कर्मभूमि सेवा संस्थान,गुड़ामालानी

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कर्मभूमि सेवा संस्थान,गुड़ामालानी नि:शुल्क शिक्षा,सामजिक उत्थान व जनकल्याण के कार्यो को समर्पित एक कदम ।

कटोरा छोड़ो, कलम उठाओ।कर्मभूमि पाठशाला गुड़ामालानीशिक्षा ही है गौरव हमारा,शिक्षा ही हमारी शान है।शिक्षा ही है स्वाभिमान ...
01/08/2025

कटोरा छोड़ो, कलम उठाओ।
कर्मभूमि पाठशाला गुड़ामालानी

शिक्षा ही है गौरव हमारा,
शिक्षा ही हमारी शान है।
शिक्षा ही है स्वाभिमान हमारा,
शिक्षा ही हमारी पहचान है।।

सरल स्वभाव एवं ओजस्वी वाणी के धणी, शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने वाले वक्ता प्रिय गुरुदेव श्री बंसीलाल जी राजपुरोहित महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल गुड़ामालानी की तरफ से कर्मभूमि संस्थान में पढ़ने वाले गरीब, अनाथ, एवं अहसाय बच्चों के लिए शिक्षा के क्षेत्र में ₹1000 प्रति माह भेंट करते हैं, इसलिए जनवरी 2025 से जुलाई 2025 तक ₹7000 सप्रेम भेंट किए गए।
टीम कर्मभूमि की और से आपका हृदय की अतल गहराइयों से बहुत-बहुत धन्यवाद एवं अभिनंदन।🙏🏻

कई जीत बाकी है कई हार बाकी है, अभी तो जिंदगी का सार बाकी है!
यहां से चले हैं नई मंजिल के लिए, यह तो एक पन्ना था अभी तो पुरी किताब बाकी है !! 🌺✨
पुनः आपका कर्मभूमि सेवा संस्थान,गुड़ामालानी की तरफ से बहुत-बहुत धन्यवाद जी।🙏

साहस हमेशा जोर से दहाड़ना ही नहीं होता,कभी कभी धीमी सी आवाज में"कल सुबह मैं, फिर शुरुआत करूंगा"कहना भी एक तरह का साहसी क...
01/01/2025

साहस हमेशा जोर से दहाड़ना ही नहीं होता,
कभी कभी धीमी सी आवाज में
"कल सुबह मैं, फिर शुरुआत करूंगा"
कहना भी एक तरह का साहसी काम होता है।

कटोरा छोड़ो, कलम उठाओ।

श्रीमती अणदु जी चौधरी के जन्मदिन के अवसर पर कर्मभूमि पाठशाला में अध्यनरत असहाय, गरीब, अनाथ एवं भीख मांगने वाले बच्चों लिए सर्दी को मध्यनजर रखते हुए स्वेटर वितरित किए।
आपके द्वारा मानव समाज के लिए किया गया सहयोग इन बच्चों के लिए एक नई उर्जा एवं जोश जुनून की तरह कार्य करेगा।
@पुनः कर्मभूमि सेवा संस्थान की पूरी टीम की और से आपको जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं एवं धन्यवाद जी।

साहस हमेशा जोर से दहाड़ना ही नहीं होता,कभी कभी धीमी सी आवाज में"कल सुबह मैं, फिर शुरुआत करूंगा"कहना भी एक तरह का साहसी क...
17/05/2024

साहस हमेशा जोर से दहाड़ना ही नहीं होता,
कभी कभी धीमी सी आवाज में
"कल सुबह मैं, फिर शुरुआत करूंगा"
कहना भी एक तरह का साहसी काम होता है।
कर्मभूमि सेवा संस्थान,गुड़ामालानी

शिक्षा एक ऐसा वृक्ष है जो दिल में उगता है दिमाग़ में पलता है और 'जुबान से फलता हैंकर्मभूमि सेवा संस्थान,गुड़ामालानी
16/05/2024

शिक्षा एक ऐसा वृक्ष है जो दिल में उगता है दिमाग़ में पलता है और 'जुबान से फलता हैं
कर्मभूमि सेवा संस्थान,गुड़ामालानी

प्रिय मित्र श्री जितेन्द्र जी शर्मा आपने अपने जन्मदिन के सुअवसर पर कर्मभूमि पाठशाला में अध्यनरत गरीब,अनाथ एवं भीख मांगने...
03/03/2024

प्रिय मित्र श्री जितेन्द्र जी शर्मा आपने अपने जन्मदिन के सुअवसर पर कर्मभूमि पाठशाला में अध्यनरत गरीब,अनाथ एवं भीख मांगने वाले बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में आपकी और से ₹501 की सहयोग राशि भेंट, आपको जन्मदिन बहुत-बहुत शुभकामनाएं जी।

25/01/2024

🙏🏻आपसे विशेष निवेदन है।🙏🏻
राष्ट्रीय पर्व 75वां गणतंत्र दिवस के गौरवमय अवसर पर 26 जनवरी 2024 को प्राय: 11:45am बजे कर्मभूमि सेवा संस्थान गुड़ामालानी द्वारा झंडारोहण (झंडा वंदन)का कार्यक्रम रखा गया है जिसमें आपकी उपस्थिति सादर प्रार्थनीय है।
स्थान - अहिंसा सर्कल के पास रतनपुरा रोड़, गुड़ामालानी

जय हिंद 🇮🇳

सुकुनछोटे-छोटे टाबरिया साथे खेलणों और औने खेल-खेल में साथे पढावणा, वास्तविक इण जीवन रो, जो सुकुन है बो और कटेई कोनी है ओ...
13/01/2024

सुकुन
छोटे-छोटे टाबरिया साथे खेलणों और औने खेल-खेल में साथे पढावणा, वास्तविक इण जीवन रो, जो सुकुन है बो और कटेई कोनी है ओ।

सचिन बिश्नोई नया नगर (गुड़ामलानी) के जन्मदिन के अवसर पर 511₹ कर्मभूमि पाठशाला में अध्यनरत गरीब,अनाथ एवं झुग्गी बस्तियों ...
25/10/2023

सचिन बिश्नोई नया नगर (गुड़ामलानी) के जन्मदिन के अवसर पर 511₹ कर्मभूमि पाठशाला में अध्यनरत गरीब,अनाथ एवं झुग्गी बस्तियों में रहने वाले बच्चों को अध्ययन सामग्री हेतु भेंट।
आपको टीम कर्मभूमि की और से जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।💐🙏🏻

श्री पुखराज जी आचार्य गुड़ामालानी ने आज अपने जन्मदिन के अवसर पर कर्मभूमि पाठशाला में अध्यनरत गरीब, अनाथ व भीख मांगने वाल...
04/10/2023

श्री पुखराज जी आचार्य गुड़ामालानी ने आज अपने जन्मदिन के अवसर पर कर्मभूमि पाठशाला में अध्यनरत गरीब, अनाथ व भीख मांगने वाले बच्चों के शिक्षा हेतु ₹ 500/- सहयोग राशि प्रदान की।
शिक्षा प्रयोजनार्थ सहयोग हेतु आपका कर्मभूमि सेवा संस्थान की और से बहुत-बहुत आभार।

दुनिया में सबसे अच्छा तोहफा वक्त है क्योंकि जब आप किसी को अपना वक्त देते हो तो आप उसे अपनी जिंदगी का वह पल देते हैं, जो ...
02/10/2023

दुनिया में सबसे अच्छा तोहफा वक्त है क्योंकि जब आप किसी को अपना वक्त देते हो तो आप उसे अपनी जिंदगी का वह पल देते हैं, जो कभी लौटकर नहीं आता।

सफलता और असफलता दोनों ऐसे शब्द हैं जो प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को झकझोरते रहते हैं। हर व्यक्ति जीवन में सदैव सफलताओं की ...
02/10/2023

सफलता और असफलता दोनों ऐसे शब्द हैं जो प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को झकझोरते रहते हैं। हर व्यक्ति जीवन में सदैव सफलताओं की चाह रखता है और दुनिया का कोई भी व्यक्ति कभी भी किसी भी काम को असफल नहीं होना चाहता। इसका मूल कारण यह है कि दुनिया सफल व्यक्तियों की जय-जयकार करती है, जबकि किसी कार्य में असफल हुए व्यक्ति को उपेक्षाभाव से देखती है।

हम अपना हर काम परिवार और समाज में सम्मान और महत्व पाने के लिए करते हैं। इस बात को हम स्वीकार करें या न करें किंतु हमारे अवचेतन मस्तिष्क में यह तथ्य गहरी पैठ किया हुआ है और यह बात हमें कठिन परिश्रम के लिए भी प्रेरित करती है। परिश्रम को सफलता का मूल आधार माना जाता है, इसलिए हर कोई कहता है की मेहनत करो, मन लगाकर काम करो तुम्हें सफलता अवश्य मिलेगी। लेकिन जीवन में अनेक बार ऐसा भी समय आता है, जब कठिन परिश्रम के बावजूद अपेक्षित परिणाम प्राप्त नहीं होते या सफलता हाथ में आते-आते फिसल जाती है। मेहनत करने के बावजूद सफल न हो पाना निश्चित दु:खद होता है किंतु जीवन में सदैव सफलताओं की अपेक्षा नहीं की जा सकती। यदि उपेक्षणीय अपवादों को छोड़ दें तो सृष्टि में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं जिसे जीवन में कभी असफलता न मिली हो। सफलता-असफलता जीवन का अभिन्न अंग है और किसी एक या कुछ असफलताओं के कारण जीवन के सौंदर्य को तो नष्ट नहीं किया जा सकता। इसके लिए आवश्यक हैं कि हमें जीवन में आने वाली सफलताओं को देखने का अपना नजरिया बदलना होगा। इस संबंध में युग पुरुष स्वामी विवेकानंद ने कहा है- "असफलता की चिंता मत करो ये बिल्कुल स्वाभाविक है, असफलताएं जीवन का सौंदर्य हैं। उनके बिना जीवन का क्या होता, जीवन में यदि संघर्ष न हो तो जीवित रहना ही व्यर्थ हैं- इसी संघर्ष में जीवन का काव्य है।"
किसी भी काम में असफलता मिलने पर उसके लिए शोक बनाने से बेहतर है असफलता के कारणों की तलाश करना, कारणों का निवारण ढूंढकर भविष्य के लिए अपनी सफलता के मार्ग को प्रशस्त करना। यह सदैव स्मरण रखना चाहिए कि जीवन गतिमान है, और उसे किसी भी कारण से किसी के लिए भी रोका नहीं जा सकता। यदि कभी असफलता का सामना करना भी पड़े तो निराश ना हो, हरिवंश राय बच्चन जी की अग्रांकित पंक्तियों को अपने हृदय में धारण कर उसके मर्म को अपने व्यवहार में उतारकर जीवन के भावी लक्ष्यों को साधने के लिए आगे बढ़ो-

"असफलता एक चुनौती हैं, स्वीकार करो।
क्या कमी रह गई देखो और सुधार करो।।
जब तक न हो सफल, नींद चैन को त्यागो तुम।
संघर्ष का मैदान छोड़ मत भागो तुम।।
कुछ किए बिना जय-जयकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।।"

उपरोक्त पंक्तियो वस्तुत: व्यक्ति के हौसलों को मजबूत बनाती है, उसके अंदर never say Die एटीट्यूड का निर्माण करती हैं, दूसरे शब्दों में कहें तो जीवन में सकारात्मकता का संचार करती हैं और सकारात्मकता जीवन में धनात्मक परिवर्तन लाने में महती भूमिका निभाती है। यह वह दृष्टिकोण है जो व्यक्तियों के अंदर इस भाव का संसार करता है कि उनके लिए इस दुनिया में कुछ भी पाना असंभव नहीं है। इस प्रकार सकारात्मक दृष्टिकोण व्यक्ति को अनंत शक्ति प्रदान करता है, विपरीत परिस्थितियों को अपने अनुकूल बनाने का कौशल विकसित करने में सहायक होता है इसके साथ ही सकारात्मक सोच तनाव प्रबंधन में मदद करती है उसके अंदर जीतने के हौसलों को और मजबूत प्रदान करती है। हमें यह याद रखना चाहिए कि मैदान में हारा हुआ इंसान तो फिर से जीत सकता है लेकिन मन से हारा हुआ इंसान कभी नहीं जीत सकता। इसलिए मन से कभी हार मत मानो, स्वयं को कभी हतोत्साहित मत होने दो।
अस्तु जीवन में आने वाली छोटी-छोटी विफलताओं से विचलित ना हो, नए संकल्प, नए हौसलों के साथ सफलता की ऊंचाइयों को चूमने का खुद को एक मौका अवश्य दें क्योंकि अपने भाग्य के निर्माता हम स्वयं हैं और इन पंक्तियों के साथ अपने हौसलों को सदैव बुलंद रखें-

धरा हिला, गगन गूंजा, नदी बहा, पवन चला।
विजय तेरी हो जय तेरी तू ज्योति-सी जला जला।।
रुके न तू , थके न तू , झुके न तू थमे न तू
सदा चले, थके न तू, रुके न तू , झुके न तू ।।

कर्मभूमि सेवा संस्थान गुड़ामालानी (बाड़मेर)
बाबूलाल चौधरी
9413489025

श्री जगदीश जी बिश्नोई s/o श्री मानाराम जी बिश्नोई बारोड़ी के जन्मदिन के अवसर पर छोटी बहिन सुंदर विश्नोई द्वारा बच्चों को...
02/09/2023

श्री जगदीश जी बिश्नोई s/o श्री मानाराम जी बिश्नोई बारोड़ी के जन्मदिन के अवसर पर छोटी बहिन सुंदर विश्नोई द्वारा बच्चों को पाठ्यपुस्तक सामग्री भेंट।

Address

गुड़ामालानी, बाड़मेर
Barmer
344031

Telephone

+919413489025

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