशिकाओं (Melanocytes) पर ही हमला कर देती है।
2. आनुवंशिक कारण – परिवार में यदि पहले से किसी को यह समस्या रही हो तो आगे पीढ़ी में भी हो सकती है।
3. हार्मोनल असंतुलन – थायरॉइड जैसी बीमारियों से भी इसका संबंध माना जाता है।
4. त्वचा पर चोट या जलन – किसी चोट या केमिकल के कारण भी यह समस्या शुरू हो सकती है।
5. मानसिक तनाव – अत्यधिक टेंशन और चिंता भी इसका एक कारण हो सकता है।
बचाव के उपाय
संतुलित एवं पौष्टिक आहार लें, विशेषकर हरी सब्जियाँ, फल और दालें।
तनाव कम करें और योग, प्राणायाम करें।
अत्यधिक धूप में जाने से बचें और सनस्क्रीन का उपयोग करें।
ताम्बे के पात्र में रखा पानी पीना लाभकारी माना जाता है।
रासायनिक पदार्थों और कॉस्मेटिक का अधिक प्रयोग न करें।
होम्योपैथिक इलाज
होम्योपैथी में सफेद दाग के लिए कई औषधियाँ हैं। दवा का चुनाव रोगी के लक्षणों और शारीरिक प्रकृति के अनुसार विशेषज्ञ चिकित्सक कर दवा देने से रोगी की समस्या कुछ समय बाद ठीक हो जाती है