Dr. Priti Parsai-Arya"

Dr. Priti Parsai-Arya" Contact information, map and directions, contact form, opening hours, services, ratings, photos, videos and announcements from Dr. Priti Parsai-Arya", Bhopal.

Happy Mother's day
11/05/2025

Happy Mother's day

ये भैरों बाबा क्या करते हैं? एक विटामिन होता है विटामिन बी7 जिसे 'बायोटीन' भी कहते हैं यह भैरों बाबा उसके अवशोषण में बाध...
11/10/2024

ये भैरों बाबा क्या करते हैं?

एक विटामिन होता है विटामिन बी7 जिसे 'बायोटीन' भी कहते हैं यह भैरों बाबा उसके अवशोषण में बाधक होते हैं।

बाधा कैसे पहुंचाते हैं?

ये इंटेस्टाइन में अगर बायोटीन के साथ पहुँच जाएँ तो ये उसे जकड़ लेते हैं और उसे अब्सॉर्ब नहीं होने देते। ये जो बायोटीन है यह गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत आवश्यक होता है इसलिए अंडा खाने से पहले इन 'भैरों बाबा' की पूजा करनी जरुरी होती है।

इन बाबा को 'हीट' पसंद है। अंडे को हीट करते ही ये एवीडीन अर्थात भैरों बाबा खुश। और ये जो कांड करते थे बायोटीन का अवशोषण ना होने देने का, तो गर्म होते ही ये वह कांड करना बंद कर देते हैं। क्योंकि गर्मी से एवीडीन नष्ट हो जाती है और बायोटीन का अवशोषण प्रभावित नहीं होता।

इसलिए अंडा खाने से पहले भैरों बाबा की पूजा जरूर करो अर्थात अंडे को पका कर या उबाल कर खाओ।

इसके अलावा कच्चे अंडे में राहु-केतु व अन्य राक्षसों में रूप में कुछ बहुत ही हानिकारक बैक्टीरिया भी मौजूद होते हैं जो पैदा कर सकते हैं पेट में मरोड़, डायरिया, बुखार व सिर दर्द और यह लक्षण पैदा होते हैं दूषित अंडा खाने के 6 से 48 घंटों के बाद।

अंडे में कौन-कौन से बैक्टीरिया रुपी राक्षस रहते है यह चर्चा फिर कभी....

बस एक ही बात याद रखना अंडे खाओ जरूर मगर ताजे। खुद की मुर्गी पालो। बिल्कुल ताजे अंडे मिलेंगे। अगर अंडे मॉल में से खरीदने का शौंक हो तो वो अंडे लो जो एयर कंडिशन्ड रूम में रखे गए हों। और हाँ अंडे को उबाल कर या पका कर ही खाएं, कच्चा कभी नहीं।

#सन्डे_हो_या_मण्डे_रोज_खाओ_अंडे
#टिंडे_खाओ_या_ना_खाओ_अंडे_जरूर_खाओ
#विश्व_अंडा_दिवस_विशेष

अंडा खाऊं या ना खाऊं? मैं तो शाकाहारी हूँ। अंडा खाने से धर्म भ्रष्ट तो नहीं हो जाएगा? देखो भाई धर्म का तो पता नहीं मगर ज...
11/10/2024

अंडा खाऊं या ना खाऊं?

मैं तो शाकाहारी हूँ। अंडा खाने से धर्म भ्रष्ट तो नहीं हो जाएगा?

देखो भाई धर्म का तो पता नहीं मगर जोश-जोश में कच्चा अंडा खाया तो पाचन तंत्र जरूर भ्रष्ट हो जाएगा। वैसे तो शाकाहारियों के लिए दूध व अर्धमांसाहारियों के लिए अंडा संपूर्ण आहार की श्रेणी में आते हैं। दूध में तो हमने बताया ही था कि 33 कोटि अर्थात 33 प्रकार के देवी-देवता निवास करते हैं। इसी प्रकार अंडा भी कुछ कम नहीं है। सृष्टि का आधार है ये। सबकी उत्पत्ति अंडे से ही होती है और अंडे में एक 'जीवन' को पृथ्वी पर लाने लायक पोषण भी उपलब्ध होता ही है।

आइये अब देखते हैं कि मुर्गी के अंडे में होता क्या क्या है?

अंडे का औसत वजन होता है 50 ग्राम। कभी कभी 60-65 ग्राम का अंडा भी देखा जाता है।

अंडे में होती है उच्च क्वालिटी की प्रोटीन व वसा, विटामिन, खनिज लवण, एंटीऑक्सीडेंट्स आदि-आदि।

इन सब की कितनी मात्रा उपलब्ध है एक अंडे में?

पचास ग्राम के एक अंडे में कैलोरी होती हैं 72 और प्रोटीन होती है 6 ग्राम व वसा 5 ग्राम। विटामिन 'ए' होता है दैनिक आवश्यकता का 9% व विटामिन 'बी2' या राइबोफ्लेविन दैनिक आवश्यकता का 13%, विटामिन 'बी5' या पेंटोथेनिक एसिड दैनिक आवश्यकता का 8% और विटामिन 'बी12' या कोबालामिन दैनिक आवश्यकता का 7%। सेलिनियम होता है दैनिक आवश्यकता का 22%, फॉस्फोरस दैनिक आवश्यकता का 10% और फॉलिक एसिड दैनिक आवश्यकता का 6 प्रतिशत।

इसके अलावा एक अंडे में 147 मिलीग्राम कोलीन भी होता है जो दिल-ओ-दिमाग के लिए बहुत आवश्यक होता है और जिन मुर्गियों को भरपूर मात्रा में मक्का खिलाया जाता है उनके अण्डों में ल्यूटिन और जियाजेन्थिन भी होते हैं जो एंटीऑक्सीडेंट होते हैं और आँखों के लिए भी फायदेमंद होते हैं। और ये सब देवी देवता अंडे की जर्दी में ज्यादा होते हैं अपेक्षाकृत सफ़ेद भाग के।

अंडे के सफ़ेद भाग में प्रोटीन ज्यादा होती हैं। अंडे में सभी आवश्यक 9 अमीनो अम्ल प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं इसीलिए इसे अर्धमांसाहरियों का 'संपूर्ण आहार' भी कहा जाता है।

अब बात करते हैं अंडे के फंडे की।

कच्चा खाऊं या अधपका या पूरा पका???

कच्चा अंडा खाने से इस हाई क्वालिटी प्रोटीन का अवशोषण काम होगा। उबले या पके अंडे की प्रोटीन का अवशोषण अगर 90% तक होता है तो कच्चे अंडे की प्रोटीन का अवशोषण मात्र 50% होता है।

जैसे देवताओं के साथ-साथ भैरो बाबा भी होते हैं। अंडे में भी एक 'भैरों बाबा' हैं जिनका नाम है 'एवीडीन' और ये भैरों बाबा अंडे की सफेदी में धूनी रमाए होते हैं।

ये भैरों बाबा क्या करते हैं?

एक विटामिन होता

𝐄𝐍𝐃 𝐎𝐅 𝐀𝐍 𝐄𝐑𝐀 !मशहूर उद्योगपति और पदम विभूषण रतन टाटा जी का निधन भारतीय उद्योग जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। 🙏🏽उनका यो...
10/10/2024

𝐄𝐍𝐃 𝐎𝐅 𝐀𝐍 𝐄𝐑𝐀 !

मशहूर उद्योगपति और पदम विभूषण रतन टाटा जी का निधन भारतीय उद्योग जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। 🙏🏽

उनका योगदान देश की आर्थिक प्रगति, रोजगार के अवसरों का सृजन और समाज सेवा में अतुलनीय रहा है। आपकी सादगी, नेतृत्व और दूरदर्शिता सदैव हमारी प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे।🙏🏽

ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। ओम शांति 🙏🏻

कोलकता में वर्तमान की घटनाओ पर आधारित एक माता का पांडाल बनाया है, जिसमें माता के सामने रेप पीड़िता का मृत शरीर है, माता ...
05/10/2024

कोलकता में वर्तमान की घटनाओ पर आधारित एक माता का पांडाल बनाया है, जिसमें माता के सामने रेप पीड़िता का मृत शरीर है, माता ने शर्म से आँखे ढक ली है, शेर की गर्दन झुकी हुई है और विरोध स्वरूप बैक ग्राउंड का कपड़ा काले रंग का है
बाजू में महिला डाक्टर की वर्दी टंगी हुई है।

यहां शस्त्र विहीन दुर्गा प्रतिमा हिंदू समाज की असहाय अवस्था को दर्शा रही है और इसलिए शक्ति का वाहन सिंह भी सिर झुकाए बैठा हुआ है।
जय माता दी 🚩🚩🚩

अब तो मेरे ख्याल से किसी के घर मे न हड़िया होगी और न मिट्टी के बने बरोसी।दूध जब धीरे धीरे गरम हो कर लाल हुआ करता था क्या ...
19/09/2024

अब तो मेरे ख्याल से किसी के घर मे न हड़िया होगी और न मिट्टी के बने बरोसी।दूध जब धीरे धीरे गरम हो कर लाल हुआ करता था क्या मलाई आती थी उसमें।और 3 बजे के बाद रोटी पर रख कर मलाई और नूनमिर्च के साथ खाने में काफी आनंद आता था
मेहमान भी हड़िया लाल दूध ही पीते थे यह चाय और ठंडा कोल्ड्रिंक का नामोनिशान भी नही था.
हड़िया की खुरचन रात को अलग ही स्वाद देती थी कई बार खुरचन खाने को लेकर झगड़ा तक हो जाता था क्योंकि बो स्वाद किसी भी व्यंजन में मिलता ही नही था.

अब इस आधुनिक मोमो पिज्जा बर्गर युग मे यह सब विलुप्त हो चुका है अब न रही वह दही की लाल मलाई न और न ही बरोसी का दूध .
खुद के बचपन की यादें.
🙏🙏🙏

 #मखाना  : -ठंड के मौसम में सूखे मेवे की मांग स्वतः ही बढ़ जाती है, पर मखाना की मांग दिन प्रतिदिन कम पड़ती जा रही है.......
05/09/2024

#मखाना : -
ठंड के मौसम में सूखे मेवे की मांग स्वतः ही बढ़ जाती है, पर मखाना की मांग दिन प्रतिदिन कम पड़ती जा रही है....
जिसका मुख्य कारण मखाना के गुणकारी पक्ष को न जानना लगता है....
मखाना की प्रजाति हुबहु कमल से मिलती जुलती है,अंतर इतना की मखाना के पौधे बहुत #कांटेदार होते हैं ,
इतने कंटीले कि उस जलाशय में कोई जानवर भी पानी पीने के लिए नहीं जाता है ....
यह तालाब,नदी,और खेतो में पानी भरकर भी पैदा किया जा सकता है ....... ।

इसकी खेती मुख्य रूप से मिथिलांचल में होती है...

बिहार मिथिलांचल की पहचान के बारे में कहा जाता है- 'पग-पग पोखरि माछ मखान' यानी इस क्षेत्र की पहचान पोखर (तालाब), मछली और मखाना से जुड़ी हुई है।
बिहार के दरभंगा, मधुबनी, पूर्णिया, किशनगंज, अररिया सहित 10 जिलों में मखाना की खेती होती है.....
देश में बिहार के अलावा असम, पश्चिम बंगाल और मणिपुर में भी मखाने का उत्पादन होता है,
मगर देशभर में मखाने के कुल उत्पादन में बिहार की हिस्सेदारी 80 प्रतिशत है......

मखाना को देवताओं का भोजन कहा गया है ....जन्म हो या मृत्यु,शादी हो या गोदभराई.....व्रत उपवास हो या यज्ञ हवन मखाने का हर जगह विशेष महत्व रहता है .....
इसे आर्गेनिक #हर्बल भी कहते हैं .....क्योंकि यह बिना किसी रासायनिक खाद या कीटनाशी के उपयोग के उगाया जाता है।

अधिकांशतः ताकत की दवाइयाँ मखाने के योग से बनायी जाती हैं,
मखाने से #अरारोट भी बनता है. ....मखाना बनाने के लिए इसके बीजों को फल से अलग कर धूप में सुखाते हैं. ....
बीजों को बड़े-बड़े लोहे के कढ़ावों में सेंका जाता है. ...कढ़ाव में सिंक रहे बीजों को 5-7 की संख्या में हाथ से उठा कर ठोस जगह पर रख कर लकड़ी के हथोड़ो से पीटा जाता है. ....
इस तरह गर्म बीजों का कड़क खोल तेजी से फटता है और बीज फटकर लाई (मखाना) बन जाता है.
जितने बीजों को सेका जाता है.....उनमें से केवल एक तिहाई ही मखाना बनते हैं....।

औषधीय उपयोग

#किडनी को मजबूत बनाये ..... मखाने का सेवन किडनी और दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है...
डाइबिटीज रोगी इसका सेवन कर लाभ पा सकते है...
मखाना कैल्शियम से भरपूर होता है इसलिए जोड़ों के दर्द, विशेषकर #अर्थराइटिस के मरीजों के लिए इसका सेवन काफी फायदेमंद होता है....
मखाने के सेवन से तनाव कम होता है और नींद अच्छी आती है। रात में सोते समय दूध के साथ मखाने का सेवन करने से #नींद न आने की समस्या दूर हो जाती है.....
मखानों का नियमित सेवन करने से शरीर की कमजोरी दूर होती है और हमारा शरीर सेहतमंद रहता है.....
मखाना शरीर के अंग सुन्‍न होने से बचाता है तथा घुटन

Pecular Remedy-pecular mental symptom in Homoeopathy1. **Nux Vomica**     सीधी बात No Bakwas2. **Phosphorus**     मीठी छ...
13/08/2024

Pecular Remedy-pecular mental symptom in Homoeopathy
1. **Nux Vomica**
सीधी बात No Bakwas

2. **Phosphorus**
मीठी छूरी

3. **Veratrum Album**
गंदगी भी दिखेगा

4. **Pulsatilla**
और कितना Attention चाहिए

5. **Carcinosin**
ये मेरी माँ होनी चाहिए

6. **O***m, Podophyllum**
सुखी है कितना

7. **Phosphorus**
ये तो अपना भाई है

8. **Tarentula**
Wolf in sheeps skin (for cunningness)

9. **Arsenicum Album**
पैसा-पैसा-पैसा I will be all alone

10. **Ignatia**
1. तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो क्या गम है जिसको छुपा रहे हो
2 .उम्र भर मेरे साथ रहकर वो न समझा दिल की बात

11. **Ambra Grisea**
ओ मेरी शर्मीली (timidity can't Pass Urine in presence of nurse)

12. **Stramonium**
बाहर से शेखानी अन्दर से परेशानी

13. **Arsenicum Album**
क्यूँ पैसा पैसा करती है क्यूँ पैसे पे तु मरती है

14. **Rhus Glabra**
दुश्मन न करे दोस्त ने वो काम किया है

15. **Ignatia**
उम्र भर मेरे साथ रहकर वो न समझा दिल की बात

16. **Aurum**
कभी बनाता नहीं, कोशिश में रहता है

17. **Sepia**
मेरी जिन्दगी एक कटी पतंग है

18. **Phosphorus**
कभी किसी का न हुआ

19. **Sepia**
मेरा पति मेरा परमेश्वर

20. **Pulsatilla**
हम है राही प्यार के हमसे कुछ न बोलिये जो भी प्यार से मिला हम उसके हो लिये

21. **Digitalis**
लागा चुनरी में दाग छुपाएं कैसे

22. **Platina**
खुद को क्या समझती है इतना अकड़ती है

Homoeopathy है तो सब मुमकिन है
04/08/2024

Homoeopathy है तो सब मुमकिन है

होम्योपेथिक है तो सब मुमकिन है
04/08/2024

होम्योपेथिक है तो सब मुमकिन है

एनीमियाएनीमिया के सामान्य प्रकार1 आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया: यह आमतौर पर शरीर में आयरन तत्व की कमी के कारण होता ह...
03/08/2024

एनीमिया

एनीमिया के सामान्य प्रकार

1 आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया: यह आमतौर पर शरीर में आयरन तत्व की कमी के कारण होता है।

2. विटामिन की कमी से होने वाला एनीमिया:
हमारे शरीर को स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं की आवश्यक संख्या बनाने के लिए फोलेट और विटामिन बी-12 की आवश्यकता होती है।

3. पुरानी बीमारी से होने वाला एनीमिया: विभिन्न पुरानी बीमारियाँ जैसे कैंसर, एचआईवी/एड्स आदि जो लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में बाधा उत्पन्न करती हैं।

4 सिकल सेल एनीमिया:
यह आमतौर पर हीमोग्लोबिन के दोषपूर्ण रूप के कारण होता है जो लाल रक्त कोशिकाओं को असामान्य अर्धचंद्राकार आकार बनाने के लिए मजबूर करता है

होम्योपैथिक दवाएँ

फेरम मेट 3X

1. पीलापन के साथ कमज़ोरी, और थोड़ी सी भी उत्तेजना पर बार-बार झूठी लालिमा आना

2. चक्कर आना, तेज़ सिरदर्द और कानों में बजना।

3. सांस लेने में कठिनाई, सांस फूलना और दिल की धड़कन तेज़ होना और शरीर में ठंडक होना। 4. पीरियड्स के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव के कारण एनीमिया से पीड़ित महिलाएं।

चाइना 30

1. अत्यधिक रक्त की कमी के कारण एनीमिया।

2 रक्तस्राव किसी दर्दनाक चोट, पीरियड्स में अत्यधिक रक्तस्राव या गले, आंतों, नाक आदि जैसे शरीर के किसी भी हिस्से से रक्तस्राव का परिणाम हो सकता है।

3. व्यक्ति थका हुआ होता है और बेहोशी के दौरे भी पड़ते हैं।

4. चक्कर आना और कमजोरी महसूस होना।

5. शरीर ठंडा महसूस होना और पीलापन महसूस होना।

6. चेहरा खास तौर पर पीला और धँसा हुआ दिखाई देता है।

7. चाइना रक्तस्राव को नियंत्रित करने के साथ-साथ रक्तस्राव के बाद रक्त की मात्रा को भी बढ़ाता है।

फेरम फॉस 6x

1. हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने के लिए यह सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली दवा है।

2. इसका इस्तेमाल सभी आयु वर्ग के लोग सुरक्षित रूप से कर सकते हैं। गर्भावस्था में एनीमिया के दौरान भी।

3. त्वचा पीली दिखाई देती है और दिल की धड़कन बढ़ जाती है और कमजोरी महसूस होती है।

4. नाड़ी की गति तेज हो जाती है।

5. चक्कर और सिरदर्द।

एलेट्रिस फैरिनोसा क्यू

1. यह एनीमिया से पीड़ित महिलाओं के लिए सबसे अच्छी दवा है, जो अत्यधिक कमजोरी और थकान के साथ हैं।

2. पूरे दिन थकान और थकावट महसूस होती है।

3. ऊर्जा का स्तर काफी कम हो जाता है और शरीर शक्तिहीन महसूस करता है।

4. बार-बार गर्भपात के कारण महिलाओं में एनीमिया।

5. ल्यूकोरिया के कारण एनीमिया और कमजोरी।

नेट्रम म्यूर 200

1. एनीमिया के कारण वजन कम होना।

2. रोगी बहुत दुबला और कमजोर हो जाता है और मांस कम हो जाता है।

3. एनीमिया के कारण सिर

Address

Bhopal
462001

Telephone

+919109638586

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Dr. Priti Parsai-Arya" posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Practice

Send a message to Dr. Priti Parsai-Arya":

Share

Share on Facebook Share on Twitter Share on LinkedIn
Share on Pinterest Share on Reddit Share via Email
Share on WhatsApp Share on Instagram Share on Telegram