
02/08/2025
जेनेरिक में 80% प्रॉफिट है जबकि ब्रांडेड में केवल 10%;
तो अगली बार जब डॉक्टर ब्रांडेड दवाई लिखे तो उस पर उंगली उठाने से पहले 10 बार सोचना कि ब्रांडेड दवाई डॉक्टर क्यों लिखना पसंद करते हैं।
क्योंकि उनको आपके स्वास्थ्य की चिंता होती है ना कि अपने फायदे या सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए या अपनी बेवकूफी के कारण डॉक्टर्स पर इल्जाम लगाने वाले नेताओं , अफसरों, आमिर खान जैसे अभिनेताओं या डॉक्टर्स से बिना कारण चिढ़ने वाले लोगों की। ऐसे में प्रयास करें कि डॉक्टर से खुद आगे चलकर ब्रांडेड लिखवावें।
फिर भी अपनी खुन्नस और अपना अधकचरा ज्ञान या अपने पूर्वाग्रह से दूषित विचार ही रख कर खुद का ही नुकसान करते रहना हो तो कमेंट सेक्शन तो ओपन है ही।