
09/03/2025
फलों का रस दिलाएगा बीमारी से मुक्ति: जानिए किस बीमारी में कौन सा रस है लाभकारी
आम धारणा है कि जब हम बीमार होते हैं, तो ज्यूस पीने से हमें आराम मिलता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि किस बीमारी में कौन सा रस फायदेमंद हो सकता है? यदि नहीं, तो इस जानकारी को जानकर आप अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं।
1. भूख लगाने के लिए:
प्रातःकाल खाली पेट नींबू का पानी पीने से भूख बढ़ती है। साथ ही, खाने से पहले अदरक को कद्दूकस करके सैंधा नमक के साथ लें।
2. रक्तशुद्धि के लिए:
रक्त को शुद्ध करने के लिए नींबू, गाजर, गोभी, लौकी, चुकंदर, पालक, सेव, तुलसी, नीम और बेल के पत्तों का रस बेहद लाभकारी है।
3. दम (Asthma):
लहसुन, अदरक, तुलसी, चुकंदर, गोभी, गाजर, मीठी द्राक्ष का रस, भाजी का सूप या मूंग का सूप और बकरी का शुद्ध दूध फायदेमंद हैं। घी, तेल, और मक्खन से बचें।
4. उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure):
गाजर, अंगूर, मोसम्मी और ज्वारों का रस उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है। मानसिक और शारीरिक आराम भी आवश्यक है।
5. निम्न रक्तचाप (Low Blood Pressure):
मीठे फलों का रस जैसे अंगूर, मोसम्मी और दूध का सेवन करें, लेकिन खट्टे फलों से बचें।
6. पीलिया (Jaundice):
अंगूर, सेव, रसभरी, मोसम्मी, अंगूर की अनुपलब्धि पर लाल मुनक्के और किशमिश का पानी उपयोगी है। गन्ने का रस भी पी सकते हैं। केले में चूना लगाकर भी सेवन करें।
7. मुहाँसों के दाग (Acne Marks):
लौकी, गाजर, तरबूज, प्याज, तुलसी, घृतकुमारी और पालक का रस लाभकारी है।
8. संधिवात (Arthritis):
लहसुन, अदरक, गाजर, पालक, ककड़ी, गोभी, हरा धनिया, नारियल का पानी, सेव और गेहूँ के ज्वारे का रस फायदेमंद है।
9. एसीडिटी (Acidity):
लौकी, गाजर, पालक, ककड़ी, तुलसी का रस, अंगूर, मौसम्मी और दूध भी लाभकारी होते हैं।
10. कैंसर (Cancer):
गेहूँ के ज्वारे, गाजर और अंगूर का रस कैंसर से बचाव में सहायक हो सकता है।
11. सुंदरता के लिए:
सुबह और दोपहर में नारियल का पानी या बबूल का रस लें। नारियल का सेवन करें।
12. फोड़े-फुन्सियाँ (Boils):
गाजर, पालक, ककड़ी, गोभी और नारियल का रस फोड़े-फुन्सियों को ठीक करने में मदद करता है।
13. कोलाइटिस (Colitis):
गाजर, पालक और अन्नानास का रस फायदेमंद है। चुकंदर, नारियल, ककड़ी और गोभी का रस भी उपयोगी होता है।
14. अल्सर (Ulcer):
अंगूर, गाजर और गोभी का रस अल्सर को ठीक करने में मदद कर सकता है।
15. सर्दी-कफ (Cold and Cough):
मूली, अदरक, लहसुन, तुलसी और गाजर का रस सर्दी और कफ के लिए उत्तम है।
16. ब्रोन्काइटिस (Bronchitis):
पपीता, गाजर, अदरक, तुलसी, अनन्नास का रस और मूंग का सूप ब्रोन्काइटिस में राहत देता है।
17. दाँत निकलते बच्चे के लिए:
अन्नानास का रस थोड़ा नींबू डालकर बच्चों को 100-125 ग्राम रोजाना दें।
18. रक्तवृद्धि के लिए:
मौसम्मी, अंगूर, पालक, टमाटर, अनार, चुकंदर, सेव, रसभरी का रस रात को लाभकारी होता है। रात को खजूर का पानी भी पिएं।
19. महिलाओं को मासिक धर्म कष्ट:
अंगूर, अन्नानास और रसभरी का रस महिलाओं के मासिक धर्म में आराम देने में मदद करता है।
20. आँखों के तेज के लिए:
गाजर और हरे धनिया का रस आँखों की रोशनी को बेहतर बनाने के लिए उत्तम है।
21. अनिद्रा (Insomnia):
अंगूर और सेव का रस, पीपरामूल और शहद के साथ अनिद्रा को दूर करने में मदद करता है।
22. वजन बढ़ाने के लिए:
पालक, गाजर, चुकंदर, नारियल और गोभी के रस का मिश्रण, दूध, दही, सूखा मेवा, अंगूर और सेवों का रस वजन बढ़ाने में सहायक है।
23. डायबिटीज (Diabetes):
गोभी, गाजर, नारियल, करेला और पालक का रस डायबिटीज के नियंत्रण में मदद करता है।
24. पथरी (Kidney Stones):
ककड़ी का रस पथरी के लिए सबसे अच्छा है। सेव, गाजर और कद्दू का रस भी सहायक है।
25. सिरदर्द (Headache):
ककड़ी, चुकंदर, गाजर, नारियल के रस का मिश्रण सिरदर्द को कम करता है।
26. किडनी का दर्द (Kidney Pain):
गाजर, पालक, ककड़ी, अदरक और नारियल का रस किडनी के दर्द में राहत देता है।
27. फ्लू (Flu):
अदरक, तुलसी, गाजर का रस फ्लू में सहायक है।
28. वजन घटाने के लिए:
अन्नानास, गोभी, तरबूज, लौकी और नींबू का रस वजन घटाने के लिए फायदेमंद है।
29. पायरिया (Pyorrhea):
गेहूँ के ज्वारे, गाजर, नारियल, ककड़ी, पालक और सोया की भाजी का रस पायरिया में राहत देता है। कच्चा अधिक खाएं।
30. बवासीर (Hemorrhoids):
मूली का रस, अदरक का रस घी डालकर, और नारियल पानी बवासीर के इलाज में सहायक है।
नोट: अगर आपको इनमें से किसी रस से एलर्जी है, तो चिकित्सक से सलाह लेकर ही उसका सेवन करें।
अब आप जानते हैं कि किस बीमारी में कौन सा रस उपयोगी हो सकता है। इसे अपनी जीवनशैली में शामिल करके आप स्वस्थ और फिट रह सकते हैं।