13/08/2025
दीवार की दरार में बंधन में बंधे पनपा ये पेड़ अपनी बाहें नहीं फैला पा रहा था, ऊंचाइयों को नहीं छू पा रहा था। काटे ही जाने वाला था ये पेड़ , मगर ने डॉ. दिनेश बंसल जी के सानिध्य में इसे खुलकर बाहें फैलाने और ऊंचाइयों को छूने में स्वतंत्रता दिलाई।