
26/04/2023
संसार में मॉ, माता, मैया जैसे शब्द ममता और करूणा से भरा है। यह तीन नाम ऐसा नाम है जिसके मुख पर आते ही व्यक्ति असीम सुख का अनुभव करता है। क्योंकि मॉ ही इस जगत में बेटे के हर कष्ट को सबसे अधिक समझती है और उसे दूर भी करती है। जन्म देने वाली मॉ, धरती का सुख का अनुभव कराने वाली धरती मॉ के अलोव गौ माता ऐसी मां है, जिसके स्पर्श मात्र से सारे दुखों का नाश होता है। कहा जाता है कि गौ माता में 36 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। यानि केवल गौ माता की पूजा अर्चन से 36 करोड़ देवी-देवताओं की एक साथ पूजा हो जाती है।
देवी-देवताओं को लगाए जाने वाले छप्पन भोग की तर्ज पर बिहार के बेगूसराय जिले के नागदह स्थित गौ मंदिर में गौ माता के लिए छप्पन भोग लगाया गया। बेगूसराय में यह पहला अवसर है जब किसी गौशाला में गौ माता के लिए छप्पन भोग लगाया गया। छप्पन भोग में गाय के खाने के लिए हरा चारा, भूसा चोकर, अनाज, फल, सब्जी, फूल, मेवा, मिष्ठान के कुल 56 प्रकार के खाने का व्यंजन तैयार किया था।
कार्यक्रम में जिसमें संस्था से जुड़ी कई महिलाओं ने मिलकर उक्त कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें 60 से अधिक गौ माता और उनके बछड़े अपने हाथों से छप्पन भोग लगाया। ज्ञात हो कि सबसे पहले गो मंदिर परिसर में एक साथ महिलाओं ने अपने हाथों में आरती की थाली लेकर गौ माता की सामूहिक आरती की। इसके बाद उनकी पूजा-अर्चना की गई। पूजा समाप्त होने के बाद वह मंदिर परिसर में सभी गौ माता को सामूहिक रूप से छप्पन भोग कराया गया ।