14/06/2022
*Vaat energy tea*
यह *वात शामक सुगन्धित औषध पेय* षडचक्र चिकित्सान्तर्गत आयुर्वेदिक चिकित्सा पाठ के अनुसार ताजा और शुद्ध प्राकृतिक जड़ी बूटियों से तैयार की जाती है।
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यह औषध योग विभिन्न वातज समस्याओं को शांत करने में मदद करता है , चरक संहिता में वात से जुड़े 80 रोगौ मे सहाय हे।
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आयुर्वेदिक औषधयोग की दृष्टि से , तीन स्तंभ ( वात, पित्त, कफ।) इनमे वात(वायु,wind), हवा की ऊर्जा का एक अच्छा संतुलन तंत्रिका तंत्र (nervous system)के कामकाज को सुनिश्चित करता है।
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आंतरिक "वातज" समस्याओं के लिए इस वातशामक औषध पेय कि सिफारिश की जाती है,
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जैसे कि थका हुआ,शारीरिक रंगत निस्तेजता और जीवनीय शक्ति का ह्रास, ऊपरी और निचले हिस्सो के अंगो में दर्द, *मानसिक अस्थिरता* , चिड़चिड़ापन,एनोरेक्सिया(अरूचि) अनिद्रा, वात का असंतुलन, अत्यधिक सोचना विचारना, अनियमित नींद, भारी रक्त हानि इनमै यह औषध पेय सुधासम अनूपम है
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तीव्र शारीरिक और मानसिक परिश्रम, अत्यधिक और अनुचित उपवास, आदि। एवं
क्रोध, अनिद्रा से वात विकार बढ़ जाता है, निराहार खाली पेट में ज़ोरदार शारीरिक गतिविधियों के कारण पेट दर्द, तीव्र दस्त और उल्टी। आदि वातप्रकोप कै कारण है।
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यह सुगन्धित औषध पेय शरीर की वातज ऊर्जा प्रणाली को व्यवस्थित करती है, याददाश्त में सुधार करती है, शांति और कल्याण की भावना देती है,
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ग्रहो मे वातज स्वभाव मे मुख्य शनि ग्रह है ,एवं विपाक गोचर मे राहु समकक्ष हे।
अतः इनके कुप्रभाव का शमन,से बुद्धि शुद्धता की ओर प्रसन्नभाव बनता है।
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ऊपयोग विधि:-
दिशा: आम तौर पर एक व्यस्त दिन के बाद शाम को उपयोग करने का निवेदन कीया जाता है। हालाँकि, उपरोक्त लक्षण दिखाई देने पर इसे कभी भी लिया जा सकता है।
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टीबैग को गर्म पानी मे डालें। वांछित समृद्ध औषधीय रंग और सुगंध प्राप्त होने तक कुछ मिनट के लिए रखै। चाहें तो ब्राउन देशी शुगर या शहद मिला सकते हैं।
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लंबी अवधि के परिणाम, वातशमन के लिए, लंबे समय तक दैनिक उपयोग करें।
(चिकित्सकीय परामर्शानुसार)
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शुभमस्तु,,,